संज्ञा की परिभाषा, भेद और उदाहरण

संज्ञा की परिभाषा : Sangya in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘संज्ञा की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप संज्ञा की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
संज्ञा की परिभाषा : Sangya in Hindi
किसी व्यक्ति, वस्तु, जाति, द्रव्य, गुण, भाव, स्थान व क्रिया के नाम को संज्ञा कहते है। जिसके उदाहरण निम्नलिखित है:-
संज्ञा के उदाहरण |
---|
राम (व्यक्ति) |
पुस्तक (वस्तु) |
पशु (जाति) |
नम्रता (गुण) |
व्यथा (भाव) |
जयपुर (स्थान) |
खेलना (क्रिया) |
संज्ञा के भेद
संज्ञा के कुल 5 भेद होते है, जिनका विस्तृत वर्णन निम्न प्रकार है:-
व्यक्तिवाचक संज्ञा |
जातिवाचक संज्ञा |
भाववाचक संज्ञा |
द्रव्यवाचक संज्ञा |
समूहवाचक संज्ञा |
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, आदि का बोध करवाने वाले शब्दों को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते है।
जैसे:-
व्यक्ति विशेष | स्थान विशेष | वस्तु विशेष |
---|---|---|
महेंद्र | अमेरिका | रामायण |
रमेश | चीन | गीता |
रजनी | बिहार | शिवपुराण |
अर्जुन | बीकानेर | किताब |
कर्ण | पंजाब | मेज |
व्यक्तिवाचक संज्ञा सदैव एकवचन होते है। वय्क्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण
अजय – व्यक्ति का नाम है। |
कुर्सी – बैठक का एक साधन है, लेकिन एक नाम को सूचित कर रहा है। इसलिए यह व्यक्तिवाचक है। |
कार – यातायात का एक साधन है, लेकिन सम्पूर्ण यातायात नहीं है। कार एक माध्यम है। इसलिए यह एक व्यक्ति को इंगित कर रहा है। |
राजस्थान – एक राज्य है, लेकिन एक सम्पूर्ण देश नहीं है। इसलिए यह व्यक्तिवाचक है। |
2. जातिवाचक संज्ञा
वह शब्द, जो किसी व्यक्ति, वस्तु व स्थान की सम्पूर्ण जाति का बोध करवाते है, जातिवाचक संज्ञा कहलाते है।
इन शब्दों से व्यक्ति, वस्तु व स्थान की जाति व उसके वर्ग का बोध होता है अर्थात इसमें व्यक्तिवाचक संज्ञा वाले शब्दों की जाति व वर्ग का बोध करवाया जाता है।
जैसे:- अजय, विजय, जय, आदि यह सभी व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदहारण है, लेकिन यह सभी मनुष्य है। मनुष्य जातिवाचक संज्ञा का उदाहरण है, क्योंकि इसके उच्चारण से सम्पूर्ण व्यक्ति आ जाते है। ठीक इसी प्रकार:- मनुष्य, घर, बकरी, पहाड़, गाय, आदि आते है।
प्राणी | वस्तु | स्थान |
---|---|---|
मनुष्य | पुस्तक | पहाड़ |
सेना | कंप्यूटर | विद्यालय |
बिल्ली | साईकल | नदी |
कुत्ता | कार | शहर |
घोड़ा | टेलीविज़न | गाँव |
मोर | गिलास | भवन |
सभा | कुर्सी | समुद्र |
मानव | बक्सा | महाविद्यालय |
लड़का | पलंग | पर्वत |
लड़की | कंघी | घर |
जातिवाचक संज्ञा सदैव बहुवचन होते है। यह सदैव अर्थवान शब्द होते है।
जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण
महिलाएं काफी अधिक काम करती है। |
किसान कृषि करते है। |
बिल्ली चूहे खाती है। |
पक्षियों को उड़ना पसंद है। |
सभी प्रजातियों में मनुष्य सबसे अधिक बुद्धिमान है। |
उपर्युक्त सभी उदाहरणों में महिलाएं, किसान, चूहे, पक्षी व प्रजाति अपनी सम्पूर्ण जाति व वर्ग को दर्शाते है।
3. भाववाचक संज्ञा
जो शब्द किसी वस्तु अथवा पदार्थ की अवस्था, दशा व भाव का बोध करवाते है, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते है। जैसे :- बचपन, बुढ़ापा, मोटापा, मिठास, चढ़ाई, थकावट, आदि।
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण
अधिक परिश्रम करने से मुझे थकान हो जाती है। |
दिन-रात परिश्रम करने से सफलता अवश्य प्राप्त होती है। |
कोयल की आवाज़ में काफी अधिक मिठास है। |
मुझे तुम्हारी आँखों में क्रोध नज़र आता है। |
लोहा एक कठोर पदार्थ है। |
