मानवीकरण अलंकार की परिभाषा, भेद और उदाहरण

मानवीकरण अलंकार की परिभाषा : Manvikaran Alankar in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘मानवीकरण अलंकार की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप मानवीकरण अलंकार से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
काव्य में जहाँ पर जड़ में चेतन का आरोप होता है, तो वहाँ पर ‘मानवीकरण अलंकार’ होता है। साधारण शब्दों में:- जहाँ पर जड़ प्रकृति पर मानवीय भावनाओं तथा क्रियाओं का आरोप होता है, वहाँ पर ‘मानवीकरण अलंकार’ होता है।
मानवीकरण अलंकार के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
उदाहरण 1
दिवसावसान का समय,
मेघ आसमान से उतर रही है।
वह संध्या सुंदरी परी-सी,
धीरे-धीरे-धीरे।।
स्पष्टीकरण:- उपर्युक्त पंक्तियों में संध्या समय का दृश्य है, जिसका वर्णन सुंदर परी के रूप में किया है। यहाँ पर प्रकृति को मनुष्य के क्रियाकलाप से जोड़ा गया है। अतः यहाँ ‘मानवीकरण अलंकार’ है।
उदाहरण 2
बीती विभावरी जागरी,
अम्बर पनघट में डुबो रही,
तास घट उषा।।
स्पष्टीकरण:- उपर्युक्त पंक्तियों में अंबर रूपी पनघट में तारा रूपि उषा को स्त्री के रूप में चित्रित किया है। यह पनघट पर पानी भरने के लिए गई है। अतः यहाँ ‘मानवीकरण अलंकार’ है।
उदाहरण 3
श्रद्धानत तरुओं की अंजली से झरे पात।
कोंपल के मूंदे नयन थर-थर-थर पुलकगात।।
स्पष्टीकरण:- उपर्युक्त पंक्तियों में वृक्ष और उसकी शाखाओं को मानवीय व्यवहार से जोड़ा गया है। अतः यहाँ ‘मानवीकरण अलंकार’ है।
उदाहरण 4
खंड-खंड करताल बाजार ही विशुद्ध हवा।
स्पष्टीकरण:- उपर्युक्त पंक्तियों में हवा का करताल बजाना मानवीय व्यवहार को प्रकट करता है, क्योंकि करताल मनुष्य के द्वारा बजाया जाने वाला वाद्य यंत्र है। अतः यहाँ ‘मानवीकरण अलंकार’ है।
उदाहरण 5
लो यह लतिका भी भर लाई।
मधु मुकुल नवल रस गागरी।।
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काव्य में जहाँ पर जड़ में चेतन का आरोप होता है, तो वहाँ पर ‘मानवीकरण अलंकार’ होता है। साधारण शब्दों में:- जहाँ पर जड़ प्रकृति पर मानवीय भावनाओं तथा क्रियाओं का आरोप होता है, वहाँ पर ‘मानवीकरण अलंकार’ होता है।
अंतिम शब्द
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।