पृथ्वी बचाओ पर निबंध

पृथ्वी बचाओ पर निबंध : Essay on Save Earth in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘पृथ्वी बचाओ पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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पृथ्वी बचाओ पर निबंध : Essay on Save Earth in Hindi
प्रस्तावना:-
पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है, जहाँ पर जीवन सम्भव है। पृथ्वी हमें जीवन प्रदान करती है लेकिन, आज ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है कि हमें इस पृथ्वी को बचाने की आवश्यकता है।
मनुष्य ने अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए इस पृथ्वी को आज ऐसी स्थिति में ला दिया है। आज हमारी पृथ्वी प्रदूषण ग्रस्त हो गई है। चारों तरफ़ प्रदूषण ही प्रदूषण है।
चाहे वह जल हो, वायु हो या चाहे मृदा हो। सब कुछ प्रदूषण के चक्र में फंसकर रह गए है। यह प्रदुषण हमारी पृथ्वी को धीरे-धीरे ख़त्म कर रहा है।
अब लोग इस पृथ्वी के प्रति जागरूक हो रहे है और इस पृथ्वी को बचाने के लिए थोड़े-थोड़े प्रयास कर रहे है।
पृथ्वी की बिगड़ती हुई स्थिति को देखते हुई 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस घोषित किया गया है। प्रत्येक वर्ष इस दिन पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
पृथ्वी बचाओ की आवश्यकता:-
हमें आज इस पृथ्वी को बचाने की आवश्यकता पड़ रही है क्योंकि, हम सभी की लापरवाही के कारण आज पृथ्वी संकट में आ गई है।
जो पृथ्वी हमें जीवन प्रदान करती है, आज उसका जीवन स्वयं ही खतरे में है। वाहनों, मोटरों व मनुष्य की कईं सुविधाओं से इस प्रकृति में प्रदूषण का स्तर काफी ऊंचा हो गया है।
जिससे पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है, जिसके मनुष्य को घातक परिणाम भुगतने पड़ रहे है।
ग्रीनहाउस गैसों के उपयोग से लगातार ओजोन परत में छेद बढ़ रहा है। जिस कारण सूर्य की पराबैंगनी किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ रही है, जो पृथ्वी के जीव-जन्तुओं के लिए काफी हानिकारक होती है।
इन प्रदूषणों के कारण पृथ्वी पर सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। ऐसा ही चलता रहा तो वह समय दूर नहीं होगा, जब हमारी यह सुंदर पृथ्वी ख़त्म हो जाएगी और इसका कारण हम सभी होंगे।
इसलिए, हमें इस पृथ्वी को बचाने के लिए आज से ही हर संभव प्रयास करने होंगे। तभी हम आने वाली पीढ़ी के लिए एक सुंदर पृथ्वी छोड़ पाएंगे। इस पृथ्वी को बचाना अत्यंत आवश्यक हो गया है।
पृथ्वी के खतरे में होने के मुख्य कारण:-
- प्रदूषण:- आज पृथ्वी प्रदूषण के अंधकार में चली जा रही है। चारों तरफ़ प्रदूषण ही प्रदूषण हो गया है। प्रदूषण भी कईं प्रकार के होते है, जैसे:- वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, आदि। इन सभी के कारण इस पृथ्वी का अस्तित्व संकट में आ गया है।
- ग्लोबल वार्मिंग:- आज इस पृथ्वी पर ग्लोबल वार्मिंग काफी अधिक बढ़ गया है, जिससे पृथ्वी का तापमान दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। ग्लोबल वॉर्मिंग के बढ़ने के मुख्य कारण कार्बन-डाई-ऑक्साइड एवं मीथेन गैसें है। इन गैसों की मात्रा पृथ्वी में काफी अधिक बढ़ गई है। यह पृथ्वी को लगातार नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रही है।
