जल का महत्व पर निबंध

Essay on Importance of Water in Hindi

जल का महत्व पर निबंध : Essay on Importance of Water in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘जल का महत्व पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप जल का महत्व पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

जल का महत्व पर निबंध : Essay on Importance of Water in Hindi

निबंध 1 (300 शब्द)

प्रस्तावना:-

जल हम सभी को जीवन प्रदान करता है। जल ही जीवन है, जिसके बिना हम सभी जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है।

जल सिर्फ जीव-जन्तुओं को ही नहीं बल्कि, इस पूरी प्रकृति को संचालित करने के लिए आवश्यक है। मनुष्य को अपने पूरे दिन की क्रिया में पानी की आवश्यकता होती है।

एक मनुष्य का 72 प्रतिशत शरीर पानी से ही बना होता है। इस पृथ्वी के दो तिहाई हिस्से में भी सिर्फ पानी ही पानी है।

जल की आवश्यकता:-

जल इस धरती पर रहने वाले प्रत्येक जीव के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। यदि मनुष्य की बात करें तो उसका 72 प्रतिशत शरीर जल से ही बना हुआ है।

यदि, उसके शरीर में 1 प्रतिशत भी जल की कमी हो जाती है तो उसे काफी जोर से प्यास लगने लगती है। यदि यह मात्रा 10 प्रतिशत तक पहुंच जाए तो मनुष्य की तुरंत मौत हो जाती है।

इससे आप अनुमान लगा सकते है कि जल एक जीव के जीवन में क्या महत्व रखता है? पेड़-पौधों को भी उतनी ही जल की आवश्यकता होती है वरना वें सुख जाते है।

एक पेड़ को जब जल प्राप्त होता है तभी वह अपने लिए भोजन बनाता है। यह प्रकृति भी जल के बिना अपना अस्तित्व खो देती है।

एक मनुष्य को अपने लिए भोजन पकाने और अनाज उगाने के लिए भी जल की ही आवश्यकता होती है। आजकल बहुत से कारखानों में भी जल का इस्तेमाल किया जाता है।

जल से ही इनके कार्य पूर्ण होते है। मनुष्य अपने रोजमर्रा जीवन में भी ज्यादातर कार्यों के लिए जल का उपयोग करता है।

जल प्रदूषण और दुरूपयोग:-

वर्तमान समय में जल प्रदूषण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जल के स्रोत अब प्रदूषित हो गए है। लोग अपने घरों का कचरा नदियों व तालाबों में डाल देते है।

जिससे उस पानी में बदबू आने लगती है। कारखानों से निकलने वाला गंदा पानी भी नदियों में ही डाल दिया जाता है। कईं लोग अपने पालतू जानवरों को भी नदियों में ही नहला देते है।

कईं जगहों पर पानी इकठ्ठा हो जाता है और उसे निकलने का रास्ता नहीं मिल पाता है, जिससे उस पानी में बदबू आने लगती है और उसमें विभिन्न प्रकार के कीटाणु पैदा हो जाते है।

आज मनुष्य जल के महत्व को भूलकर उसका दुरूपयोग कर रहा है। घरों में आवश्यकता से अधिक जल का उपयोग किया जाता है।

कईं जगह लोग जल का दुरुपयोग करते है और कईं ऐसी जगहें है, जहाँ लोगों को पीने के पानी के लिए कईं कोसों दूर पैदल चलकर जाना पड़ता है, तब जाकर वह पानी पी पाते है।

जल का बचाव:-

आज हम सभी को जल के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है और जल के प्रदूषण व दुरुपयोग को रोकने की आवश्यकता है।

हमें नदियों व तालाबों को साफ करने की आवश्यकता है। हमें कचरे को कभी भी नदियों या तालाबों में नहीं डालना चाहिए, उसके लिए उचित व्यवस्था बनानी चाहिए।

अपने जानवरों को नदियों में नहीं नहलाना चाहिए। कारखानों से निकलने वाले गंदे पानी या कचरे की नदियों से दूर निकास की व्यवस्था करनी चाहिए। कहीं पर भी पानी को इकठ्ठा नहीं होने देना चाहिए।

हमें अपने घरों में भी पानी का सही उपयोग करना चाहिए। आवश्यकता न होने पर उसका उपयोग नहीं करना चाहिए। पानी का जितना हो सके, कम उपयोग करना चाहिए।

हमें बारिश के पानी को इकठ्ठा करना चाहिए और उसका उपयोग करना चाहिए। हमें पेड़ों की कटाई को कम से कम करना होगा और अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए।

उपसंहार:-

जल हम सभी के लिए एक अमूल्य उपहार है, जिसका हमें सोच-समझकर ही उपयोग करना चाहिए। इस पृथ्वी के दो तिहाई भाग पर जल होने के बावजूद भी पीने योग्य जल की समस्या है।

