स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है? स्वतंत्रता दिवस 2022 के लिए शुभकामनाएँ संदेश

स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है? : Independence Day 2022 in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है?’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है? से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है? : Independence Day 2022 in Hindi

15 अगस्त का दिन भारत के इतिहास में काफी महत्वपूर्ण दिवस माना जाता है, जिस दिन भारत ने स्वतंत्रता की एक नई दुनिया में कदम रखा।
इस दिन भारत ने गुलामी के अँधेरे से आजादी की रोशनी में कदम रखा। 200 वर्षों तक अंग्रेजों के गुलाम रहने के बाद भारत ने आजादी का स्वाद चखा।
इस आजादी को पाने के लिए भारत के लोगों ने कईं लड़ाइयाँ लड़ी। कईं क्रांतिकारियों ने भारत को आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ न्योंछावर कर दिया।
यह आजादी भारत को काफी कुछ खोने के बाद मिली है। इस दिन को भारत में एक त्यौहार की तरह मनाया जाता है।
भारत को स्वतंत्रता कब प्राप्त हुई?
भारत को स्वतंत्रता 15 अगस्त 1947 को प्राप्त हुई। भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए भारत के लोगों ने कईं क्रांतियाँ की, जिसके फलस्वरूप ही भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। आधी रात के समय भारत को स्वतंत्र घोषित किया गया।
भारत को स्वतंत्रता कैसे प्राप्त हुई?
भारत की स्वतंत्रता सिर्फ बातों से ही नहीं मिली है, बल्कि इस देश के लोगों ने कईं आंदोलन किये है। लोगों ने इस देश की आजादी के सपने को सच करने के लिए अपने प्राण त्याग दिए।
इस देश में कईं ऐसे क्रांतिकारी जन्म लिए, जिन्होंने इस देश को आजाद देखने के लिए ख़ुशी-ख़ुशी अपने प्राण त्याग दिए।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन आर्थिक रूप से कमजोर हो गया था।
जिससे उसकी पकड़ भारत पर कमजोर हो गई। इस समय भारत में स्वतंत्रता के लिए आंदोलन किये जा रहे थे। जिसमे भारत को ब्रिटिश सरकार की कमजोरी का काफी फायदा हुआ और इसके चलते अंततः भारत 15 अगस्त के दिन आजाद हुआ।
स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है?
भारत काफी लम्बे समय तक अंग्रेजों का गुलाब बनकर रहा है। जिसमें भारतवासियों के साथ अत्याचार किये जाते थे। उन्हें कोई भी अधिकार प्राप्त नहीं थे और वें अपना जीवन गुलामों की भांति ही गुजार रहे थे।
अंग्रेजों के खिलाफ बोलने का उन्हें कोई अधिकार प्राप्त नहीं था। इसलिए भारतवासिउओं ने भारत को आजादी दिलाने के लिए कईं आंदोलन किये और अंत में आजादी प्राप्त भी की।
15 अगस्त के दिन ही भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई, इसलिए इस दिन को पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
यह स्वतंत्रता भारत को काफ़ी कठोर प्रयासों के बाद प्राप्त हुई है। इसलिए इसे एक बड़े त्यौहार की तरह मनाया जाता है।
स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है?
भारत में स्वतंत्रता दिवस के दिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन दिल्ली के लाल किले पर भारत के प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है और उसके बाद वह भाषण प्रस्तुत कर जनता को सम्बोधित करते है।
भारत के विद्यालयों एवं सरकारी कार्यलयों में भी ध्वजारोहण किया जाता है और विद्यालयों में इस दिन विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।
जिनमें नृत्य, संगीत एवं विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है और विद्यार्थियों को मिठाइयाँ भी बाँटी जाती है।
स्वतंत्रता से पूर्व भारत की स्थिति कैसी थी?
स्वतंत्रता से पूर्व भारत के लोगों की स्थिति काफी दयनीय थी। उनके साथ कईं तरह के अत्याचार होते थे। वें अपने ही देश में गुलामों की तरह का जीवनयापन कर रहे थे।
वें कोई भी कार्य करने से पहले अंग्रेजों की आज्ञा प्राप्त करते थे। उन्हें बड़ी मात्रा में कर चुकाना पड़ता था और यदि वें यह कर नहीं चुका पाते थे, तो उन्हें इसकी भी सजा दी जाती थी।
उन्हें अंग्रेजो के खिलाफ आवाज उठाने का कोई अधिकार प्राप्त नहीं था। वें अपना जीवन काफी परेशानियों में बिताते थे। जो व्यक्ति अंग्रेजों खिलाफ आवाज उठाता था, उसे कारावास में डालकर प्रताड़ित किया जाता था।
इन सभी कारणों से देश के कईं लोगों में क्रांति की भावना का जन्म हुआ और उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ हथियार उठा लिए।
भारत को आजाद करवाने के लिए लोगों के द्वारा कईं आंदोलन किये गए और कईं कुर्बानियां भी दी गई, जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।