नामधातु क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण

नामधातु क्रिया की परिभाषा : Nam Dhatu Kriya in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘नामधातु क्रिया की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप नामधातु क्रिया की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
नामधातु क्रिया की परिभाषा : Nam Dhatu Kriya in Hindi
क्रिया का वह रूप, जिसमें क्रिया का निर्माण संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण में प्रत्यय जोड़ने से होता है, उसे नामधातु क्रिया कहते है।
आमतौर पर क्रिया का निर्माण धातु से होता है, लेकिन संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण शब्दों में ‘ना’ प्रत्यय जोड़कर नामधातु क्रिया बनाई जाती है।
नामधातु क्रिया के शब्द
नामधातु क्रिया के शब्द निम्न प्रकार है:-
शब्द | नामधातु क्रिया |
---|---|
हाथ | हथियाना |
अपना | अपनाना |
लज्जा | लजाना |
बात | बतियाना |
शर्म | शरमाना |
दुख | दुखना |
चिकना | चिकनाना |
लाठी | लठियाना |
लात | लतियाना |
बिलग | बिलगाना |
स्वीकार | स्वीकारना |
धिक्कार | धिक्कारना |
उद्धार | उद्धारना |
झूठ | झुठलाना |
टक्कर | टकराना |
लालच | ललचाना |
गरम | गरमाना |
अपना | अपनाना |
कटना | कटवाना |
गिरना | गिरवाना |
लड़ना | लड़वाना |
उठना | उठवाना |
जगना | जगाना |
दोहरा | दोहराना |
नामधातु क्रिया के उदाहरण
नामधातु क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
नामधातु क्रिया के उदाहरण |
---|
लुटेरों ने सम्पूर्ण धन हथिया लिया। |
गुप्ता परिवार ने उस अनाथ को अपना लिया। |
सीता गलती से गीता से टकरा गई। |
इतना धन देखकर उसका मन ललचा गया। |
संस्कृत शब्दों से नामधातु क्रिया का निर्माण
संस्कृत शब्दों से निर्मित नामधातु क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
संस्कृत शब्द | प्रत्यय | नामधातु क्रिया |
---|---|---|
धिक्कार | ना | धिक्कारना |
अनुराग | ना | अनुरागना |
अरबी तथा फ़ारसी शब्दों से नामधातु क्रिया का निर्माण
अरबी तथा फ़ारसी शब्दों से निर्मित नामधातु क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
अरबी तथा फ़ारसी शब्दो | प्रत्यय | नामधातु क्रिया |
---|---|---|
गुजर | ना | गुजरना |
बदल | ना | बदलना |
खरीद | ना | खरीदना |
ख़र्च | ना | ख़र्चना |
दाग़ | ना | दाग़ना |
आजमा | ना | आजमाना |
हिंदी भाषा के शब्दों से नामधातु क्रिया का निर्माण
हिंदी भाषा के शब्दों के अन्त में ‘आ‘ तथा आद्य ‘आ‘ को हृस्व कर दिया जाता है। हिंदी भाषा के शब्दों से निर्मित नामधातु क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
हिंदी भाषा के शब्द | प्रत्यय | नामधातु क्रिया |
---|---|---|
दुख | ना | दुखना |
लाठी | ना | लठियाना |
बिलग | ना | बिलगाना |
संज्ञा शब्दों से नामधातु क्रिया का निर्माण
संज्ञा शब्दों से निर्मित नामधातु क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
संज्ञा शब्द | नामधातु क्रिया |
---|---|
बात | बतियाना |
लात | लतियाना |
हाथ | हथियाना |
लाज | लजाना |
शर्म | शर्माना |
रंग | रंगना |
लोभ | लुभाना |
झूठ | झुठलाना |
दुःख | दुखियाना |
फिल्म | फिल्माना |
सर्वनाम शब्दों से नामधातु क्रिया का निर्माण
सर्वनाम शब्दों से निर्मित नामधातु क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
सर्वनाम शब्द | नामधातु क्रिया |
---|---|
अपना | अपनापन |
पराया | परायापन |
विशेषण शब्दों से नामधातु क्रिया का निर्माण
विशेषण शब्दों से निर्मित नामधातु क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
विशेषण शब्द | नामधातु क्रिया |
---|---|
तोतला | तुतलाना |
गरम | गरमाना |
ठंडा | ठंडाना |
साठ | सठियाना |
नरम | नरमाना |
लज्जा | लजाना |
लालच | ललचाना |
चिकना | चिकनाना |
लंगड़ा | लंगडाना |
फिल्म | फिल्माना |
अनुकरणवाची शब्दों से निर्मित नामधातु क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
अनुकरणवाची शब्द | नामधातु क्रिया |
---|---|
थप-थप | थपथपाना |
थर-थर | थरथराना |
कंप-कंप | कंपकंपाना |
टन-टन | टनटनाना |
बड़-बड़ | बड़बड़ाना |
खट-खट | खटखटाना |
नामधातु क्रिया से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
-
नामधातु क्रिया की परिभाषा क्या है?
क्रिया का वह रूप, जिसमें क्रिया का निर्माण संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण में प्रत्यय जोड़ने से होता है, उसे नामधातु क्रिया कहते है।
आमतौर पर क्रिया का निर्माण धातु से होता है, लेकिन संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण शब्दों में ‘ना’ प्रत्यय जोड़कर नामधातु क्रिया बनाई जाती है। -
‘शर्म’ शब्द की नामधातु क्रिया क्या है?
‘शर्म’ शब्द की नामधातु क्रिया ‘शर्माना’ होती है।
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‘धिक्कार’ शब्द की नामधातु क्रिया क्या है?
‘धिक्कार’ शब्द की नामधातु क्रिया ‘धिक्कारना’ होती है।
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‘रंग’ शब्द की नामधातु क्रिया क्या है?
‘रंग’ शब्द की नामधातु क्रिया ‘रंगना’ होती है।
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नामधातु क्रिया कैसे बनती है?
संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण शब्दों में ‘ना’ प्रत्यय जोड़कर नामधातु क्रिया बनती है।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।