छप्पय छंद की परिभाषा, भेद और उदाहरण

Chhappay Chhand Ki Paribhasha in Hindi

छप्पय छंद की परिभाषा : Chhappay Chhand in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘छप्पय छंद की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप छप्पय छंद की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

छप्पय छंद की परिभाषा : Chhappay Chhand in Hindi

छप्पय एक ‘संयुक्त मात्रिक छंद’ है। इस छंद का निर्माण ‘मात्रिक छंद’ के ‘रोला छंद’ और ‘उल्लाला छंद’ के योग से होता है। छप्पय छंद में कुल 6 चरण होते है।

इसमें प्रथम 4 चरण ‘रोला छंद’ के होते है, जबकि अंतिम 2 चरण ‘उल्लाला छंद’ के होते हैं। प्रथम 4 चरणों में कुल 24 मात्राएँ होती है, जबकि अंतिम 2 चरणों में 26-26 अथवा 28-28 मात्राएँ होती है।

जिस प्रकार तुलसी की चौपाइयाँ, बिहारी के दोहे, रसखान के सवैये, पद्माकर के कविता तथा गिरिधर कविराय की कुंडलियाँ प्रसिद्ध है, ठीक उसी प्रकार नाभादास के छप्पय प्रसिद्ध है।

छप्पय छंद के उदाहरण

छप्पय छंद के उदाहरण निम्नलिखित है:-

उदाहरण 1

नीलाम्बर परिधान हरित पट पर सुन्दर है।
सूर्य-चन्द्र युग मुकुट, मेखला रत्नाकर है।
नदिया प्रेम-प्रवाह, फूल -तो मंडन है।
बंदी जन खग-वृन्द, शेषफन सिंहासन है।
करते अभिषेक पयोद है, बलिहारी इस वेश की।
हे मातृभूमि! तू सत्य ही,सगुण मूर्ति सर्वेश की।।

उदाहरण 2

जिसकी रज में लोट-पोट कर बड़े हुए हैं। 
घुटनों के बल सरक-सरक कर खड़े हुए हैं।।
परमहंस सम बाल्यकाल में सब सुख पाये। 
जिसके कारण धूल-भरे हीरे कहलाये।।
हम खेले कूदे हर्षयुत, जिसकी प्यारी गोद में। 
हे मातृभूमि ! तुमको निरख मग्न क्यों न हों मोद में।।

छप्पय छंद से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

  1. छप्पय छंद की परिभाषा क्या है?

    छप्पय एक ‘संयुक्त मात्रिक छंद’ है। इस छंद का निर्माण ‘मात्रिक छंद’ के ‘रोला छंद’ और ‘उल्लाला छंद’ के योग से होता है। छप्पय छंद में कुल 6 चरण होते है।
    इसमें प्रथम 4 चरण ‘रोला छंद’ के होते है, जबकि अंतिम 2 चरण ‘उल्लाला छंद’ के होते हैं। प्रथम 4 चरणों में कुल 24 मात्राएँ होती है, जबकि अंतिम 2 चरणों में 26-26 अथवा 28-28 मात्राएँ होती है।
    जिस प्रकार तुलसी की चौपाइयाँ, बिहारी के दोहे, रसखान के सवैये, पद्माकर के कविता तथा गिरिधर कविराय की कुंडलियाँ प्रसिद्ध है, ठीक उसी प्रकार नाभादास के छप्पय प्रसिद्ध है।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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2 Comments

  1. छप्पय छंद के भेद भी बताओ।

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