संबोधन कारक की परिभाषा, नियम और उदाहरण

संबोधन कारक की परिभाषा : Sambodhan Karak in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘संबोधन कारक की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप संबोधन कारक से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
संबोधन कारक की परिभाषा : Sambodhan Karak in Hindi
शब्द के जिस रूप से किसी को पुकारने तथा सचेत करने का भाव प्रकट होता है, उसे ‘संबोधन कारक’ कहते है। इसका संबोधन चिह्न (!) होता है।
इसका सम्बन्ध न तो क्रिया से होता है और न ही किसी अन्य शब्द से होता है। यह वाक्य से अलग रहता है। इसका कोई कारक चिन्ह भी नहीं है।
संबोधन कारक के उदाहरण
संबोधन कारक के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
उदाहरण 1
हे भगवान! उसके साथ ऐसा क्यों हुआ? |
स्पष्टीकरण:- उपर्युक्त उदाहरण में विभक्ति ‘हे’ का प्रयोग हुआ है, जिसके साथ विराम चिन्ह के स्थान पर (!) का प्रयोग भी किया गया है। इससे स्पष्ट है कि उदाहरण में भगवान को पुकारा जा रहा है। अतः यह ‘सम्बोधन कारक’ का उदाहरण है।
उदाहरण 2
अरे! तुमने इतनी जल्दी इतना कार्य कैसे कर लिया? |
स्पष्टीकरण:- उपर्युक्त उदाहरण में ‘अरे’ विभक्ति का प्रयोग हुआ है, जिसके साथ में विराम चिन्ह के स्थान पर (!) का प्रयोग भी हुआ है। जिससे स्पष्ट है कि आश्चर्यचकित होकर संबोधन किया जा रहा है। अतः यह ‘संबोधन कारक’ का उदाहरण है।
संबोधन कारक के अन्य उदाहरण
अरे रमेश! तुम यहाँ कैसे? |
अजी! सुनते हो क्या। |
हे ईश्वर! रक्षा करो। |
अरे! बच्चों शोर मत करो। |
हे राम! यह क्या हो गया। |
अरे भाई! यहाँ आओ। |
अरे राम! बहुत बुरा हुआ। |
अरे भाई! तुम तो बहुत दिनों में आये। |
अरे बच्चों! शोर मत करो। |
हे ईश्वर! इन सभी नादानों की रक्षा करना। |
अरे! यह इतना बड़ा हो गया। |
अजी तुम उसे क्या मरोगे? |
बाबूजी! आप यहाँ बैठें। |
अरे राम! जरा इधर आना। |
अरे! आप आ गए। |
संबोधन कारक से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
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संबोधन कारक की परिभाषा क्या है?
शब्द के जिस रूप से किसी को पुकारने तथा सचेत करने का भाव प्रकट होता है, उसे ‘संबोधन कारक’ कहते है। इसका संबोधन चिह्न (!) होता है।
इसका सम्बन्ध न तो क्रिया से होता है और न ही किसी अन्य शब्द से होता है। यह वाक्य से अलग रहता है। इसका कोई कारक चिन्ह भी नहीं है।
अंतिम शब्द
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।