महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर निबंध

महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर निबंध : Essay on Violence Against Women in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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महिलाओं के विरुद्ध हिंसा पर निबंध : Essay on Violence Against Women in Hindi
प्रस्तावना:-
आज भी इस देश में महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित नही है। उनके साथ समय-समय पर कईं तरह के अत्याचार होते रहे है।
घर हो या बाहर, हर जगह उन्हें असुरक्षा की भावना महसूस होती है। उनके साथ छोटी उम्र में ही बलात्कार जैसे अपराध हो जाते है। यह इस समाज के लिए शर्म की बात है।
महिलाओं के साथ अत्याचार कोई नई घटना नहीं है, यह अत्याचार सदियों से होता आ रहा है। महिलाएं अपने घर में भी घरेलु हिंसा का शिकार होती है।
जब किसी महिला की शादी हो जाती है, तो उससे दहेज़ की मांग की जाती है और दहेज़ न देने पर उसके साथ बहुत गलत व्यवहार किया जाता है।
महिलाओं को कुरूतियो में बांधकर उनके साथ कईं तरह के अत्याचार किये जाते है। उनके साथ होने वाले अत्याचार जैसे बलात्कार, दहेज़ प्रथा, भ्रूण हत्या, घरेलु हिंसा, छेड़छाड़, एसिड अटैक, आदि है।
महिलाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। जिसका परिणाम यह होता है कि कईं बार महिलाएं आत्महत्या का रास्ता चुन लेती है।
महिलाओं के साथ हिंसा:-
हमारे देश का इतना विकास होने के बाद भी महिलाओं के साथ हिंसा रुक नहीं रही है, बल्कि दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। लड़कियों के साथ छेड़छाड़ जैसी वारदातें तो आजकल आम बात हो गई है।
महिलाओं को हर जगह ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। लड़के, लड़कियों को प्रपोज करते है।
यदि लड़की, लड़के का प्रपोजल अस्वीकार कर देती है, तो कुछ लड़के इसे अपना अपमान मानकर उस पर तेजाब फेंक देते है और कईं बार लड़कियों के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं भी हो जाती है।
इससे उस लड़की का जीवन ही बर्बाद हो जाता है। महिलाएं तो अपने घर में भी सुरक्षित नहीं है। उनके अपने घर में भी उनके साथ हिंसा होती है। उन्हें दहेज के लिए मारा-पीटा जाता है और मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया जाता है।
महिलाओं के प्रति हिंसा के कारण:-
- कईं पुरुष, महिलाओं पर हिंसा करने को मर्दानगी मानते है। उन्हें लगता है कि वह एक स्त्री के पालनहार है, उनके बिना एक औरत का कोई अस्तित्व नहीं है।
- कहीं न कहीं महिलाएं भी अपने साथ होने वाले अत्याचर के लिए जिम्मेदार होती है। जब उनके साथ ऐसी घटनाएं शुरू होती है, तो वह चुपचाप सहन करने लगती है। जिससे सामने वाले का विश्वास और अधिक बढ़ जाता है।
- हमारे देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून तो बनाए गए है। लेकिन, उनमे सख्ती की कमी बहुत है। जिससे अपराधी आसानी से बच जाता है।
महिलाओं के साथ बलात्कार जैसे अपराध करने के बाद भी व्यक्ति सिर्फ रिश्वत के बलबूते पर उस बात को दबा देता है। जिससे लड़की को चाहकर भी न्याय प्राप्त नहीं हो पाता है। - महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचारों का कारण यह समाज एवं इसकी कुरीतियाँ भी है। यह समाज लड़की के साथ गलत होने पर भी उस लड़की को ही दोष देता है। यदि लड़की के साथ कुछ गलत होता है, तो कहा जाता है कि जरूर लड़की की ही गलती होगी।
महिलाओं के प्रति हिंसा को रोकने के उपाय:-
- महिलाओं को उनके साथ होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता है, तभी ऐसे अपराध कम हो पाएंगे।
- महिलाओं के साथ होने वाले ऐसे भयानक अपराधों को रोकने के लिए कानून को सख्त से सख्त करने की आवश्यकता है। तभी ऐसे अपराध कम हो पाएंगे।
- महिलाओं को आत्मरक्षा करना आना चाहिए। उन्हें बचपन से ही अपनी आत्मरक्षा करनी सीखनी चाहिए। जिससे उनके साथ कुछ गलत होने पर वह स्वयं ही अपनी आत्मरक्षा कर सके।
उपसंहार:-
इस विश्व में महिलाएं भी पुरुषों के समान ही अपना अधिकार रखती है लेकिन, उन्हें यह अधिकार नहीं मिलता है और उनके साथ हिंसा भी होती है।
महिलाएं अपना जीवन जीने का उतना ही अधिकार रखती है, जितना अधिकार एक पुरुष रखता है। हमारे देश की संस्कृति में स्त्रियों को घर की लक्ष्मी कहा जाता है।
हमारे पुराणों में कहा गया है कि जहाँ स्त्री का सम्मान होता है, वहाँ पर देवता निवास करते है। लेकिन, फिर भी महिलाओं के साथ हिंसा होती है।
नवरात्रों में तो लोग उसी लड़की की पूजा करते है लेकिन, उसके बाद उसके साथ गलत व्यवहार किया जाता है। महिलाओं के प्रति इन्हीं अपराधों को रोकने की आवश्यकता है।
हमें अपने देश में महिलाओं को सुरक्षित महसूस करने के लिए हर सम्भव कदम उठाने चाहिए। हमारे इन्हीं प्रयासों से एक दिन यह देश महिलाओं के लिए सुरक्षित हो जाएगा।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।