लाल किला पर निबंध

लाल किला पर निबंध : Essay on Red Fort in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘लाल किला पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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लाल किला पर निबंध : Essay on Red Fort in Hindi
प्रस्तावना:-
लाल किला भारत का एक ऐतिहासिक स्थल है। इसमें काफी सुंदर कलाकृतियों का उपयोग किया गया है। इसका निर्माण एक मुग़ल सम्राट द्वारा किया गया था।
इसे रेड फोर्ट भी कहा जाता है क्योंकि, यह लाल पत्थरों से बना हुआ है। इसे विश्व धरोहर में शामिल किया गया है। इसे सन 2007 में यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत में शामिल किया गया।
इसमें प्रतिवर्ष स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रधानमंत्री द्वारा तिरंगा फहराया जाता है व साथ ही भाषण दिया जाता है। गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रपति द्वारा लाल किला से झंडा फहराया जाता है।
लाल किला कहाँ स्थित है?
लाल किला भारत के दिल्ली शहर में स्थित है। यह यमुना नदी के किनारे स्थित है। यह किला सलीमगढ़ किले के बिलकुल पास में स्थित है। यह शहर के बीच में स्थित है।
लाल किले का इतिहास:-
लाल किले का निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ द्वारा किया गया था। इसका निर्माण 12 मई 1638 में शुरू किया गया था। इसका निर्माण होने में 10 वर्षों का समय लगा और इसका पूरा निर्माण सन 1648 में पूरा हुआ।
लाल किला मुगल बादशाह शाहजहाँ की नई राजधानी थी और शाहजहांनाबाद का महल था। शाहजहाँ ने अपनी राजधानी आगरा से बदलकर दिल्ली बना दी जिस कारण ही लाल किले का निर्माण किया गया।
कहा जाता है कि लाल किला को पहले लालकोट के नाम से जाना जाता था। जिसके राजा पृथ्वीराज चौहान थे। जिस पर शाहजहाँ ने कब्जा कर लिया था।
जिसके बाद शाहजहाँ ने लाल किले को बनाया। लाल किले के निर्माण के लिए शाहजहाँ ने बेहतरीन कारीगरों को चुना। लाल किले को मुग़ल शासन के दौरान किला-ए-मुबारक के नाम से भी जाना जाता था।
लाल किले की संरचना:-
इसकी संरचना का निर्माण अहमद लोदी द्वारा किया गया था, जिन्होंने ही ताजमहल का निर्माण किया था। लाल किला 254.67 एकड़ में फैला हुआ है।
लालकिले का निर्माण पहला दीवान-ए-आम और दूसरा दीवान-ए-खास से हुआ है। इसलिए इसे लाल किला कहा जाता है।
लालकिले में दो हॉल बने हुए है, पहला:- दीवान-ए-आम और दूसरा:- दीवान-ए-खास है। इसमें कारीगरों द्वारा तक्षशिला भी बनाए गए।
लाल किले में कईं और भी सुंदर संरचनाए है, जैसे:- मुमताज महल, हरम, दिवान-ए-खास, दिवान-ए-आम, नहर-ए-बहिश्त, रंग महल, आदि।
लालकिले में प्रवेश करने के लिए दो दरवाजे है, जो लाहौर गेट और दिल्ली गेट है। दिल्ली गेट आम लोगो के लिए होता है जबकि, लाहौरी गेट कुछ मुख्य लोगों के लिए ही खुला होता है।
आधुनिक युग में लालकिले का महत्व:-
सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद लाल किला ब्रिटिश सरकार के अधीन चला गया था। लाल किले पर कब्जा करने के बाद ब्रिटिश सरकार ने इसे अपना मुख्यालय बना दिया।
यहीं पर बहादुरशाह जफर पर कार्यवाही की गई। सन 1947 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद लाल किले पर भारतीय सेना का नियंत्रण हो गया।
सन 2003 में इसे भारतीय सेना ने पर्यटन प्राधिकारियों को सोप दिया। भारत की आजादी के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने तिरंगा फहराया था और जनता को संबोधित किया था।
इसके बाद से ही प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले पर तिरंगा फहराया जाता है और जनता को संबोधित किया जाता है। इसके बाद हर गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रपति द्वारा तिरंगा फहराया जाता है और भाषण दिया जाता है।
उपसंहार:-
लाल किला भारत की प्राचीन वास्तुकलाओं में से एक है। लाल किला हमारे देश की ऐतिहासिक धरोहर है। इसे देखने के लिए प्रतिवर्ष हजारों लोग देश-विदेश से जाते है।
यह पर्यटन की दृष्टि से भारत में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे भारत के गौरव का प्रतीक भी माना जाता है। इसमें प्रतिदिन तिरंगा फहराया जाता है।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।