उपर्युक्त वाक्यों में थकान से थकने का भाव, सफलता से सफल होने का भाव, मिठास से मीठे होने का भाव, क्रोध से क्रोधित होने का भाव एवं कठोर से कठोरता का भाव व्यक्त हो रहा है, इसलिए यह सभी भाववाचक संज्ञा के शब्द है।
आवश्यक नियम:- कईं बार कईं शब्द एक वाक्य में अलग संज्ञा व दूसरे वाक्य में संज्ञा के अलग भेद को दर्शाते है। |
4. द्रव्यवाचक संज्ञा
जो शब्द किसी धातु, द्रव्य, सामग्री, पदार्थ, आदि का बोध करवाते है, द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते है। जैसे:- कोयला, पानी, तेल, घी, लोहा, दाल, आदि।
ठोस अवस्था | द्रव अवस्था | गैस अवस्था |
---|---|---|
सोना, चांदी, लोहा, पीतल, तांबा, आदि शब्द अलग-अलग धातु को दर्शाते है। अतः यहाँ पर सोना, चांदी, लोहा, पीतल व तांबा द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण है। | पानी, दूध, तेल, आदि शब्द अलग-अलग द्रव को प्रदर्शित करते है। अतः यहाँ पर पानी, दूध व तेल द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण है। | ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, कार्बन – डाईऑक्ससाइड, आदि शब्द अलग-अलग गैसे को प्रदर्शित करते है। अतः यहाँ पर ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन व कार्बन – डाईऑक्ससाइड द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण है। |
द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण
रमेश पानी से नहाता है। |
इस प्रकृति के सभी प्राणी ऑक्सीजन ग्रहण करते है। |
लोहे में काफी जल्दी जंग लग जाती है। |
सोने का भाव काफी तेज़ी से बढ़ रहा है। |
नहाने के बाद शरीर पर तेल से मालिश करनी चाहिए। |
उपर्युक्त वाक्यों में पानी, ऑक्सीजन, लोहे, सोने व तेल द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण है।
5. समूहवाचक संज्ञा
जिन संज्ञा शब्दों से किसी एक व्यक्ति का बोध न होकर सम्पूर्ण समूह/समाज का बोध होता है, वह शब्द समूहवाचक/समुदायवाचक संज्ञा कहलाते है।
जैसे:- भीड़, सभा, परिवार, कक्षा, मेला, सेना, पुलिस, ढेर, दल, सेना, आदि। यह सभी शब्द अपने समूह को दर्शाते है।
समूहवाचक संज्ञा के उदाहरण
भारत की संसद में सभी महत्वपूर्ण लोग बैठते है। |
हमारे गांव में हर हफ्ते एक सभा का आयोजन होता है। |
पुलिस 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहती है। |
सेना हर परिस्थिति में देश की सीमा पर तैनात रहती है। |
मेले में काफी अधिक भीड़ रहती है। |
उपर्युक्त वाक्यों में लोग, सभा, पुलिस, सेना व भीड़ समूहवाचक संज्ञा के उदहारण है।
पद की परिभाषा
सार्थक वर्णों के समूह को ‘शब्द’ कहते है, लेकिन जब इसका प्रयोग वाक्यों में होता है, तो यह व्याकरण के नियमों में बंध जाता है और इसका रूप भी बदल जाता है। जब कोई शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है, तो उसे ‘शब्द’ न कहकर ‘पद’ कहा जाता है।
पद के प्रकार
हिंदी में पद कुल 5 प्रकार के होते है, जो कि निम्नलिखित है:-
पद के भेद |
---|
संज्ञा |
सर्वनाम |
विशेषण |
क्रिया |
अवयय |
हमनें आपके साथ नीचे कुछ वाक्य साझा किये है, जिनमें रेखांकित शब्दों को ध्यानपूर्वक रूप से पढ़ें:-
अजय बाजार जा रहा है। |
वह किताब पढ़ रहा है। |
शेर दहाड़ता है। |
लालच बुरी बला है। |
इसकी लम्बाई देखो। |
उपर्युक्त वाक्यों में:-
अजय एक व्यक्ति का नाम है। |
किताब एक वस्तु का नाम है। |
शेर एक जानवर का नाम है। |
लालच एक भाव का नाम है। |
लम्बाई से लम्बा होना भाव प्रकट होता है। |
यह सभी ‘पद’ संज्ञा है। संज्ञा पद का अर्थ ‘नाम’ है।
किसी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु, स्थान, भाव, आदि के नाम के स्वरूप में जो शब्द प्रयुक्त होते है, संज्ञा कहलाते है। |
संज्ञा किसे कहते है?
