कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध

कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध : Essay on Female Foeticide in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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कन्या भ्रूण हत्या पर निबंध : Essay on Female Foeticide in Hindi
प्रस्तावना:-
भ्रूण हत्या क्या है? जब किसी बच्चे को गर्भ में विकसित होने से पहले ही उसकी हत्या कर दी जाती है, तो उसे भ्रूण हत्या कहते है।
इस समाज में ज्यादातर भ्रूण हत्या एक लड़की की ही होती है। उसे इस संसार में आने से पहले ही गर्भ में ही मार दिया जाता है।
उसे इस सुंदर संसार को देखने का अवसर भी नहीं मिलता है। गर्भ की जांच करने के बाद लिंग का पता लगाकर उसकी हत्या कर दी जाती है।
इस विकास की राह में चलते हुए आज भी समाज का कुछ हिस्सा महिलाओं बोझ समझता है, उन्हें कलंक के रूप में देखा जाता है।
जहाँ एक लड़के के पैदा होने पर जश्न मनाया जाता है। वहीं दूसरी और एक लड़की के पैदा होने पर मातम मनाया जाता है। यह इस समाज का कड़वा सत्य है, जो कईं पीढियों से चला आ रहा है।
कन्या भ्रूण हत्या के कारण:-
- कन्या भ्रूण हत्या का मुख्य कारण शिक्षा की कमी है। आज भी हमारा समाज पूरी तरह शिक्षित नहीं है। जिससे उनकी मानसिकता में परिवर्तन नहीं आ पाता है। शिक्षित न होने के कारण वें आज भी रूढ़िवादी परम्पराओं में फंसे हुए है। जिससे वें सिर्फ शिक्षा के द्वारा ही बाहर निकल सकते है।
- महिला शिक्षा का आभाव होने के कारण वें अपने साथ हो रहे अत्याचारों या जबरदस्ती होने वाले गर्भपात को नहीं रोक पाते है और न ही उसके खिलाफ लड़ पाते है। उन्हें अपने अधिकारों के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है।
- रूढ़िवादी सोच का होना भी कन्या भ्रूण हत्या का सबसे बड़ा कारण है। कईं लोग आज भी पुरानी सोच में रह रहे है। उनकी सोच अभी भी एक लड़की के प्रति परिवर्तित नहीं हुई है।
- आज इस देश के संविधान द्वारा तो लड़का-लड़की को प्रत्येक वस्तु में समानता दी गई है। लेकिन, इस समाज में आज भी लड़का-लड़की में भेदभाव किया जाता है। उन्हें आज भी छोटी नज़रों से ही देखा जाता है।
- तकनीकी का विकास भी कन्या भ्रूण हत्या का एक महत्वपूर्ण कारण है। जब से नईं तकनीकी आई है, तब से लोग अल्ट्रासोनोग्राफी के द्वारा पहले ही पता लगा लेते है कि गर्भ में लड़का है या लड़की।
कन्या भ्रूण हत्या के प्रभाव:-
- कन्या भ्रूण हत्या के कारण देश में लड़कियों की संख्या लड़कों के मुकाबले कम हो गई है। जिससे उनकी औसत संख्या भी कम हो गई है।
- लड़कियों की कमी के कारण लड़कों को शादी करने के लिए लड़कियां ही नहीं मिलती है। जिससे इस समाज में लड़कियों को पैसों में ख़रीदा जाने लगा है। उनकी एक वस्तु की तरह ही कीमत लगाई जाती है।
- कन्या भ्रूण हत्या को इस देश में एक अपराध की तरह माना जाता है। लोग एक लड़की से छुटकारा पाने के लिए कईं अपराध भी करते है और कईं बार लोग अन्धविश्वास में भी फंसकर अपराध कर देते है।
- लड़कियों की संख्या कम हो जाने पर लोग लड़कियों की शादी बचपन में ही या छोटी लड़की की शादी किसी बूढ़े इंसान से करवा देते है। जिससे उस लड़की का जीवन भी बर्बाद हो जाता है।
कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के उपाय:-
- सरकार को कन्या भ्रूण हत्या के प्रति सख्त से सख्त कानून बनाने चाहिए। जिससे लोगों के मन में इस अपराध को करने से पहले ही भय हो। जिससे वें यह अपराध नहीं करें।
- हमें इस समाज में लड़कियों के प्रति जागरूकता फैलानी चाहिए। जिससे लोग एक लड़की के महत्व को समझे और उसे गर्भ में ही मारना बंद करें।
- सरकार को महिला शिक्षा के प्रति बढ़ावा देना चाहिए। उनके लिए नईं-नईं योजनाएं बनानी चाहिए, जिससे वें आसानी से पढ़ सके।
उपसंहार:-
एक लड़की को घर की लक्ष्मी कहा जाता है। लेकिन उसे गर्भ में ही मार दिया जाता है। उसे इस संसार में जीने लायक भी नहीं समझा जाता है। पैदा होने के बाद भी उसके साथ भेदभाव किया जाता है।
लेकिन, अब धीरे-धीरे काफ़ी हद तक हमारा समाज का विकास हुआ है और लोग उस सोच से आगे बढ़े है और एक लड़की को लड़के के समान समझा जाने लगा है।
आज सरकार भी लड़कियों के प्रति नईं-नईं योजनाएं ला रही है। जिससे उन्हें शिक्षा के लिए बढ़ावा दिया जा सके। जिससे वें भी इस समाज में सम्मान के साथ अपना जीवन जी सके।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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