6000+ अनेकार्थी शब्द : अनेकार्थी शब्द की परिभाषा और उदाहरण

Anekarthi Shabd in Hindi

अनेकार्थी शब्द की परिभाषा : Anekarthi Shabd in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘अनेकार्थी शब्द की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप अनेकार्थी शब्द से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

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अनेकार्थी शब्द की परिभाषा : Anekarthi Shabd in Hindi

अनेकार्थी का अर्थ ‘एक से अधिक अर्थ देने वाला शब्द’ होता है। वह शब्द जिनके अनेक अर्थ होते है, उन्हें ‘अनेकार्थी शब्द’ कहते है। साधारण शब्दों में:- जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते है, उन्हें ‘अनेकार्थी शब्द’ कहते है।

जैसे:-

रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून।
चली चंचला, चंचला के घर से, तभी चंचला चमक पड़ी।

स्पष्टीकरण:- उपर्युक्त दोनों उदाहरणों में से प्रथम वाक्य में ‘पानी’ शब्द तथा द्वितीय वाक्य में ‘चंचला’ शब्द का प्रत्येक बार अलग अर्थ प्रयोग में लिया गया है।

भाषा में कुछ ऐसे शब्द होते है, जिनके एक से अधिक अर्थ होते है। इन शब्दों का अलग-अलग वाक्यों में प्रयोग करके वाक्यों का अलग-अलग अर्थ निकाला जाता है।

अनेकार्थी शब्दों का प्रयोग अधिकतर ‘काव्य’ में ही मिलता है। काव्य के रसास्वादन के लिए अनेकार्थी शब्दों का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है।

अनेकार्थी शब्द के उदाहरण

‘अ से अः’ तथा ‘क से ज्ञ’ वर्ण तक के अनेकार्थी शब्द के उदाहरण निम्न प्रकार है:-

‘अ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
अपवादकलंक, वह प्रचलित प्रसंग, जो नियम के विरुद्ध हो।
अतिथिमेहमान, साधु, यात्री, अपरिचित व्यक्ति, यज्ञ में सोमलता लाने वाला, अग़्नि, राम का पोता या कुश का बेटा।
अरुणलाल, सूर्य, सूर्य का सारथी।
अपेक्षाइच्छा, आवश्यकता, आशा।
अंकभाग्य, गिनती के अंक, नाटक के अंक, चिन्ह संख्या, गोद।
अंबरआकाश, अमृत, वस्त्र।
अनंतआकाश, ईश्वर, विष्णु, अंतहीन, शेष नाग।
अर्थमतलब, कारण, लिए, भाव, हेतु, अभिप्राय, धन, आशय, प्रयोजन।
अवकाशछुट्टी, अवसर, अंतराल
अन्तरशेष, दूरी, हृदय, भेद।
अधरधरती (आकाश के बीच का स्थान), पाताल, नीचा, होंठ।
अर्कइन्द्र, सूर्य, रस, अकबन।
अंकुरकोंपल, नोंक, सूजन, रोआँ।
अंकुशरोक, हाथी को वश में करने का लोहे का छोटा अस्त्र।
अंजनकाजल, रात, माया, लेप।
अंशहिस्सा, कोण का अंश, किरण।
अंतमरण, अवसान, सीमा।
अनन्तआकाश, अन्तहीन, विष्णु।
अच्युतकृष्ण, स्थिर, अविनाशी।
अपरदूसरा, इतर, पंखहीन।
अपंगअपाहिज, तिलक, नेत्रों के कोने।
अग्रपहाड़, वृक्ष, अचल।
अग्रमुख्य, आगे, नोंक, शिखर।
अमृतसुधा, जल, अमर, सुन्दर।
अन्तरमध्य, ह्रदय, व्यवधान, भेद।
अजब्रह्मा, बकरा, दशरथ का पिता।
अक्षआँख, धुरी, आत्मा, पहिया, पासा।
अक्षरअविनाशी, वर्ण, आत्मा, आकाश, मोक्ष।
अमलनिर्मल, अभ्यास, समय, नशा।
अमरदेवता, पारा, अविनाशी।
अलिभौंरा, मदिरा, कुत्ता।
अरिष्टलहसुन, नीम, कौवा।
अहिसर्प, सूर्य, कष्ट।
अचलस्थिर, पर्वत, दृढ़।
अटकबाधा, भ्रमणशील, उलझन।
अरुणलाल रंग, सूर्य, सिन्दूर।
अनलआग, परमेश्वर, जीव, विष्णु।
अपायजाना, लोप, नाश, हानि, उपद्रव।
अभयनिर्भयता, शिव, निरापद।
अभिनिवेशआग्रह, संकल्प, अनुराग, दृढ़ निश्चय।
अयोनिअजन्मा, नित्य, मौलिक, कोख।
अशोकमगधराज, शोकरहित, एक वृक्ष।
अगजहाथी से भिन्न, पहाड़ से उत्पन्न।