किसी व्यक्ति, वस्तु, जाति, द्रव्य, गुण, भाव, स्थान व क्रिया के नाम को संज्ञा कहते है। जैसे:- राम, केला, मिठास, शेर, आदि।
संज्ञा सार्थक शब्दों के कुल 8 भेदों में एक भेद है। व्याकरण में संज्ञा एक विकारी शब्द है।
संज्ञा अंग भेद उदहारण
“राम” बाजार जा रहा है। = राम व्यक्ति का नाम है। |
“आम” में मिठास है। = आम फल का नाम है। |
“शेर” दहाड़ रहा है। = शेर एक पशु का नाम है। |
संज्ञा की पहचान क्या है?
संज्ञा की पहचान निम्नलिखित लक्षणों के आधार पर की जाती है, जो कि निम्नलिखित है:-
प्राणीवाचक |
अप्राणीवाचक |
गणनीय |
अगणनीय |
1. प्राणीवाचक संज्ञा
जिन शब्दों से किसी सजीव वस्तु (जिसमें प्राण होता है) का बोध होता है, उन्हें प्राणीवाचक संज्ञा कहते है। इसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
प्राणीवाचक संज्ञा के उदाहरण |
---|
बच्चा |
भैंस |
चिड़िया |
पुरुष |
राम |
2. अप्राणीवाचक संज्ञा
जिन शब्दों से किसी निर्जीव वस्तु (जिसमें प्राण नहीं होता है) का बोध होता है, उन्हें अप्राणीवाचक संज्ञा कहते है। इसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
अप्राणीवाचक संज्ञा के उदाहरण |
---|
पुस्तक |
मकान |
कार |
दही |
पहाड़ |
3. गणनीय संज्ञा
जिस व्यक्ति, वस्तु, पदार्थ, आदि की गणना की जा सकती है अर्थात उसकी संख्या ज्ञात की जा सकती है, वह शब्द गणनीय संज्ञा कहलाते है। इसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
गणनीय संज्ञा के उदाहरण |
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लड़का |
पुस्तक |
भवन |
गाय |
केले |
4. अगणनीय संज्ञा
जिस व्यक्ति, वस्तु, पदार्थ, आदि की गणना नहीं की जा सकती है अर्थात उसकी संख्या ज्ञात नहीं की जा सकती है, वह शब्द अगणनीय संज्ञा कहलाते है। इसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
अगणनीय संज्ञा के उदाहरण |
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पानी |
दूध |
वायु |
प्रेम |
मित्रता |
संज्ञा के नियम
संज्ञा के सभी नियमों का विस्तृत वर्णन निम्न प्रकार है:-
- जब व्यक्तिवाचक संज्ञा का कोई शब्द अपने साथ किसी अन्य नाम का बोध करवाता है, तो उस अन्य नाम को जातिवाचक संज्ञा कहते है। इसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
सीता हमारे घर की लक्ष्मी है। |
कालिदास को भारत का शेक्सपियर कहते है। |
- जातिवाचक संज्ञा का कोई शब्द जब किसी व्यक्ति विशेष के अर्थ में रूढ़ हो जाता है, तो वहाँ व्यक्तिवाचक संज्ञा होती है। इसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
गाँधी – गाँधीजी ने देश को सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया। |
