सहायक क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण

Sahayak Kriya Ki Paribhasha in Hindi

सहायक क्रिया की परिभाषा : Sahayak Kriya in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘सहायक क्रिया की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप सहायक क्रिया की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

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सहायक क्रिया की परिभाषा : Sahayak Kriya in Hindi

वह क्रिया, जो मुख्य क्रिया के साथ वाक्य के निर्माण में सहायता करती है, उसे ‘सहायक क्रिया’ कहते है। सहायक क्रिया वाक्य के काल का परिचायक होती है अर्थात सहायक क्रिया की सहायता से किसी वाक्य के काल के बारे में जान सकते है।

साधारण शब्दों में, मुख्य क्रिया के अर्थ को स्पष्ट करने में जो क्रियाएँ सहायक होती है, वह ‘सहायक क्रिया’ कहलाती है।

कभी-कभी एक क्रिया और कभी-कभी एक से अधिक क्रियाएँ भी सहायक क्रिया होती है। जैसे:- है, था, रहे हो, रहे थे, रहा था, होगा, होगी, सकते, सकती, चाहिए, आदि।

सहायक क्रिया के उदाहरण

सहायक क्रिया के उदाहरण निम्न प्रकार है:-

सहायक क्रिया के उदाहरण
राम खेल रहा होगा।
तुम सो रहे थे।
तुम रो रहे हो।
बच्चे जा रहे थे।
मैं उसकी सहायता करता हूँ।
हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए।
तुम क्या पी रहे हो।

सहायक क्रिया के उपरोक्त उदाहरणों में “खेलना, सोना, रोना, जाना, सहायता करना, पेड़ लगानापीना” मुख्य के लिए आए हैं। शेष “होगा, थे, हो, हूँ, चाहिए” सहायक क्रियाएँ हैं। सहायक क्रिया सदैव मुख्य क्रिया के अर्थ को स्पष्ट और पूर्ण करती है।

सहायक क्रिया के द्वारा वाक्य के काल की पहचान

सहायक क्रिया वाक्य के काल का परिचायक होती है अर्थात सहायक क्रिया की सहायता से हम किसी वाक्य के काल के बारे में जान सकते है। नीचे सहायक क्रिया के कुछ उदाहरण दिए गए है, जिनकी सहायता से वाक्य के काल की पहचान करेंगे:-

उदाहरण:- 1

राम गा रहा है।

सहायक क्रिया के उपरोक्त उदाहरण में मुख्य क्रिया पद ‘गा‘ है और सहायक क्रिया पद ‘रहा है‘ है। इस वाक्य का काल ‘अपूर्ण वर्तमान काल‘ होगा।

वाक्य के काल का पता सहायक क्रिया पद से चल रहा है। अतः उपरोक्त वाक्य सहायक क्रिया का उदाहरण है।

उदाहरण:- 2

सीता खाना पका रही है।

सहायक क्रिया के उपरोक्त उदाहरण में मुख्य क्रिया पद ‘खाना पकाना‘ है और सहायक क्रिया पद ‘रही है‘ है।

इस वाक्य का काल ‘अपूर्ण वर्तमान काल‘ होगा। वाक्य के काल का पता सहायक क्रिया पद से चल रहा है। अतः उपरोक्त वाक्य सहायक क्रिया का उदाहरण है।

कुछ सहायक क्रियाएँ और उनके उपयोग

सहायक क्रियाएँ और उनके उपयोग निम्न प्रकार है:-

1. “सकता” सहायक क्रिया

सकता” सहायक क्रिया के सभी सभी और उदाहरण निम्न प्रकार है:-

“सकता” सहायक क्रिया का प्रयोग

सकता” सहायक क्रिया का प्रयोग निम्नलिखित परिस्थितियों में किया जाता है:-

(i). अनुमति प्राप्त करने के लिए

उदाहरण
क्या मैं घर जा सकता हूँ?
क्या मैं खाना खा सकता हूँ?