- पेड़ों की कटाई:- आज मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए जंगल को लगातार काटता ही जा रहा है। वह इसके परिणामों से अवगत होने के बावजूद भी इसे अनदेखा कर रहा है। यें पेड़ इस पृथ्वी का संतुलन बनाए रखने का कार्य करते है। इनकी कटाई से पृथ्वी का संतुलन लगातार बिगड़ रहा है। यें पेड़ कार्बन-डाई-ऑक्साइड ग्रहण कर ऑक्सीजन प्रदान करते है, जो कि मनुष्य के जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक होती है।
- प्लास्टिक का उपयोग:- प्लास्टिक तीनों प्रकार के प्रदूषण को बढ़ाता है। इससे जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण एवं मृदा प्रदूषण बढ़ता है। फिर भी मनुष्य इसका उपयोग रोजमर्रा के जीवन में करता है। यह पृथ्वी के लिए एक बड़ा संकट बन गया है।
- वाहनों का उपयोग:- वाहन मनुष्य के लिए एक सुविधा का कार्य करते है लेकिन, यह इस पृथ्वी के लिए काफी घातक बन गए है। इनसे पृथ्वी पर लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है।
पृथ्वी बचाओ के उपाय:-
- प्रदूषण को कम करना:- हम सभी को मिलकर प्रदूषण को कम करने का प्रयास करना होगा। अचानक से तो हम इस पृथ्वी को प्रदूषण से मुक्त नहीं कर सकते है लेकिन, यदि हम लगातर प्रयास करते रहे तो एक दिन यह पृथ्वी प्रदूषण मुक्त अवश्य हो जाएगी। हमें इसके लिए नदियों व तालाबों का पानी साफ करना होगा और उनमें कचरा डालना बंद करना होगा। हमें वाहनों का उपयोग भी कम करना होगा। हमारे द्वारा किये जाने वाले यें छोटे-छोटे प्रयास ही इस पृथ्वी को प्रदूषण से मुक्त करेंगे।
- वृक्षारोपण करना:- यदि हमें इस पृथ्वी को बचाना है, तो हमें अधिक से अधिक संख्या में पेड़ लगाने होंगे। यें पेड़-पौधे ही इस प्रकृति में जान डालते है। इन पेड़ों के बिना इस पृथ्वी का कोई अस्तित्व ही नहीं है। यें पेड़ कार्बन-डाई-ऑक्साइड को ग्रहण कर बदले में ऑक्सीजन प्रदान करते है, जो इस पृथ्वी के प्रत्येक प्राणी के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है।
- जानवरों की लुप्त होती प्रजाति को बचाना:- आज दुनिया में जानवरों की कईं ऐसी प्रजातियाँ है, जो लुप्त होने के कगार पर है। यदि हमने इन पर ध्यान नहीं दिया तो कुछ ही समय में यें प्रजातियाँ लुप्त हो जाएगी। प्रत्येक प्रजाति इस पृथ्वी में अपना एक महत्व रखती है, जो पृथ्वी के अस्तित्व को बनाए रखने में अपनी अहम भूमिका निभाती है। इसलिए, हमें लुप्त होती जीवों की प्रजाति को बचाने के हर संभव प्रयास करने चाहिए।
- खतरनाक रसायनों का उपयोग कम करना:- आज मनुष्य ऐसे-ऐसे रसायनों का उपयोग कर रहा है, जो इस पृथ्वी और यहाँ पर रहने वाले जीवों के लिए काफी ख़तरनाक होता है लेकिन, फिर भी मनुष्य इसका उपयोग करता ही रहता है। यदि हमें इस पृथ्वी को बचाना है, तो हमें इन रसायनों का उपयोग बिलकुल ही बंद करना होगा।
- ग्रीन हाउस गैसों का उपयोग कम करना:- ग्रीन हाउस गैसें इस प्रकृति के लिए काफी घातक होती है। यें ग्रीन हाउस गैसें पृथ्वी की ओजोन परत को लगातार नुकसान पंहुचा रही है। यदि हमें ओजोन परत को बचाना है, तो हमें ग्रीन हाउस गैसों का उपयोग कम से कम करना होगा।
उपसंहार:-
पृथ्वी ईश्वर का हमें दिया हुआ एक सुंदर तोहफा है, जिसका हमें हमेशा ख्याल रखना चाहिए। हमें इस पृथ्वी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा क्योंकि, इसके अस्तित्व पर ही हम सभी का अस्तित्व निर्भर करता है।
आज इस प्रकृति में इतना अधिक प्रदूषण हो गया है कि हमारी आने वाली पीढ़ी इस प्रकृति की सुंदरता को देख ही नहीं पाएगी। हम सभी को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है, तभी जाकर यह प्रकृति बची रहेगी।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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