शब्दार्थ (शब्दों का अर्थ-बोध)

Shabdarth in Hindi

शब्दार्थ की परिभाषा : Shabdarth in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘हिंदी शब्दार्थ की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप हिंदी शब्दार्थ से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

शब्दार्थ की परिभाषा : Shabdarth in Hindi

शब्दार्थ शब्द का मतलब ‘शब्द का अर्थ’ होता है। यहाँ शब्दार्थ का सीधा संबंध ‘शब्द के भाव’ से होता है। किसी शब्द का समानार्थक शब्द, जो शब्द भाव को दर्शाता है, उसे ‘शब्दार्थ’ कहते है।

100+ शब्दों के अर्थ और उनके वाक्य में प्रयोग

विभिन्न शब्दों के अर्थ और उनके वाक्य में प्रयोग निम्न प्रकार है:-

शब्दअर्थवाक्य में प्रयोग
अभिलाषाइच्छाउसकी अभिलाषा सैनिक बनन की है।
अभिरामसुंदरउसका अभिराम मुख मुस्कुरा पड़ा।
अनवरतलगातारकिसी काम में अनवरत लगे रहना चाहिए।
अथकबिना थकेहमें अथक परिश्रम करना चाहिए।
अस्तित्वजीवनअपने अस्तित्व पर ध्यान दो।
असाध्यन ठीक होनेवालाकैंसर एक असाध्य बीमारी है।
अभिवादनप्रणामछात्रों ने शिक्षक का अभिवादन किया।
अंबारढेरवहां कूड़ो का अंबार लगा है।
अनायासअचानकवहां यह अनायास आ टपका।
अनुयायीशिष्यमहात्मा बुद्ध के कई अनुयायी हैं।
अवधिसमयमेरी नौकरी की अवधि समाप्त हो गई है।
अर्पणकिसी को आदर पूर्वक कुछ देनामैंने सर्वस्व तुम्हें अर्पण किया।
अनुरक्तिअनुराग, प्रेममुझे सरोज पर विशेष अनुरक्ति है।
अधरहोंठराधा के अधर कोमल है।
अनुवादकअनुवाद करने वालासतीश अंग्रेजी से हिंदी का अनुवादक है।
अभिभूतवशीभूत किया हुआमैं अभिभूत सा होकर उसे देखता रहा।
आक्रमणचढ़ाईभारत ने आज तक अनावश्यक आक्रमण करना नहीं सीखा।
आभारकृतज्ञतासंयोजक ने सबका आभार प्रकट किया।
आत्मसमर्पणअपने आपको सौंप देनाआज कई अपराधियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
आहतघायलवह पक्षी आहत होकर गिर पड़ा।
आश्वासनभरोसामंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया।
आभाचमकउसके चेहरे पर कैसी आभा है।
आहुतिकुर्बानीसैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी।
आत्मीयघनिष्ठमेरा सब के साथ आत्मीय संबंध रहता है।
आशंकाअप्रिय घटना होने का भयमुझे ऐसी आशंका हो रही है।
इल्जामआरोपमैंने किसी पर आज तक इल्जाम नहीं लगाया।
इत्मीनानतसल्लीअब मुझे इत्मीनान हो गया।
ईजादखोजआज ही इसका ईजाद हुआ है।
उज्जवलसाफइंसानों का चरित्र उज्जवल होता है।
उन्मुक्तआजादहर आदमी उन्मुक्त रहना चाहता है।
उद्यततैयारवह मंच पर जाने को उद्यत है।
उपेक्षाअनादरहमें किसी की भी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
उपयुक्तसहीवह उपयुक्त जगह है।
