राष्ट्रीय एकता पर भाषण

राष्ट्रीय एकता पर भाषण : National Integration Speech in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘राष्ट्रीय एकता पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप राष्ट्रीय एकता पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
राष्ट्रीय एकता पर भाषण : National Integration Speech in Hindi
सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार।
मेरा नाम —– है और मैं इस विधालय में 11वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। आप सभी को मेरी तरफ से राष्ट्रीय एकता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आज मैं इस शुभ अवसर पर आप सभी के सामने एक छोटा सा भाषण प्रस्तुत करना चाहता हूँ, जिसका विषय है:- राष्ट्रीय एकता।
यह एक काफी महत्वपूर्ण विषय है। सर्वप्रथम मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर दो शब्द कहने का अवसर प्रदान किया।
आज मैं राष्ट्रीय एकता जैसे महत्वपूर्ण विषय पर दो शब्द कहना चाहता हूँ। आशा करता हूँ कि आपको यह पसंद आएगा।
राष्ट्रीय एकता का मतलब सम्पूर्ण देश के लोगों का एकीकरण होता है। एकता सम्पूर्ण देश और समाज को जोड़कर रखती है।
भारत एक बहुत बड़ा देश है, जहाँ पर कईं धर्म, जाति, भाषा एवं परम्पराएं है। भारत में अलग-अलग धर्म के लोग मिलकर एकता के साथ रहते है।
जिस दल अथवा गुट में एकता होती है, उसे हरा पाना बहुत मुश्किल होता है। एकता में बहुत ताकत होती है, जो किसी भी चीज को आसानी से टूटने नहीं देती है।
जिस देश के लोगों में एकता होती है, उस देश को हरा पाना एवं तोड़ पाना आसान नहीं होता है। एकता देश को मजबूत बनाती है।
जिस प्रकार एक लकड़ी को तोड़ना आसान होता है, लेकिन एक लकड़ी के गठ्ठे को तोड़ना बहुत मुश्किल होता है। एकता आपको यही ताकत प्रदान करती है।
जब कभी कोई देश किसी देश को कमजोर करना चाहता है, तो वह उसकी एकता को भंग करने की कोशिश करता है। ताकि, देश को आसानी से तोडा जा सके।
एकता में इतनी अधिक ताकत होती है कि जो पहाड़ को भी आसानी से गिरा सकती है। बिना एकता के हम सभी का स्वतंत्रता प्राप्त करना बहुत मुश्किल था।
आज इस देश में ऐसे लोग या अराजक तत्व हो गए है, जो इस देश की एकता को तोड़ना चाहते है और कईं राजनेता भी ऐसे है, जो सिर्फ मत प्राप्त करने के लिए इस देश की एकता को तोड़ने की कोशिश करते रहते है।
ऐसे लोग धर्मों के बीच में गलतफहमी पैदा करके उन्हें लड़वाते है। ऐसे लोगों की वजह से हमारे देश की एकता खतरे में पड़ रही है।
ये लोग अपने थोड़े से फायदे के लिए लोगों के बीच में मतभेद पैदा करके उन्हें आपस में लड़वाते है। हम सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस पर जागरूक होने की जरूरत है।
हमें इस समाज के अराजक तत्वों से दूर रहना चाहिए। ऐसे लोग उस दीमक की तरह होते है, जो लकड़ी को धीरे-धीरे खा जाते है।
हमें कभी किसी राजनेता की बातों में नहीं आना चाहिए। हम सभी को एक-दूसरे के धर्मों का सम्मान करना चाहिए और सभी के साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए।
सभी के साथ प्यार और प्रेम से रहना चाहिए। हम सभी के ऐसे छोटे-छोटे प्रयासों से ही इस देश की एकता बनी रहेगी।
बिना एकता के हमें कोई भी पहले की तरह आसानी से गुलाम बना सकता है। इसीलिए, हम सभी को मिलकर इस देश की एकता को बनाए रखना होगा और इसे और अधिक भी मजबूत करना होगा।
इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करने जा रहा हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरे यह विचार पसंद आए होंगे।
धन्यवाद,
जय भारत!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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