जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध

जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध : Essay on Save Water Save Earth in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध : Essay on Save Water Save Earth in Hindi
प्रस्तावना:-
हमारी इस प्रकृति ने हमें जीवनयापन के लिए सभी प्रकार की आवश्यक वस्तुएँ प्रदान की है, जिनमें से एक है:- जल। जल इस पृथ्वी के प्रत्येक जीव के लिए अत्यंत आवश्यक है।
मनुष्य के जीवन के लिए जल बहुत आवश्यक है। जल इस प्रकृति को जीवित रखने के लिए आवश्यक होता है।
लेकिन, आज मनुष्य जल के महत्व को भूलकर इसे प्रदुषित कर रहा है। आज हमारे आस-पास के नदी व तालाब प्रदूषित हो रहे है। प्रदूषण के कारण तापमान बढ़ रहा है।
जिससे नदियों और तालाबों का पानी भी सुख रहा है। इसी वजह से पेड़-पौधे भी बिना पानी के सुख रहे है। जो इस प्रकृति को विनाश की और ले जा रहे है।
जल संरक्षण का महत्व:-
जल का संरक्षण करना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि, हमारी पृथ्वी में पीने का जल सिमित मात्रा में ही मौजूद है। वैसे तो पृथ्वी पर 3/4 हिस्से में पानी ही पानी है।
लेकिन, इसका 97% पानी समुद्रों में है और 3% पानी ही धरती पर मौजूद है, सिर्फ यही पानी हमारे पीने योग्य है। वह जल भी धीरे-धीरे प्रदूषित होता जा रहा है और नदियों और तालाबों का पानी भी गंदा हो रहा है।
यदि ऐसे ही चलता रहा तो कुछ समय बाद मनुष्य के लिए पीने के पानी की भी काफी समस्या हो जाएगी।
इसलिए हमें इस समस्या के प्रति आज से ही जागरूक होने की आवश्यकता है और जल संरक्षण को हमें आज से ही प्रारम्भ करना होगा।
जल प्रदूषण एवं बर्बाद करने के दुष्प्रभाव:-
- मनुष्य लगातार भूमिगत जल का प्रयोग कर रहा है। जिससे भूमिगत जल समाप्त हो रहा है।
- जल प्रदूषण से पीने का पानी प्रदूषित हो रहा है। जिससे कईं लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है और उन्हें पीने के पानी के लिए कईं किलोमीटर दूर चलना पड़ता है।
- जल प्रदूषण से उस जल में रहने वाले जीव-जंतु मर जाते है।
- जल प्रदूषण से विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ भी होती है, जैसे:- त्वचा एवं पेट संबंधी बीमारियाँ।
जल संरक्षण के उपाय:-
- हमें वर्षा के पानी को इकठ्ठा करके उसका सही प्रकार से उपयोग करना चाहिए।
- नदियों व तालाबों को साफ-सुथरा रखना चाहिए।
- घरों में पानी का उपयोग करते समय पानी के नलों को फ़िजूल में नहीं खोलना चाहिए।
- हमें शॉवर की जगह बाल्टी से नहाना चाहिए। इससे पानी कम उपयोग होता है।
- पानी की जितनी आवश्यकता है, उसका उतना ही उपयोग करना चाहिए। उसे बर्बाद नहीं करना चाहिए।
- हमें अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए।
- हमें सभी लोगों को जल के महत्व के प्रति जागरूक करने का प्रयास करना चाहिए।
उपसंहार:-
आप सभी यह तो जानते ही है कि जल हम सभी के लिए कितना अधिक महत्वपूर्ण है? जल के बिना इस प्रकृति की कल्पना करना भी सम्भव नहीं है।
हमें पानी की आवश्यकता अपने दैनिक जीवन में प्रत्येक वस्तु के लिए पड़ती है। इन्हीं दैनिक उपयोगों में हम कितना ही पानी ऐसे ही बर्बाद कर देते है।
अब वह समय आ गया है कि हम जल संरक्षण के प्रति जागरूक हो जाए और इसका आज से ही संरक्षण शुरू कर दें, वरना! एक दिन हमारे पास पछताने के आलावा दूसरा कोई भी चारा नहीं बचेगा।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।