ओसाराबरामदामां ओसारे में बैठी है।
कलाकृतिकलात्मक रचनावह बहुत सुंदर कलाकृति थी।
करुणादयामुझे उस पर करुणा आ गई।
कनकसोनाकनक महंगा होता है ‌।
कलनादमधुर स्वरपक्षियों का कलनाद सुनाई पड़ रहा है।
करतबअचरज भरा कामवह गजब गजब के करतब दिखाता है।
कटिबद्धपूरी तरह तैयारमैं यह काम करने को कटिबद्ध हूं।
कलसीछोटा घड़ाउसकी कलसी फूट गई।
कस्बाछोटा शहरमैं अपने कस्बे से चल पड़ा।
कलुषितगंदाअपने हृदय से कलुषित बातें निकाल फेंको।
कीर्तियशउसकी कीर्ति दूर-दूर तक फैली है।
कृत्रिमबनावटीउसने कृत्रिम मुस्कान बिखेरी।
कायाशरीरसबकी काया को सुख मिले।
क्लेशकष्टउसकी मृत्यु से मुझे काफी क्लेश हुआ।
कार्निवालमेलाकार्निवाल में सर्कस भी लगा है।
कीर्तिमानमानदंड, प्रसिद्धितेंदुलकर ने कई कीर्तिमान स्थापित किए।
खुदा हाफिजईश्वर तुम्हारी रक्षा करेंश्याम ने मोहन को खुदा हाफिज कहा।
खिदमतसेवा सत्कारजुम्मन अपनी खाला की खिदमत खूब करता है।
खादिमसेवकहर आदमी किसी न किसी का खादिम होता है।
खराविशुद्धवह सुनार खरा सोना बेचता है।
गुमसुमचुपचापवह गुमसुम बैठा है।
गौरवबड़प्पनहमें अपने देश पर गौरव होता है।
गंतव्यजहां जाना होवह अपने गंतव्य तक जा पहुंचा।
गुनाहअपराधउसने अपना गुनाह मान लिया।
गारगड्ढावह एक बड़े गार में गिर गया।
गाथाकहानीगीता में श्रीकृष्ण की गाथा है।
घनत्वघनापनइसका औसत घनत्व बहुत कम है।
चमनफुलवारीचमन हरा भरा है।
चिर स्मरणीयलंबे समय तक याद रखने योग्ययह घटना मेरे लिए चिर स्मरणीय है।
चौकन्नासावधानआहट पाते ही काला हिरण चौकन्ना हो गया।
चक्रव्यूहचक्र के आकार में सेना को खड़ा करनामहाभारत के युद्ध में गुरु द्रोणाचार्य ने चक्रव्यूह रचा था।
चीरवस्त्रश्री कृष्ण ने द्रौपदी को चीर प्रदान किया था।
चुनौतीललकारमैंने तुम्हारी चुनौती स्वीकार की।
छवितस्वीरउसकी छवि मेरे दिल में उतर गई।
जनश्रुतिअफवाहदेहातों में खूब जनश्रुति सुनने को आती है।
जंगलड़ाईपहले की राजाओं ने खूब जंग की थी।
जीविकारोजी रोटीवह अपनी जीविका बड़ी कठिनाई से चलाता है।
जेहादधर्मयुद्धआज हिंदू मुस्लिम में जेहाद छिड़ा है।
जुगालीपागुरगाय जुगाली कर रही है।
दंतकथालोक प्रचलित कथाआज देहातों में भी दंतकथा बहुत सुनने को मिलती है।
दंपतिपति पत्नी का जोड़ाक्यूरी दंपति ने रेडियम की खोज की।
दलीलप्रमाणतुम्हारी दलील उटपटांग रहती है।
दुर्गकिलापहले की राजाओं का दुर्ग होता था।
धनांधधन के घमंड में चूररमेश धनांध बना फिरता है।
धूल धूसरितधूल से सना हुआछोटे-छोटे बच्चे धूल धूसरित रहते हैं।
नदारदगायबसब आए, श्याम ही नदारद हो गया।
नाजगर्वहमें अपने देश पर नाज होता है।
निराधारआधारहीनतुम्हारा आरोप बिल्कुल निराधार है।
