आवश्यकता आविष्कार की जननी है पर निबंध

Essay on Necessity is the Mother of Invention in Hindi

आवश्यकता आविष्कार की जननी है पर निबंध : Essay on Necessity is the Mother of Invention in Hindi:-

आज के इस लेख में हमनें ‘आवश्यकता आविष्कार की जननी है पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप आवश्यकता आविष्कार की जननी है पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

आवश्यकता आविष्कार की जननी है पर निबंध : Essay on Necessity is the Mother of Invention in Hindi

प्रस्तावना:-

विज्ञान आज बहुत अधिक्क तरक्की कर चुका है। आज विज्ञान इतनी अधिक तेजी से आगे बढ़ रहा है कि वर्तमान समय मे मनुष्य के शरीर के अंगों को भी बदला जा सकता है।

इसका प्रमुख कारण आविष्कार ही है। आज मनुष्य अपने कार्यों को आसान बनाने के लिए प्रत्येक क्षेत्र में लगातार आविष्कार करता रहता है।

जिस वजह से मनुष्य लगभग मशीनों पर ही निर्भर हो गया है। आज मनुष्य को जैसे ही किसी भी चीज़ की जरूरत महसूस होती है, वह उससे जुड़ी वस्तु का आविष्कार कर देता है।

आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है?

“आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है” यह एक प्रसिद्ध मुहावरा है। इस कथन के पीछे महान प्लेटो को माना जाता है और यह बात काफ़ी हद तक सही भी है।

मनुष्य को समय-समय पर जिस भी वस्तु की आवश्यकता महसूस हुई, उसने उस समस्या से निकलने के लिए वैज्ञानिक तरीके से हल निकाला।

मनुष्य की यही खासियत ही उसे बाकी सभी प्राणियों से हटकर बनाती है। वह अपनी आवश्यकताओं को समझकर उससे जुड़ा आविष्कार कर देता है।

जब किसी वस्तु की आवश्यकता अतिआवश्यक हो जाती है, तो मनुष्य का दिमाग उसे सुलझाने के तरीके खोजना शुरू कर देता है।

आवश्यकता जो आविष्कार में बदली:-

मनुष्य की आवश्यकता समय के साथ बदलती रहती है। जैसे-जैसे मनुष्य का विकास हुआ, उसने समय के साथ अपनी समस्याओं को अवसर में बदलना शुरू कर दिया।

मनुष्य पहले खाने के लिए शिकार किया करता था। जहाँ बाकी जानवरों के पास नुकीले पंजे थे, वहीं मनुष्य ने अपने कौशल से पत्थरों व धीरे-धीरे लोहे के हथियार बनाना शुरू कर दिया।

धीरे-धीरे उसने खाने के लिए खेती करना प्रारंभ कर दिया। जब खेती करने में उसे समस्या का सामना करना पड़ा, तो उसने धीरे-धीरे खेती के उपकरणों का आविष्कार किया।

इसी प्रकार समान को दूर ले जाने के लिए उसने पहिये का आविष्कार किया। धीरे-धीरे बैलगाडी व अब आधुनिक गाड़ियों का आविष्कार किया।

मनुष्य आज विकास की राह पर इसलिए है क्योंकि, उसने अपनी समस्याओं को अवसर में बदलना सिख लिया।

आविष्कार जो खतरनाक बने:-

मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं के अनुसार अच्छे आविष्कार तो किये लेकिन, उसी आवश्यकता के कारण मनुष्य ने कईं ऐसे आविष्कार किये जिस वजह से आज उसने अपने लिए बहुत मुश्किल खड़ी कर ली है।

इसका सबसे बड़ा उदाहरण परमाणु बम है। मनुष्य ने परमाणु ऊर्जा से कईं अच्छे कार्य तो किये लेकिन, उसी परमाणु से परमाणु बम जैसे खतरनाक हथियार भी बनाए।

जिससे एक देश को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है। न सिर्फ वर्तमान अपितु उसके भविष्य को भी पूरी तरह नष्ट किया जा सकता है।

उपसंहार:-

मनुष्य ने अपने इसी गुण के कारण आज इस दुनिया को अपने अनुसार चलाया है। आज मनुष्य के पास जितनी शक्ति है उससे अधिक ज़िमेदारी भी है।

उसे समझना होगा कि उसके द्वारा किये गए आविष्कार कहीं इस पूरे प्राणी जगत को नुकसान न पहुंचाए।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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