भारतीय संविधान पर निबंध

भारतीय संविधान पर निबंध : Essay on Indian Constitution in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘भारतीय संविधान पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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भारतीय संविधान पर निबंध : Essay on Indian Constitution in Hindi
प्रस्तावना:-
संविधान किसी भी देश को सुचारु रूप से चलाने के लिए आवश्यक होता है। संविधान देश का सर्वोच्च कानून होता है, जो देश के संचालन व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक देश में संविधान का होना काफी आवश्यक होता है।
भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। इसमें ही सम्पूर्ण देश को चलाने के लिए सभी कानूनों का संग्रहण है।
भारत का संविधान दुनिया का एक सबसे बड़ा लिखित संविधान है अर्थात हमारा पूरा संविधान एक लिखित रूप में है। यह संविधान ही हमें एक लोकतान्त्रिक देश बनाता है।
भारत का संविधान कब व कितने समय में बनकर तैयार हुआ था?:-
भारत के संविधान को 26 जनवरी 1950 के दिन लागू किया गया था। इस दिन को पूरा देश एक त्यौहार की तरह मनाता है और इसे हम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते है।
यह संविधान 26 नवंबर 1949 के दिन बनकर तैयार हुआ था और इसके ठीक दो माह बाद इसे सम्पूर्ण देश में लागू किया गया था। इसे तैयार होने में कुल 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिनों का समय लगा, तब जाकर आज इस भारत को इसका संविधान प्राप्त हुआ है।
भारत का संविधान:-
भारत का संविधान पूरी दुनिया के संविधानों को अध्ययन करने के बाद बनाया गया है। भारत के संविधान के निर्माण के लिए एक संविधान सभा का बनाई गई।
इस सभा के प्रमुख सदस्य अब्दुल कलाम, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. भीमराव अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल, आदि थे। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को इस सभा का अध्यक्ष बनाया गया था।
संविधान के निर्माण के समय इसे 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचियां तथा 22 भागों में बाँटा गया था, जिसे अब 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 22 भागों में बाँटा गया है। इसमें समय-समय पर कईं संसोधन किये गए है।
भारत संविधान दिवस या गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है?:-
संविधान देश के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। इस दिन को भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
इस दिन विद्यालयों में ध्वजारोहण किया जाता है और कईं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है और मिठाइयाँ बांटी जाती है। इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों में भी ध्वजारोहण किया जाता है।
इस दिन दिल्ली के लाल किले से राष्ट्रपति द्वारा ध्वजा रोहण किया जाता है और उसके बाद राष्ट्रपति द्वारा लोगों को सम्बोधित किया जाता है।
इस दिन भव्य परेड का आयोजन भी किया जाता है, जिसमे सेना अपने शौर्य का प्रर्दशन करती है और करतब दिखाती है। इसमें अलग-अलग राज्यों की प्रदर्शनी भी की जाती है। इसके साथ-साथ बच्चों के द्वारा नृत्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है।
उपसंहार:-
भारतीय संविधान के निर्माता डाँ. भीमराव अम्बेडकर को माना जाता है। इस संविधान के निर्माण में 1 करोड़ रुपयों का खर्च आया था और इसे हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखा गया है।
भारत के संविधान से ही इस देश के लोगों को मौलिक अधिकारों की प्राप्ति हुई है। हमारे देश का संविधान काफी लचीला है, जिसमें आवश्यकता पड़ने पर संशोधन किया जा सकता है।
इसमें आजादी से आज तक 100 से भी अधिक बार संशोधन किया जा चुका है। संविधान को बनाना कोई आसान कार्य नहीं था वह भी तब, जब आपका देश 200 वर्षों तक गुलाम रहा हो।
इसे बनाने के लिए काफी अधिक मेहनत की गई। इसके निर्माण के लिए कईं देशों के संविधान को पढ़ा गया और उसके अनुसार भारत के संविधान का निर्माण किया गया।
अंतिम शब्द
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।