निर्द्वन्दचिंता मुक्तचिड़िया निर्द्वन्द कंठ से गाती है।
नास्तिकईश्वर को ना मानने वालासाहिल बहुत बड़ा नास्तिक है।
पुनरावृतिदोहरानाअतीत की चीजों की पुनरावृति मत करो।
पंथीराहीइस राह से बहुत कम पंथी जाते हैं।
पथ्यरोगी का आहारआज बीमार रामू ने पथ्य किया।
प्रतिभाशालीबुद्धिमानसोहन एक प्रतिभाशाली व्यक्ति है।
प्रयोगशालाविज्ञान के परीक्षण के लिए सामग्री युक्त स्थानमैडम क्यूरी ने एक टूटे-फूटे घर में ही अपनी प्रयोगशाला बनाई थी।
फतवाधार्मिक आदेशमुस्लिम लीग ने अपना फतवा जारी किया।
बह्निआगबह्नि प्रज्वलित हो उठी।
बगावतविद्रोहहमें किसी से बगावत नहीं करनी चाहिए।
बहेलियांचिड़ीमारबहेलिया चिड़ियों की खोज में निकला है।
बाध्यविवशमुझे ऐसा करने पर बाध्य होना पड़ा।
बवंडरतूफानकल भयंकर बवंडर उठा था।
भव्यसुंदरकोलकाता में कई भव्य इमारतें हैं।
भीम कायविशालकायहाथी एक भीम काय पशु होता है।
भुजंगसांपचंदन में भुजंग लिपटे रहते हैं।
भ्रांतिगलतफहमीमुझे आज तक कभी कोई भ्रान्ति नहीं हुई।
महिमामहताश्री कृष्ण की महिमा अपरंपार हैं।
मर्मभेदनीहृदय पर चोट करने वालीमुझसे तो यह मर्मभेदनी दृश्य भुलाया नहीं जाता।
मूकगूंगाभगवान की कृपा से मूक भी वाचाल हो जाता है।
मृदुलमधुरउसका स्वभाव अत्यंत ही मृदुल है।
योगदानमदद करनामेरे हर क्षेत्र में उनका योगदान रहता है।
रणभेरीयुद्ध की प्रारंभ की सूचना देने वाले बाजेअभिमन्यु कुरुक्षेत्र के मैदान में उतरा ही था की रणभेरी बज उठी।
रक्तरंजितखून से सनाउसका शरीर रक्तरंजित था।
लालसाइच्छातुम्हें देखने की बहुत दिनों से लालसा थी।
लम्हापलविरह का लम्हा कटते ही नहीं कटता।
लोकोक्तिकहावतउसने आज एक बहुत सुंदर ही लोकोक्ति सुनाई।
वारिसउत्तराधिकारीउसकी संपत्ति का कोई वारिस नहीं बचा।
व्याख्यानभाषणसभागार में व्याख्यान चल रहा है।
विषाददुखयह बात सुनकर मुझे अत्यंत विषाद हुआ।
विवरणवर्णनइतना विवरण मुझसे देना ना बनेगा।
वर्तिकाबत्तीस्नेहा ने वर्तिका जलाई।
विक्षुब्धनाराजवह उससे विक्षुब्ध है।
विचरणघूमनामैंने कई स्थानों का विचरण किया है।
व्यथादुखउसने अपनी व्यथा सुनाई।
विज्ञापनप्रचार संबंधी सूचनाउसने अखबार में विज्ञापन निकलवाया।
वायसकौवाशव पर वायस बैठे हैं।
शानदारसुंदरउसका चेहरा बड़ा ही शानदार है।
शिक्षाविदशिक्षा शास्त्रीआचार्य सत्य नारायण लाल एक बड़े शिक्षाविद है।
शाश्वतस्थाईप्रकृति शाश्वत है।
शौर्यवीरताउसके शौर्य का कोई ठिकाना नहीं है।
संस्कृतिआचरणगत परंपराआज भारतीय अपनी संस्कृति भूलते जा रहे हैं।
स्तंभखंभासाहित्य समाज का एक बड़ा स्तंभ है।
संस्मरणबीती हुई यादेंउसने अपना संस्मरण सुनाया।
सूरमाबहादुरसूरमा बाधाओं के आगे घुटने नहीं टेकता।