‘आ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
आपत्तिविपत्ति, एतराज।
आरामबाग, विश्राम, रोग का दूर होना, निरोग होना।
आमआम का फल, सर्वसाधारण, रंज, मामूली, सामान्य।
आत्माप्राण, अग्नि, सूर्य।
आकारस्वरूप, चेष्टा, बुलाना।
आशुगवायु, तीर, पत्र।
आलीसखी, पंक्ति।
आँखनयन, परख, सन्तान, छिद्र।
आनंदख़ुशी, मदिरा, शिव, एक छंद।
आभीरअहीर, एक राग।

‘इ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
इतरदूसरा, साधारण, नीच।
इंगितसंकेत, अभिप्राय, हिलना-डूलना।
इन्द्रदेवराज, राजा, रात्रि।

‘ई’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
ईश्वरपरमात्मा, स्वामी, शिव, पारा, पीतल।

‘उ’ एवं ‘ऊ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
उत्तरउत्तर दिशा, जवाब, हल, अतीत, पिछला, बाद का।
उग्रविष, प्रचंड, महादेव।
उद्योगपरिश्रम, धंधा, कारखाना।
उदारदाता, बड़ा, सरल, अनुकूल।

‘ए’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
एकांततत्पर, स्वस्थचित्त।
एकाक्षकाना, कौवा।

‘ऐ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
ऐरावतीइरावती नदी, बिजली, वटपत्री।

‘ओ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
ओकपक्षी, शूद्र, मतली, घर, पनाह।

‘औ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
औसतबीच का, साधारण, दरमियानी

‘क’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
करहाथ, टैक्स, किरण, सूँड़।
कालसमय, मृत्यु, यमराज।
कलाअंश, किसी कार्य को अच्छी तरह करने का कौशल।
कर्णकर्ण (नाम), कान।
कुशलखैरियत, चतुर।
कलबीता हुआ दिन, आने वाला दिन, मशीन।
कामवासना, कामदेव, कार्य, पेशा, धंधा।
कनकसोना, धतूरा, पलाश, गेंहूँ।
कुंदभोंथरा, एक मूल।
कुलवंश, सब।
कृष्णकाला, कन्हैया, वेदव्यास।
केतुएक ग्रह, ध्वज, श्रेष्ठ, चमक।
कोटपरिधान, किला।
कोटिश्रेणी, करोड़, गणना।
कंकयम, क्षत्रिय, युधिष्ठिर।
कंकणकंगन, मंगलसूत्र, विवाहसूत्र।
कंटकघड़ियाल, कांटा, दोष।
कक्षकमरा, काँख, लता, रनिवास, बाजू।
कटाक्षआक्षेप, तिरछी निगाह, व्यंग्य।
कर्ककेंकड़ा, आग, एक राशि, आईना, सफेद।
काककौआ, लंगड़ा आदमी, अतिधृष्ट।
कादम्बकदम्ब, ईख, बाण, खट्टी मदिरा।
कृत्स्नजल, कोख, पेट।
कैरवकुमुद, कमल, शत्रु, ठग।
केवलएकमात्र, विशुद्ध ज्ञान।
कंदशकरकन्द, बादल, मिश्री।
कलत्रस्त्री, कमर।
केलिपरिहास, खेल, पृथ्वी।
कमलहिरण, पंकज, ताम्बा, आकाश।
कल्पसबेरा, शराब।
कक्ष्याराजा की देहरी, कमरबंद।
कसरतव्यायाम, अधिकता।
कबंधजल, बादल, एक राक्षस।
कौरवधृतराष्ट्रादि, गीदड़।
कम्बलआँसू, ऊनी वस्त्र, गाय के गले का रास।
कंबुशंख, कंगन।
कलापसमूह, तरकश, मोर की पूँछ, चाँद, व्यापार।
कसबल, परीक्षा, तलवार की लचक।
कान्तारटेढ़ा मार्ग, वन।
कांडगुच्छा, दुर्घटना।
काटद्रोह, आपसी विरोध।
कैतनध्वजा, घर, कार्य, आमंत्रण।
कुरंगहिरण, नीला, बदरंग।
कुंभघड़ा, एक राशि, हाथी का मस्तक।
कुटिलटेढ़ा, दुष्ट, घुंघराला।
कौपीनलंगोटा, अकार्य, गीद्ध।
कौशिकविश्वामित्र, नेवला, उल्लू, सपेरा, इन्द्र।