मोदी – मोदीजी एक मित्व्ययी प्रशासक है। |
- भाववाचक संज्ञा और विशेषण हमेशा एकवचन में प्रयुक्त किए जाते है, जैसे ही इनको बहुवचन में प्रयुक्त किया जाता है, तो वहाँ जातिवाचक संज्ञा होती है। इसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
गरीबों की मदद करनी चाहिए। |
बड़ो का सम्मान करना चाहिए। |
ध्यान रखने योग्य आवश्यक बातें
(i). व्यक्तिवाचक संज्ञा:- व्यक्तिवाचक संज्ञा का प्रयोग सदैव एकवचन में किया जाता है अर्थात ऐसे एकवचन में किया जाता है, जिसका बहुवचन न बनाया जा सके।
(ii). जातिवाचक संज्ञा:- जातिवाचक संज्ञा का प्रयोग सदैव बहुवचन में किया जाता है अर्थात ऐसे एकवचन में किया जाता है, जिसका बहुवचन बनाया जा सके।
संज्ञा से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न
-
निम्नलिखित में से क्या जातिवाचक संज्ञा नहीं है?
(A). लोहा
(B). लड़की
(C). राम
(द). पुस्तक
उत्तर:- लोहा -
निम्नलिखित में से कौनसे विकल्प में भाववाचक संज्ञाएँ है?
(अ). मिलाप, स्वत्व, सेवा
(ब). अपनापन, बूढ़ापा, वृक्ष
(स). उदासी, शेर, चालाकी
(द). यौवन, अपना, बुनना
उत्तर:- मिलाप, स्वत्व, सेवा -
‘कुंज’ शब्द में कौनसी संज्ञा है?
(अ). जातिवाचक संज्ञा
(ब). द्रव्यवाचक संज्ञा
(स). व्यक्तिवाचक संज्ञा
(द). समूहवाचक संज्ञा
उत्तर:- समूहवाचक संज्ञा -
निम्नलिखित में से कौनसे विकल्प में जातिवाचक संज्ञा नहीं है?
(अ). पंखा
(ब). पर्वत
(स). हिमालय
(द). गाय
उत्तर:- हिमालय -
“गुलाब सभी फूलों में श्रेष्ठ है।” इस वाक्य में कौनसी संज्ञा है?
(अ). भाववाचक संज्ञा
(ब). जातिवाचक संज्ञा
(स). व्यक्तिवाचक संज्ञा
(द). समूहवाचक संज्ञा
उत्तर:- जातिवाचक संज्ञा -
“आजकल हर शहर में रावण पैदा हो रहे है।” इस वाक्य में कौनसी संज्ञा है?
(अ). जातिवाचक संज्ञा
(ब). व्यक्तिवाचक संज्ञा
(स). भाववाचक संज्ञा
(द). उपर्युक्त् में से कोई नहीं
उत्तर:- जातिवाचक संज्ञा -
‘हरियाली’ शब्द में कौनसी संज्ञा है?
(अ). समूहवाचक संज्ञा
(ब). जातिवाचक संज्ञा
(स). व्यक्तिवाचक संज्ञा
(द). भाववाचक संज्ञा
उत्तर:- भाववाचक संज्ञा -
‘घी’ शब्द में कौनसी संज्ञा है?
(अ). व्यक्तिवाचक संज्ञा
(ब). भाववाचक संज्ञा
(स). द्रव्यवाचक संज्ञा
(द). समूहवाचक संज्ञा
उत्तर:- द्रव्यवाचक संज्ञा -
निम्नलिखित में से कौनसे विकल्प में भाववाचक संज्ञा नहीं है?
(अ). खटास
(ब). यौवन
(स). ठगी
(द). ऐरावत
उत्तर:- ऐरावत -
‘थकावट’ शब्द में कौनसी संज्ञा है?
(अ). जातिवाचक संज्ञा
(ब). भाववाचक संज्ञा
(स). व्यक्तिवाचक संज्ञा
(द). द्रव्यवाचक संज्ञा
उत्तर:- भाववाचक संज्ञा
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।