सुरभितसुगंधितसुरभित मंद पवन मदहोश कर रहा है।
साम्यसमानताहम लोगों के बीच साम्य बैठाना चाहिए।
सुषमासौंदर्यकश्मीर की प्राकृतिक सुषमा अद्वितीय है।
सरोवरतालाबइस बड़े सरोवर में मात्र तीन कमल है।
स्नेहिलप्याराराम बड़ा ही स्नेहिल बच्चा है।
संकरातंगयह रास्ता बड़ा ही संकरा है।
हादसादुर्घटनाआज एक बहुत बड़ा हादसा टल गया।
हष्ट पुष्टताकतवरभीम बड़े ही हष्ट पुष्ट थे।
अद्वितीयअनोखायह दृश्य अद्वितीय है।
प्रयोगइस्तेमालतुम इसका प्रयोग मत करना।
परिंदेपक्षीसूखे पेड़ से तो परिंदे भी ठिकाना बदल लेते हैं।
शेषथोड़ाइनमें प्रेम भाव शेष नहीं रहा।
तमामबहुत सारीवह तमाम कोशिशों के बाद जीता है।
वजूदअस्तित्वहमें अपने वजूद को बरकरार रखने की कोशिश करनी चाहिए।
हावी होनादबाव बनानावह बिना किसी बात के हावी हो गयी।
उत्पन्नपैदायहां कभी भी खतरा उत्पन्न हो सकता है।
जद्दोजहददौड़-धूपजिंदगी की जद्दोजहद से आदमी आखिर में हार ही जाता है।
पूर्णपुरातुम पूर्ण रूप से गलत हो।
अटकलेमुश्किलेंजिंदगी में तो अटकलें आती ही रहेगी।
पूर्वपहलेसमस्या से पूर्व चिंता नहीं करनी चाहिए।
परिवर्तनबदलावपरिवर्तन ही जिंदगी का नियम है।
पूर्तिपूरा करनादेश के पास जो आवश्यक चीजें नहीं है उनकी पूर्ति आयात से की जाती है।
खलल पड़नारुकावटपड़ोसी देश की वजह से शांति वार्ता में खलल पड़ा था।
दर्जासम्मानमां का दर्जा सबसे ऊंचा है।
स्वरूपके रूप मेंकन्या माता स्वरूप होती है।
अतिशयोक्तिकिसी बात को बढ़ा चढ़ा कर बोलनाकुछ लोग अतिशयोक्ति मे माहिर होते हैं।
पसारनाफैलानाचुनाव के समय नेताओं को जनता के सामने हाथ पसारने ही पड़ते है।
खूबियांगुणहर किसी में बुराइयों के साथ-साथ बहुत सारी खूबियां भी होती ही है
निर्माताबनाने वालेभीमराव अंबेडकर जी भारतीय संविधान के निर्माता है।
लिखितलिखा गयाभारत का संविधान पूरी दुनिया भर में सबसे लंबा लिखित संविधान है।
दिवसदिनआज का दिवस बहुत अच्छा रहा।
विद्रोहविरोधहमेशा से अच्छी चीजों का विद्रोह जरूर हुआ है।
नीवआधारकिसी भी मजबूत रिश्ते की नीव भरोसा होता है।
विभाजनटूटनाकभी-कभी गलतफहमीयों की वजह से भी रिश्तो में विभाजन आ जाता है।
संपूर्णपूरामैं सब पूर्ण रूप से टूट चुकी हूं।
हामी भरनासहमत होनामैंने उनकी बात में हामी भरी।
परचमझंडाभारत में ओलंपिक में हमेशा अपना परचम लहराया है।
समर्थन देनासाथ देनाचुनाव के समय में सभी अलग-अलग पार्टी को समर्थन देते हैं।
त्याग करनाछोड़ देनाधूम्रपान का त्याग कर देना ही समझदारी है।
मौजूद होनाउपस्थित होनाइस हादसे के वक्त में वहां पर मौजूद था।
पर्वत्योहारदिवाली का पर्व हमेशा से ही उत्साहित करने वाला होता है।