‘ख’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
खगपक्षी, तारा, गन्धर्व, जुगनू, बाण।
खरदुष्ट, गधा, तिनका, कड़ा, तीक्ष्ण, मोटा, एक राक्षस।
खलदुष्ट, धतूरा, बेहया, धरती, सूर्य, दवा कूटने का खरल।
खैरकत्था, कुशल।
खंजखंजन, लंगड़ा।

‘ग’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
गणसमूह, मनुष्य, भूतप्रेतादि, शिव के गण, छन्द में गिनती के पद, पिंगल के गण।
गुरुशिक्षक, ग्रहविशेष, श्रेष्ठ, बृहस्पति, भारी, बड़ा, भार।
गोबाण, आँख, वज्र, गाय, स्वर्ग, पृथ्वी, सरस्वती, सूर्य, बैल, इत्यादि।
गुणकौशल, शील, रस्सी, स्वभाव, लाभ, विशेषता, धनुष की डोरी।
गतिपाल, हालत, चाल, दशा, मोक्ष, पहुँच।
गदहागधा, मूर्ख, वैद्य।
ग्रहणलेना, चन्द्र, सूर्यग्रहण।
गोविंदकृष्ण, गोष्ठी का स्वामी।
गोत्रवंश, वज्र, पहाड़, नाम।
गिरासरस्वती, गिरना, वाणी।
गौरगोरा, विचार।

‘घ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
घनबादल, अधिक, घना, गणित का घन, पिण्ड, हथौड़ा।
घटघड़ा, देह, ह्रदय, किनारा।
घाटनावादि से उतरने-चढ़ने का स्थान, तरफ।
घृणाघिन, बादल।

‘च’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
चरणपग, पंक्ति, पद्य का भाग।
चंचलालक्ष्मी, स्त्री, बिजली।
चोटीशिखर, सिर, वेणी।
चन्द्रशशि, कपूर, सोना, सुन्दर।
चाँदचन्द्रमा, सिर।
चारापशुखाद्य, उपाय।
चक्रपहिया, चाक, भंवर, समूह, बवंडर।
चयसमूह, नींव, टीला, तिपाई, किले का फाटक।

‘छ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
छन्दइच्छा, पद, वृत्त।

‘ज’ एवं ‘झ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
जलजकमल, मोती, शंख, मछली, जोंक, चन्द्रमा, सेवार।
जालफरेब, बुनावट, फंदा, किरण, जाला।
जीवनजल, प्राण, जीविका, जीवित।
जलधरबादल, समुद्र।
जड़मूल, मूर्ख।
जौवेग, शरिक्त, अन्न विशेष।
जंगयुद्ध, लोहे में लगी कार्बनपरत।
जयन्तइन्द्रपुत्र, शिव, चाँद, एक ताल।
जराबुढ़ापा, थोड़ा।
ज्येष्ठ (जेठ)पति का बड़ा भाई, बड़ा, हिन्दी महीना।

‘ट’, ‘ठ’, ‘ड’ एवं ‘ढ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
ठाटश्रृंगार, आडंबर।
ठाकुरदेवता, हजाम, क्षत्रिय।

