स्वतंत्रता दिवस 2024 पर भाषण

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण : Independence Day Speech 2024 in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘स्वतंत्रता दिवस पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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स्वतंत्रता दिवस पर भाषण : Independence Day Speech 2024 in Hindi
सुप्रभात, सभी अतिथिगण, प्रधानाचार्य जी, शिक्षकों एवं मेरे सभी साथियो को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये!
स्वतंत्रता किसी भी प्राणी चाहे वो इंसान हो या कोई जानवर, सभी को उनकी स्वतंत्रता से बहुत प्रेम होता है। इंसान की मूलभूत चीज़ों के बाद उसे सबसे ज्यादा प्रिय उसकी स्वतंत्रता होती है।
आज 15 अगस्त का दिन है। आज का दिन भारत देश और उसके निवासियों के लिए बहुत ही खास है। आज के दिन ही भारत देश को और हम सभी को आजादी प्राप्त हुई थी।
यह दिन हम सभी के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है। इस दिन को हम सभी कभी भी नहीं भूल सकते है। आज के दिन ही भारत 200 वर्षों की गुलामी करने के बाद आजाद हुआ था।
आजादी से पहले हम सभी अंग्रेजों के गुलाम थे। उन्होंने कईं वर्षों तक हमें अपना गुलाम बनाकर रखा और हम पर अपना मनचाहा शासन चलाया।
पहले अंग्रेज भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से व्यापार करने के लिए आये थे। लेकिन, धीरे-धीरे उन्होंने भारत के राजाओं को आपस में भड़काकर लड़वाना शुरू कर दिया।
जिससे भारत के राजा कमजोर होने लगे और इसी का फायदा उठाकर अंग्रेजों ने भारत के राज्यों पर धीरे-धीरे अपना शासन स्थापित कर लिया।
तब से भारत अंग्रेजों का गुलाम बन गया और 200 वर्षों तक हम सभी अंग्रेजों के गुलाम रहे। भारत की धरती पर कईं शुरवीरों का जन्म हुआ, जिन्होंने इस देश को आजादी दिलाने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
जिनमें से महात्मा गाँधी जी, वल्लभ भाई पटेल, भगत सिंह और न जाने कितने ही क्रांतिकारियों ने अपनी जान की क़ुरबानी दी है। उनकी इस क़ुरबानी को यह देश कभी भी नहीं भुला सकता। भारत में आजादी के लिए कईं आंदोलन चलाये गए।
जिनमें से असहयोग आंदोलन, सत्याग्रह जैसे बड़े आंदोलन थे, जिन्होंने भारत के लोगों में देशप्रेम की भावना जगाई। इन आन्दोलनों में कईं लोग मारे गए, तब जाकर हमें यह आजादी प्राप्त हुई।
कईं कुर्बानियो के बाद इस देश को आजादी मिली है और कईं वीरों ने अपने प्राणों की परवाह किये बिना इस देश को आजादी दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी है।
हम यह कह सकते है कि यह आजादी हमें बहुत ही महंगे दामों में मिली है। तब 15 अगस्त 1947 को आखिरकर भारत को 200 वर्षों की गुलामी के बाद आजादी मिली।
आजादी के बाद भारत को 2 भागों में विभक्त कर दिया गया, पहला भारत व दूसरा पाकिस्तान। जिसने भारत देश को और अधिक कमजोर कर दिया।
वैसे तो भारत देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया। लेकिन इसकी कहानी वर्षों से कई लोगों ने अपने खून से लिखी है। वैसे तो भारत की स्वतंत्रता को कुछ शब्दों में कह पाना नामुमकिन है। लेकिन मैंने अपने इस भाषण में एक छोटा सा प्रयास किया है।
उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरा यह प्रयास पसंद आया होगा। मैं आप सभी को एक बार फिर स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ देना चाहता हूँ।
आज हम सब उन सभी क्रांतिकारियों को धन्यवाद देना चाहिए, जिन्होंने इस देश को आजाद करवाया। मैं आप सभी से भी अनुरोध करता हूँ कि जो आजादी हमें मिली है।
हम सभी को उसका उपयोग अपने देश को और अधिक बेहतर बनाने के लिए करें। अपने आस पास सफाई रखे और देश को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा अपना योगदान दे।
अंततः मैं अपने इस भाषण को यहीं विराम देना चाहता हूँ। अगर मुझसे किसी भी प्रकार की त्रुटि हुई हो, तो मुझे क्षमा करें।
धन्यवाद।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।