क्योंकि, सम्पूर्ण जल समुद्रों के रूप में मौजूद है, जो कि खारा है। पीने का पानी सीमित मात्रा में है इसलिए, पानी का हमें हमेशा सही उपयोग करना चाहिए।

मनूष्य को जल के महत्व को समझना होगा। उसके प्रति जागरूक होना होगा और सभी लोगों को भी जागरूक करना होगा ताकि, वह जल का सही उपयोग करें।

हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को इस समस्या से बचाने के लिए आज से ही जल के संरक्षण को महत्व देना होगा।
सरकार को भी जल संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है।

सरकार को वर्षा के जल को संरक्षित करने के कईं उपाय अपनाने चाहिए। तभी जाकर हमें जल की समस्या से निजात प्राप्त हो पाएगा।

निबंध 2 (400 शब्द)

प्रस्तावना:-

जल इस सम्पूर्ण पृथ्वी की सबसे महत्वपूर्ण वस्तु है। जल इस धरती के प्रत्येक जीव को जीवन प्रदान करता है। बिना जल के इस पृथ्वी पर जीवन का कोई भी अस्तित्व नहीं रहेगा।

इस पृथ्वी के 3/4 भाग पर जल ही जल है। लेकिन, शुद्ध जल की मात्रा सिर्फ 1% ही है और शेष का जल खारा है, जो कि समुद्रों में मौजूद है।

मनुष्य के शरीर में 75% पानी होता है। यदि इसकी मात्रा थोड़ी भी कम हो जाए तो मनुष्य को बहुत तेज प्यास लग जाती है और ज्यादा कम होने पर व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।

जल का महत्व:-

जल का काफी अधिक महत्व है, क्योंकि इस पृथ्वी पर जीव को जीने के लिए जल की आवश्यजकता होती है, चाहे वह छोटा जीव हो अथवा बड़ा जीव।

मनुष्य न सिर्फ जल का उपयोग पीने के लिए करता है, बल्कि दिन-प्रतिदिन के कार्यों के लिए भी जल का प्रयोग करता है, जैसे:- बर्तन धोना, कपडे धोना, स्नान करना, आदि।

जीवों के लिए ही नहीं बल्कि इस प्रकृति के लिए भी जल काफी महत्वपूर्ण है। जल से ही यह प्रकृति हरी-भरी रहती है। जल के बिना यह सुख जाती है।

जल के बिना इस पृथ्वी का अस्तित्व ही नहीं है। एक पौधें को भी जीवित रहने के लिए जल की आवश्यकता होती है, तभी वह जीवित रह पाता है। इससे आप इस पृथ्वी पर जल के महत्व को समझ सकते है।

जल प्रदूषण:-

आज लोग जल के महत्व को भूल गए है। आज मनुष्य अपनी तरक्की में इतना अधिक खो गया है कि वह जल के महत्व को नजरअंदाज करके उसे प्रदूषित करता ही चला जा रहा है।

सभी नदियाँ व तालाब आज प्रदूषण की चपेट में आ गए है। इस धरती पर पीने का पानी दिन-प्रतिदिन कम होता जा रहा है।

आज कारखानों से निकलने वाले गंदे पानी व कचरें को नदियों में डाल दिया जाता है, जिससे वह पानी काफी प्रदूषित हो गया है। यह भविष्य के लिए बहुत बड़ा संकट बन सकता है।

जल संरक्षण:-

हम सभी को जल संरक्षण के लिए जागरूक होने की आवश्यकता है। जल की समस्या से छुटकारा पाने का उपाय जल संरक्षण है। हमें जल संरक्षण को बढ़ावा देना चाहिए।

इसलिए, हमें इसके लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है। हमें जल की आवश्यता होने पर ही इसका उपयोग करना चाहिए। घर के कचरें को कभी भी नदियों में नहीं डालना चाहिए और समय-समय पर इनकी साफ-सफाई करनी चाहिए।

जल की एक बूंद भी बर्बाद नहीं होनी चाहिए और हो सके तो हमें जल का सही उपयोग करना चाहिए। हमें वर्षा के जल का भी संरक्षण करना चाहिए। प्रदूषण को रोकना आज काफी आवश्यक हो गया है।

उपसंहार:-

जल काफी आवश्यक है, इसके महत्व को सभी को समझना चाहिए और इसके प्रति जागरूक होना चाहिए। जल ही जीवन है और इसके बिना हम सभी का कोई अस्तित्व ही नहीं है।

इसलिए, हम सभी को अपने स्तर पर जल के संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए और इसका सीमित उपयोग ही करना चाहिए।

एक इंसान खाने के बिना कईं दिनों तक जीवित रह सकता है, लेकिन बिना जल के ज्यादा समय तक व्यक्ति जीवित नहीं रह सकता है। इसलिए हमें इसके महत्व को समझना चाहिए और इसका सदुपयोग करना चाहिए ।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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