‘त’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
तीरबाण, किनारा, तट।
ताराआँख की पुतली, नक्षत्र, तारक, प्यारा, बालि की स्त्री, बृहस्पति की स्त्री।
तंत्रदवा, उपासना, पद्धति, सूत, कपड़ा।
तत्त्वमूल, वस्त्र, ब्रह्मा, पदार्थ।
तल्पखाट, अटारी, स्त्री।
तनुशरीर, मूर्ति, अल्प, कोमल, पतला।
ताललय, एक वृक्ष, झील, हड़ताल।
तार्क्ष्यघोड़ा, गरुड़, सर्प, स्वर्ण, रथ।
तातपूज्य, प्यारा, मित्र, पिता, तप्त।
तमचरउल्लू, राक्षस, चोर।
तीर्थदेवस्थान, शास्त्र, गुरु।

‘थ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
थानस्थान, अदद, पशुओं के बाँधने की जगह।

‘द’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
दलसमूह, सेना, पत्ता, पत्र, नाश, हिस्सा, पक्ष, भाग, चिड़ी।
दंडसज़ा, डंडा, आक्रमण, दमन, एक व्यायाम।
द्रव्यवस्तु, धन।
द्विजपक्षी, दाँत, ब्राह्मण, गणेश।
द्वीपटापू, आश्रम, हाथी, अवलम्ब।
द्रोणद्रोणाचार्य, डोंगी, कौआ।
दर्शनमुलाकात, एक शास्त्र, स्वप्न, तत्त्वज्ञान।
दिनेशउक्ति, भिक्षा, सूर्य, आदेश।

‘ध’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
धनसम्पति, शुभ कार्य, श्रेय, न्याय, योग।
धर्मप्रकृति, स्वभाव, कर्तव्य, सम्प्रदाय।
धात्रीउपमाता, पृथ्वी, आँवला।
धामघर, शरीर, देवस्थान।
धारप्रवाह, किनारा, सेना।
धनंजयअर्जुन, नाग।

‘न’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
नंदहर्ष, परमेश्वर, मगधराज, मेंढक।
नंदाआनंद, ननद, संपत्ति।
निशानतेज करना, चिह्न, यादगार, पताका।
नाकनासिका, स्वर्ग, मान।
नागरचतुर, नागरिक, सोंठ।
नागहाथी, पर्वत, बादल, साँप।
नगपर्वत, वृक्ष, रत्न विशेष, चाव, अचल, नगीना।
निशाचरराक्षस, प्रेत, उल्लू, साँप, चोर।

‘प’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
पदचरण, शब्द, पैर, स्थान, उद्यम, रक्षा, ओहदा, कविता का चरण।
पानीजल, चमक, इज्जत।
पक्षपन्द्रह दिन का समय, ओर, पंख, बल, घर, सहाय, पार्टी।
पत्रपत्ता, चिठ्ठी, पंख।
पृष्ठपीठ, पत्रा, पीछे का भाग।
प्रभावसामर्थ्य, असर, महिमा, दबाव।
पतंगसूर्य, पक्षी, टिड्डी, फतिंगा, गुड्डी।
पयदूध, अन्न, पानी।
परपंख, ऊपर, बाद, किन्तु।
पतिस्वामी, ईश्वर।
पयोधरस्तन, बादल।
पीठपृष्ठभाग, पीढ़ा।
पानपेय, द्रव्य, तांबूल, शराब।
पाशबंधन, रस्सी, पशु।
पोतनाव, बच्चा, दाव।
प्रतीकचिह्न, प्रतिमा, उल्टा।
प्रवालमूँगा, नया पत्ता, वीणादंड।
पुष्करतालाब, कमल, आकाश, तलवार।
पिशुनचुगलखोर, केसर, नारद, नीच, क्रूर, मूर्ख।
पूतपुत्र, पवित्र किया हुआ, शंख।
पूरणवृष्टि, मरना, सेतु, सम्पूर्ण।

‘फ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
फललाभ, मेवा, नतीजा, पेड़ का फल, तलवार, भाले की नोंक।
फनसाँप का फण, हुनर।