रोमांचकमजेदारभारत-पाकिस्तान का मैच रोमांचक रहा।
सिवायके अलावामेरे सिवाय वहां कोई भी मौजूद नहीं था।
मुद्दादावा किया हुआचुनाव से पहले जनता ने नेता के सामने बहुत सारे मुद्दे रखे।
जवाबदेहीउत्तर देनाइस बात की जवाबदेही राम की है।
रायसलाहअच्छी राय को हमेशा ग्रहण करो।
अंतिम समयआखिरी वक्तउसने अपने अंतिम समय में सबको आशीष दिया।
बर्तावव्यवहारतुम्हारा बर्ताव ही तुम्हारी पूंजी है।
मधुरमीठामधुर बोली हमेशा मन को भाती है।
चाहइच्छामन की सभी चाहत खत्म हो चुकी है।
आवश्यकताजरूरतमुझे तुम्हारी आवश्यकता नहीं है।
शुद्धसहीशुद्ध हिंदी बहुत ही कठिन होती है।
प्रत्येकहर एकप्रत्येक का अपना अपना विचार होता है।
स्थानजगहहर स्थान पर नेताओं के पोस्टर लगे हैं।
अधूरापुरा ना होनायह इच्छा उसकी अधूरी रह गई।
आगामीआने वालाआगामी समय बहुत कठिन है।
आकांक्षाइच्छाहर किसी की आकांक्षा होती है।
उमड़नाइकट्ठा होनाअचानक से आसमान में बादल उमड़ पड़े।
उदास होनादुखी होनाकभी-कभी मन उदास हो ही जाता है।
हासिल करनापानाकिसी भी चीज को अपने हिम्मत से हासिल किया जा सकता है।
मिष्ठानमिठाईगुरु मिष्ठान भंडार एक फेमस दुकान है।
त्रुटिगलतीइस लेख में बहुत सारी त्रुटि है।
चिन्हनिशानयह चिन्ह शेर के पंजों के हैं।
माध्यमजरियायह तो केवल एक माध्यम है।
व्यक्त करनासामने रखनाउसने अपने विचारों को व्यक्त किया।
अन्यथानहीं तोशब्दों का सही इस्तेमाल जरूरी है अन्यथा पूरे वाक्य का अर्थ बदल जाता है।
अनर्थअनहोनीगुस्से में अनर्थ हो सकता है।
क्षेत्रजगहबहुत से क्षेत्रों में पेट्रोल पंप मौजूद होते हैं।
अभावकमी होनापैसों की अभाव की वजह से बहुत से लोग अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते।
अतिथिमेहमानअतिथि भगवान के समान होता है।
तिथिदिनांकआज की तिथि खास है।
एहतियातसावधानीगाड़ी चलाते समय हमें एहतियात बरतनी चाहिए।
कठिनाईमुश्किलअंग्रेजों को हिंदी में बात करने में कठिनाई आती है।
कागजातकागजसंपत्ति के कागजात मोहन के पास है।
काबिलीयतक्षमतातुमने कुछ भी कर जाने की काबिलियत है।
कारागृहजेलदो कैदी कारागृह से फरार हो गए।
गवानाखोनाअपना कीमती वक्त ना गवाएं।
गृह कार्यघर के कामजब मैं वहां पहुंचा तो वह गृह कार्य में व्यस्त थी।
घनिष्ठपक्केसुनील और भरत घनिष्ठ मित्र है।
चित्रतस्वीरवह चित्र बहुत ही सुंदर है।
चित्मनकिसी से चित् मिलना मुश्किल होता है।
चेष्टाइच्छातुम्हें पहाड़ों में ले जाने की मेरी चेष्टा है।
जुआरीजुआ खेलने वालानिर्मला का पति जुआरी है।
पुजारीपूजा करने वालाहर मंदिर में एक पुजारी जरूर होता है।
अधिकारहकअपने अधिकार के लिए आवाज उठानी चाहिए।
झांकनादेखनातुम उसके घर में क्यों झांक रहे थे?
