रंजक क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण

Ranjak Kriya Ki Paribhasha in Hindi

रंजक क्रिया की परिभाषा : Ranjak Kriya in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘रंजक क्रिया की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप रंजक क्रिया की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

रंजक क्रिया की परिभाषा : Ranjak Kriya in Hindi

वह क्रिया, जो किसी मुख्य क्रिया के साथ जुड़कर मुख्य क्रिया को और अधिक प्रभावशाली बनाती है, रंजक क्रिया कहलाती है।

रंजक क्रिया के उदाहरण

रंजक क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-

उदाहरण:- 1

राम को रोना आ गया।

रंजक क्रिया के उपरोक्त उदाहरण में ‘आना‘ अतिशयता बोधक है। इस वाक्य में ‘रोना‘ मुख्य क्रिया, ‘गया‘ सहायक क्रिया और ‘आना‘ रंजक क्रिया है। अतः उपरोक्त वाक्य ‘रंजक क्रिया’ का उदाहरण है।

उदाहरण:- 2

श्याम अधिकतर घूमा करता है।

रंजक क्रिया के उपरोक्त उदाहरण में ‘करता‘ अतिशयता बोधक है। इस वाक्य में ‘घूमा‘ मुख्य क्रिया, ‘है‘ सहायक क्रिया और ‘करना‘ अभ्यास बोधक है। अतः उपरोक्त वाक्य ‘रंजक क्रिया’ का उदाहरण है।

नोट:- प्रत्येक रंजक क्रिया का प्रयोग प्रत्येक मुख्य क्रिया के साथ नहीं किया जा सकता है। जिस प्रकार ‘आ धमकना‘ तो हो सकता है, लेकिन ‘चल धमकना‘ नहीं हो सकता है।

रंजक क्रिया से सम्बंधित कुछ प्रश्न

  1. रंजक क्रिया की परिभाषा क्या है?

    वह क्रिया, जो किसी मुख्य क्रिया के साथ जुड़कर मुख्य क्रिया को और अधिक प्रभावशाली बनाती है, रंजक क्रिया कहलाती है।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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