‘ब’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
बलसेना, ताकत, बलराम, शक्ति।
बेलाएक फूल, वक्ता, समय, बरतन।
बादपीछे, व्यर्थ, सिवाय।
बसगाड़ी, वश, समाप्ति।
बालालड़की, आभूषण, वलय।
बंधबंधन, गाँठ, निर्माण, बाँध (नदी के किनारे)
बीरबहादुर, सखी, चरागाह।
बलिराजा बलि, बलिदान, उपहार, कर।

‘भ’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
भगऐश्वर्य, चाँद, यश, ज्ञान, वैराग्य।
भूतअतीत, वस्तुतः, सत्य, प्राप्त।
भीतडरा हुआ, भित्ति, दीवार।
भवसंसार, शुभ, मेघ, जन्म।
भोरसुबह, सीधा, भूलने का स्वभाव।
भेदरहस्य, तात्पर्य, अन्तर, प्रकार।
भागहिस्सा, विभाजन, भाग्य।
भारकाम, बोझा, सहारा, रक्षा।

‘म’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
मयूखकान्ति, किरण, ज्वाला।
मन्युक्रोध, दीनता, यज्ञ, चिन्ता।
मधुशराब, शहद, बसंत, दूध, मीठा।
मानसम्मान, इज्जत, अभिमान, नाप-तौल, मानना।
मित्रदोस्त, सूर्य, प्रिय, साँप।
मूलजड़, पहला, वृक्ष की जटा।
मूकगूँगा, विवश, चुपचाप।
मंडलजिला, हल्का, बिम्ब, क्षितिज।
मणिकीमती पत्थर, श्रेष्ठजन, बकरी के गले की थैली।
मदघमंड, हर्ष, शराब।
मलमैल, कफ, पाप, बुराई।
माँमाता, मत, मान, लक्ष्मी।
मात्राइन्द्रिय, धन, परिमाण।
मतराय, वोट, नही।
महावीरहनुमान, बहुत बलवान्, जैन तीर्थकर।
मुद्रामुहर, आकृति, सिक्का, अँगूठी, रूप, धन।

‘य’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
योगनियम, उपाय, मिलन, युक्ति, विधा, कौशल, ध्यान, जोड़।
यतियोगी, जितेन्द्रिय, ब्रह्मा-पुत्र, विराम।

‘र’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
राशिसमूह, मेष, कर्क, आदि राशियां।
रसप्रेम, काव्य के नौ रस, अर्क, स्वाद, सार।
रक्तलहू, लाल रंग, सिंदूर, केसर।
रुचिप्रेम, शोभा, किरण, इच्छा।
रश्मिलक्ष्मी, किरण, लगाम।
रंगशोभा, सौंदर्य, ठाट-बाट, दशा।

‘ल’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
लक्ष्यनिशाना, उद्देश्य।
लहरतरंग, वायु की गति, उमंग, जोश।
लिंगचिह्न, प्रमाण, एक पुराण।
लोकजगत, लोग।
लालपुत्र, एक रंग, एक कीमती रत्न।
लीकरास्ता, लकीर, प्रथा, गणना।
लघुह्रस्व, छोटा, हल्का।
लौलपट, चाह।

‘व’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
वरदूल्हा, वरदान, श्रेष्ट।
वर्णजाति, रंग, अक्षर।
विग्रहलड़ाई, शरीर, विच्छेद, देवता की मृर्ति।
विषमजो सम न हो, भीषण, बहुत कठिन।
वनजंगल, उपवन, झरना, फूलों का गुच्छा, जल।
विरोधवैर, विपरीत भाव।
विधिकानून, रीति, ईश्वर, भाग्य, ढंग।
विजयादुर्गा, भांग।
वाणीसरस्वती, सार्थक शब्द, जीभ, सरकंडा।
वितानफैलाव, राशि, प्रगति, अवसर, घृणा।
वीथिपंक्ति, श्रेणी, गली, बाजार।
वेदज्ञान, विष्णु, व्याख्या।
व्योमआकाश, अभ्रक, कल्याण।
वशास्त्री, बाँझ गाय, बेटी।
वंशकुल, पास, बाँसुरी, परिवार।
वधूबहू, नव विवाहिता।
वरसबच्चा, बछड़ा, छाती, वर्ष।
वामबायाँ, प्रतिकूल, स्त्री।
वासगमक, निवास, इच्छा, वस्त्र।
विधुविष्णु, चन्द्रमा, कपूर, राक्षस।
वृजिनक्लेश, कुटिल, पाप।
वारप्रहार, बारी, दिन।

