मेक इन इंडिया पर निबंध

Essay on Make in India in Hindi

मेक इन इंडिया पर निबंध : Essay on Make in India in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘मेक इन इंडिया पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप मेक इन इंडिया पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

मेक इन इंडिया पर निबंध : Essay on Make in India in Hindi

प्रस्तावना:-

यह योजना भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बनाई गयी है। इसके तहत देश में छोटे उद्योगों का विकास करना है। देश को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा कईं योजनाएं बनाई जा रही है।

मेक इन इंडिया के तहत नए स्टार्टअप के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है और देश में आयात को कम करके निर्यात को बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है।

मेक इन इंडिया की शुरुआत कब व क्यों हुई?:-

भारत के प्रधानमंत्री द्वारा 25 सितंबर 2014 को नई दिल्ली में मेक इन इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। यह भारत के व्यापारों में निवेश को बढ़ाने के लिए एक पहल है।

मेक इन इंडिया योजना को लागू करने का मुख्य कारण है कि भारत वस्तुओं के लिए दूसरे देश पर निर्भर न रहकर स्वयं ही आत्मनिर्भर बनेगा।

इससे देश में छोटे-छोटे व्यापर बढ़ेंगे और लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसके साथ-साथ देश आर्थिक रूप से भी मजबूती मिलेगी।

मेक इन इंडिया के लाभ:-

मेक इन इंडिया योजना के कईं फायदें है, जो कि निम्नलिखित है:-

  • मेक इन इंडिया से देश में छोटे व्यापारों को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे देश में व्यापार बढ़ेगा।
  • व्यापार बढ़ने से देश में आयात कम होगा, जिससे वस्तुएं सस्ती होगी और देश में छोटे व्यापारी बढ़ेंगे।
  • देश में स्वदेश की वस्तुओं का उपयोग होगा, तो देश का विकास भी अधिक होगा।
  • मेक इन इंडिया के आने से देश की जीडीपी भी बढ़ेगी।
  • छोटे व्यापारों के बढ़ने से देश में बेरोजगारी की समस्या कम होगी और रोजगार बढ़ेगा।
  • इससे दुनिया में रुपया भी मजबूत होगा।
  • इससे देश में विदेशी निवेश भी बढ़ेगा, जिससे देश का आर्थिक विकास भी होगा।
  • इससे देश आर्थक रूप से ही नहीं बल्कि सामाजिक रूप से भी विकसित होगा।

मेक इन इंडिया के उद्देश्य:-

मेक इन इंडिया के उद्देश्य निम्नलिखित है:-

  • मेक इन इंडिया का मुख्य उद्देश्य विदेशी निवेश को अपने देश की तरफ आकर्षित करना है।
  • इसका उद्देश्य स्वदेशी वस्तुओं का अधिक उपयोग करना है, जिससे आयात कम हो सके और वस्तु की कीमत भी कम हो सके।
  • देश को आर्थिक रूप से मजबूत करना।
  • इसका मुख्य उद्देश्य आयात को कम करना है और निर्यात को बढ़ाना है।
  • इससे भारत में व्यापारों को बढ़ावा देना है।
  • रोजगार को बढ़ाना।

उपसंहार:-

इसका कार्य देश में व्यापार का प्रोत्साहन करना है। इससे देश विकसित होगा और आत्मनिर्भर बन पाएगा। हमारे देश में जो बेरोजगारी की समस्या है, वह कम होगी और युवाओं को रोजगार मिलेगा।

इससे देश में गरीबी भी कम होगी और हमारा देश भी विकसित देशों की सूची में शामिल हो पाएगा। यह योजना भारत के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकती है।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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