क्रिसमस पर भाषण

क्रिसमस पर भाषण : Christmas Speech in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘क्रिसमस पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप क्रिसमस पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
क्रिसमस पर भाषण : Christmas Speech in Hindi
नमस्कार, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, विशेष अतिथिगण, सभी शिक्षकगण और सभी साथियों को मेरा प्यारभरा नमस्कार।
मेरा नाम ——- है और मैं इस विद्यालय में 11वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। मैं आप सभी को तह दिल से धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस अवसर पर भाषण प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया।
आज मैं आप सभी के सामने क्रिसमस पर भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। आज 25 दिसंबर का दिन है। आज के दिन को पूरी दुनिया में क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है।
भारत त्योहारों का देश है और यहाँ हर धर्म के लोग निवास करते है। चाहे वह हिन्दू हो या मुसलमान, चाहे वह सिक्ख हो या ईसाई।
यहाँ सभी धर्मों को समान अधिकार है। यहाँ सभी धर्मों के त्योहारों को भी बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। क्रिसमस के दिन को लगभग पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
माना जाता है कि इस दिन ईसाईयों के भगवान जीसस क्राइस्ट अर्थात यीशु का जन्म हुआ था। इसलिए इसे ईसाईयों द्वारा बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
एक कथा के अनुसार मरियम के पास स्वर्ग से दूत आये। जिन्होंने उन्हें बताया कि आपके गर्भ से एक बच्चे का जन्म होगा, जिसका नाम यीशु रखने को कहा गया।
उन्होंने यह भी कहा कि ये बालक बड़ा होकर राजा बनेगा। जिसके राज्य की कोई सीमा नहीं होगी। जो इस पूरी मानवता को सभी परेशानियों से निजात दिलाएगा।
उसके पश्चात उनका विवाह युसूफ से हो गया। जिसके बाद एक रात को एक अस्तबल में यीशु का जन्म हुआ। कहा जाता है कि इस रात को एक तारा बहुत जोर से चमक रहा था।
इस दिन भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के अधिकांश देशों में अवकाश होता है। इस त्योहार को ईसाई धर्म के लोगों के अलावा अन्य धर्म के लोगों के द्वारा भी बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
सबसे पहले इस त्यौहार को रोम में मनाया गया था। जिसके बाद धीरे-धीरे इसे पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा। यह त्यौहार बच्चों के लिए बहुत आनंदमय होता है।
इस दिन सभी जगह बहुत सुंदर सजावट होती है। बच्चे चर्च में जाकर प्रार्थना करते है। बच्चे अपने उपहारों के लिए भगवान से कामना करते है।
जिसके बाद उन्हें सेंटा क्लोज द्वारा रात को 12 बजे आकर उपहार दिए जाते है। बच्चों को उपहारों का बहुत इंतज़ार रहता है।
वैसे तो यह उपहार उनके माता-पिता द्वारा ही रखा जाता है। लेकिन, बच्चे अपने उपहार के लिए बहुत ही उत्साहित रहते है।
इस दिन देवदार के पेड़ को घर लाया जाता है। इसे बड़े ही सुंदर तरीके से सजाया जाता है। इसके ऊपर लाइट लगाकर इसे और भी अधिक सुंदर बनाया जाता है।
आज हमारे विद्यालय में भी क्रिसमस के अवसर पर एक छोटे से कार्यक्रम का आयोजन किया है। जिसमें हम सभी को अपने मनपसंद कपड़े पहनने का मौका मिला।
जिसके बाद हमारें पास सेंटा क्लोज आए, जिसने हमें उपहार के साथ-साथ चॉकलेट व टॉफिया भी प्रदान की। फिर हम सभी ने मिलकर नृत्य किया। हमनें इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाया।
इतना कहकर मैं सबसे पहले आप सभी को क्रिसमस की शुभकामनाएँ देना चाहता हूँ और आप सभी के लिए प्रार्थना करता हूँ कि आप सभी को अपने मनपसंद उपहार प्राप्त हो।
इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।
धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।