‘श’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
शिवमंगल, महादेव, वेद, गीदड़, भागयशाली।
शुद्धपवित्र, ठीक, जिसमें मिलावट न हो।
शिखाचोटी, ज्वाला, शाखा, दीपक की लौ।
शिखिअग्नि, मयूर, पुरुष, मुर्गी।
श्यामातुलसी, यमुना, रात, राधा।
शिलीमुखभ्रमर, बाण, मूर्ख।
शून्यआकाश, बिन्दु, अभाव, ईश्वर।
शॉलएक पेड़, ऊनी चादर।
शेरसिंह, उर्दू छंद के दो चरण।
शंकुकील, बाण की नोंक, विष।
शक्तिदेवी, योग्यता, प्रभाव, बल।
शंबरजल, बादल, चित्र, युद्ध, व्रत।

‘श्र’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
श्रमपरिश्रम, थकावट, प्रयास, दुःख।
श्रीलक्ष्मी, कमला, चमक, चन्दन।
शृंखलासाँकल, कतार, बंधन।
श्रुतिकान, वेद।

‘स’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
सरतालाब, सिर, पराजित।
सेहतसुख, स्वास्थ्य, रोग से छुटकारा।
सुधाअमृत, पानी।
संज्ञानाम, चेतना।
सारंगहाथी, कोयल, कामदेव, सिंह, धनुष भौंरा, मृग, मयूर, स्त्री, नानावर्ण, सुन्दर, सरस, बादल, वृक्ष, छाता, वस्त्र, बाल, शंख, शिव, कपूर, चन्दन, आभूषण, स्वर्ण मधुमक्खी, कमल।
संकरदोगला, योग, गोबर, एक अलंकार।
संख्याअंक, प्रज्ञा, तरीका, नाम।
संगरयुद्ध, खाई, रजामन्दी, सौदा, वादा।
संतानऔलाद, धारा, वंश, विस्तार।
सत्त्वएक गुण, जीवन, भ्रूण, सत्य।
सिलाइनाम, बदला।
संगपत्थर, साथ, आसक्ति।
सर्गअध्याय, सृष्टि, संतान, प्रकृति।
सुतपुत्र, पार्थिव।
संधाप्रतिज्ञा, साँझ, स्थिति।
सुमनफूल, विचारवान।
सोनास्वर्ण, नींद।
स्थूलमोटा, सहज में दिखाई देने या समझ में आने योग्य।
स्नेहप्रेम, तेल, चिकनाई।

‘ह’ वर्ण के अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
हारआभूषण, शिथिलता, पराजय।
हंसप्राण, सूर्य, आत्मा, एक पक्षी।
हस्तीहाथी, औकात, अस्तित्व।
हरकतगति, चेष्टा, नटखटपन।
हीनरहित, दीन, निकृष्ट।
हिमबर्फ, चाँद, कमल, मोती, कपूर।
हसरतअफ़सोस, कामना।
हतमारा गया, विरहित, विफल, ग्रस्त।
हरमहादेव, अग्नि, गधा, भाजक।
हिरणमृग, शिव, नेवला, हंस, विष्णु।
हरिहाथी, विष्णु, पहाड़, सिंह, इन्द्र, घोड़ा, सर्प, बन्दर, वानर, मेढ़क, यमराज, शिव, कृष्ण, किरण, कोयल, हंस।