(ii). समर्थ की भावना व्यक्त करने के लिए

उदाहरण
मैं यह कार्य कर सकता हूँ।
मैं इस प्रश्न को हल कर सकता हूँ।

(iii). प्रस्ताव के लिए

उदाहरण
क्या मैं आपकी कुछ सहायता कर सकता हूँ?
क्या मैं इस कार्य को पूर्ण करने में आपकी सहायता कर सकता हूँ?

(iv). संभावना व्यक्त करने के लिए

उदाहरण
यह असली हो सकता है।
कोई भी गुनाह कर सकता है।

(v). असंभावना का बोध कराने के लिए

उदाहरण
वह एक खिलाड़ी नहीं बन सकता है।
मैं इस कठिनाई का सामना नहीं कर सकता हूँ।

2. “चाहिए” सहायक क्रिया

चाहिए” सहायक क्रिया के सभी सभी और उदाहरण निम्न प्रकार है:-

“चाहिए” सहायक क्रिया का प्रयोग

चाहिए” सहायक क्रिया का प्रयोग निम्नलिखित परिस्थितियों में किया जाता है:-

(i). सलाह देने के लिए

उदाहरण
क्या हमें पिताजी से बात करनी चाहिए?
तुम्हें परिश्रम करना चाहिए।

(ii). कर्तव्य का बोध कराने के लिए

उदाहरण
सभी लोगों को अपने देश से प्रेम करना चाहिए।
तुम्हें अपनी माता-पिता की सेवा करनी चाहिए।

सहायक क्रिया की पहचान

सहायक क्रिया की पहचान करने के लिए सिर्फ यह बात ध्यान में रखें कि ‘सहायक क्रिया’ वाक्य के अंत में और मुख्य क्रिया के बाद में प्रयुक्त होती है। इस प्रकार हम सहायक क्रिया की पहचान कर सकते है।

जैसे:-

हम पढ़ाई कर चुके है।

उपरोक्त वाक्य में ‘चुके है‘ सहायक क्रिया है।

सीता खाना पका रही है।

उपरोक्त वाक्य में ‘रही है‘ सहायक क्रिया है।

राम गाना गा रहा है।

उपरोक्त वाक्य में ‘रहा है‘ सहायक क्रिया है।

आज विजय घर आ सकता है।

उपरोक्त वाक्य में ‘सकता है‘ सहायक क्रिया है।

हमें गुरुजनों का आदर करना चाहिए।

उपरोक्त वाक्य में ‘चाहिए‘ सहायक क्रिया है।

सहायक क्रिया के मूल रूप के उदाहरण

सहायक क्रिया के मूल रूप के उदाहरण निम्नलिखित है:-

यह ख़बर सुनते ही वह हँस पड़ी।

उपरोक्त वाक्य में ‘पड़ी‘ सहायक क्रिया है और ‘पड़ना‘ उसका मूल रूप है।

अजय ने विजय को उपहार दिया।

उपरोक्त वाक्य में ‘दिया‘ सहायक क्रिया है और ‘देना‘ उसका मूल रूप है।

सहायक क्रिया से सम्बंधित कुछ प्रश्न

  1. सहायक क्रिया की परिभाषा क्या है?

    वह क्रिया, जो मुख्य क्रिया के साथ वाक्य के निर्माण में सहायता करती है, उसे ‘सहायक क्रिया’ कहते है।
    सहायक क्रिया वाक्य के काल का परिचायक होती है अर्थात सहायक क्रिया की सहायता से किसी वाक्य के काल के बारे में जान सकते है।

  2. सहायक क्रिया की पहचान कैसे कर सकते है?

    सहायक क्रिया की पहचान करने के लिए सिर्फ यह बात ध्यान में रखें कि ‘सहायक क्रिया’ वाक्य के अंत में और मुख्य क्रिया के बाद में प्रयुक्त होती है। इस प्रकार हम सहायक क्रिया की पहचान कर सकते है।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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