अन्य अनेकार्थी शब्द

अनेकार्थी शब्दअर्थ
अदृष्टजो देखा न जाए, भाग्य, गुप्त, रहस्य।
अक्षरअविनाशी, वर्ण, ईश्वर, आत्मा, आकाश, धर्म, तप।
अब्धिसागर, समुद्र।
अंतरहृदय, भेद, फर्क, व्यवधान, अवधि, अवसर।
अमरईश्वर, देवता, शाश्वत, आकाश और धरती के मध्य में।
अधरहोंठ, नीचे, पराजित।
अर्कसूर्य, रस, आका का पौधा।
अनंतआकाश, जिसका अंत न हो, ईश्वर, शेषनाग।
आलीसखी, पंक्ति।
उपचारइलाज, उपाय।
अरूणहल्का लाल रंग, सूर्य का सारथी, प्रभात का सूर्य।
अवकाशछुट्टी, बीच के आराम का समय, मौका।
अपवादनिंदा, किसी नियम का विरोधी।
अभिजातपूज्य, उच्च कुल का, सुंदर।
औरतथा, दूसरा, अधिक, योजक शब्द।
कुलवंश, सारा, सभी।
घटघड़ा, हृदय, कम, देह, पिंड।
जवानयुवा, सैनिक, योद्धा।
जीवनजिंदगी, प्राण, जल, वृत्ति।
तमअँधेरा, कालिख, अज्ञान, क्रोध, राहु, पाप।
तपतपस्या, साधना, अग्नि।
तारधातु का तार, तारघर से संदेश भेजना, तारना।
ताराआँख की पुतली, सितारा, महाराजा हरिश्चंद्र की पत्नी।
दक्षिणदक्षिण दिशा, दाहिना, अनुकूल।
धनपूँजी, द्रव्य।
धारणाबुद्धि, विचार, विश्वास।
नागसर्प, हाथी, नागकेसर।
नगनगीना, पर्वत।
नायकमुख्यपात्र, नेता, मार्गदर्शक।
निशाचरराक्षस, उल्लू, चोर।
पटकपड़ा, दरवाज़ा, तख्ता।
पत्रपत्ता, चिट्ठी, पृष्ठ, पंख।
पदपैर, शब्द, छंद, पदवी, अधिकार, स्थान, भाग, गीत।
पयपानी, दूध।
बलशक्ति, सेना।
भूतप्रेत, बीता हुआ समय, पंचभूत, प्राणी।
भृतिमज़दूरी, मूल्य, वेतन।
मधुशहद, एक राक्षस, मधु ऋतु (वसंत)।
मूलजड़, आधार, असल धन।
यतियोगी, जितेन्द्रिय, ब्रह्मा-पुत्र, विराम।
रसजड़, निचोड़, खट्टा-मीठा आनंद।
वासनिवास, घर, सुगंध।
वंशगन्ना, बाँस, खानदान, समूह।
सूरसूर्य, सूरदास एक कवि, अंधा व्यक्ति, शूरवीर।
स्कंधकंधा, पेड़ का तना, ग्रंथ का भाग।
हरशिव, चुरा लेना।

अनेकार्थी शब्द के अर्थ और उदाहरण

अनेकार्थी शब्द के अर्थ और उदाहरण निम्न प्रकार है:-

अनेकार्थी शब्दअर्थउदाहरण
चारूसुन्दरचारु चंद्र की चंचल किरणें, खेल रही है जल थल में।
चंचलअस्थिरचारु चंद्र की चंचल किरणें, खेल रही है जल थल में।
अवनिपृथ्वीस्वच्छ चाँदनी बिछी हुई है अवनि और अम्बरतल में।
अम्बरतलआकाश तलेस्वच्छ चाँदनी बिछी हुई है अवनि और अम्बरतल में।
पुलकआनंदपुलक प्रकट करती है धरती, हरित तृणों की नोकों से।
मन्दहल्कीमानों झीम रहे है तरु भी, मन्द पवन के झोंकों से।
मनकामाला के दानेकरका मनका डारि दै मन का मनका फेर।
मनचित्तकरका मनका डारि दै मन का मनका फेर।
पानीचमक (मोती के लिए)रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून।
चंचलालक्ष्मी, स्त्री, बिजलीचली चंचला, चंचला के घर से, तभी चंचला चमक पड़ी।

अनेकार्थी शब्द से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

  • अनेकार्थी शब्द की परिभाषा क्या है?

    अनेकार्थी का अर्थ ‘एक से अधिक अर्थ देने वाला शब्द’ होता है। वह शब्द जिनके अनेक अर्थ होते है, उन्हें ‘अनेकार्थी शब्द’ कहते है। साधारण शब्दों में:- जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते है, उन्हें ‘अनेकार्थी शब्द’ कहते है।

अंतिम शब्द

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