धकेलनाधक्का देनामुन्नी ने राजू को मिट्टी में धकेल दिया।
आकस्मिकअचानकनीरज के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हैं।
दंपतिपति पत्नीवारदात के समय एक दंपति वहां मौजूद था।
दयालुदया करने वालामोहन बहुत दयालु है।
दायित्वजिम्मेदारीप्रशासन को सही चलाने का दायित्व सरकार के कंधों पर होता है।
दीपकदीयापूजा के समय दीपक जरूर जलाना चाहिए।
दुपहियादो पहियों वालादुपहिया वाहन पर हेलमेट लगाना जरूरी है।
धोंन्स जमानाअकड़ दिखानाजब देखो वहां अपने पैसों की धौंस जमाता रहता है।
नाकाराकामना करने वालाबिट्टू बिल्कुल नाकारा है।
नादानभोला भालाप्रिया बहुत नादान है।
निर्मलपावनवह मन से निर्मल है।
निरोगबिना रोग केनिरोगी काया सबसे बड़ा धर्म है।
नुकसानदेहनुकसान करने वालाबुरे लोगों की संगति नुकसानदेह होती है।
नौसिखियाजिसने नया सिखा होकंप्यूटर संचालक नौसिखिया लग रहा है।
निशुल्कबिना शुल्क केके हॉस्पिटल में इलाज निशुल्क होता है।
अर्पणसौंप देनासैनिक देश के लिए अपना तन मन अर्पण करते हैं।
अभिनंदनस्वागतहम आपका तहे दिल से अभिनंदन करते हैं।
दिव्यचमत्कारीआज भी धरती पर दिव्य शक्तियां मौजूद है।
क्षमामाफीअपनी गलतियों की क्षमा मांगना भी बड़प्पन है।
पुनर्जन्मदोबारा जन्म लेनापुनर्जन्म की कहानियां सच भी होती है।
पुस्तककिताबजहां पुस्तक मेरी पसंदीदा है।
पेचीदाउलझा हुआयह मामला बहुत पेचीदा है।
अहितबुराईकिसी का अहित न हो।
अश्लीलगंदाकोई अश्लील काम मत करो
अंबरआकाशअंबर में तारे दिखाई रहे हैं।
अत्याचारजुल्मपशुओ पर अत्याचार मत करो।
अहंकारघमंडधन पर कभी अहंकार नहीं करना चाहिए।
अनिवार्यअत्यंत आवश्यकबच्चों को पढ़ाना अनिवार्य है
सुरदेवतापुराणों में कहा जाता है कि पहले कहीं सुर लोक भी था।
सुमनफूलमेरे आंगन में सुमन खिले हैं।
सुरभितसुगंधितगुलाब के फूल सुरभित है।
संशोधनसुधारमुझे मेरे प्रोजेक्ट में काफी संधोधन की आवश्यकता है ।
सिद्धप्रमाणितकबीरदास एक सिद्धपुरुष थे।
फूहड़गंवार, बेवकूफवह बालक फूहड़ हैं।
क्षतिघाटा, नुकसानइस धंधे में कभी क्षति कभी मुनाफा तो होता रहता था ।
अहितबुराईहमें भोजन अहित नहीं करना चाहिए ।
अनुपमअनोखाखेतो का दृश्य कितना अनुपन प्रतीत हो रहा है
अन्धकारअँधेराअन्धकार को सिर्फ उजाला ही हटा सकता है
अंकुशरोकजनसँख्या पर हमें अंकुश लगाना चाहिए
अन्तरिक्षगगनमंडलअन्तरिक्ष में अनगिनत तारे टिमटिमा रहे है
अक्लबुद्धियह कहावत बड़ी प्रचलित है अक्ल बड़ी या भैस
असंभ्यअशिष्टअसभ्य लोगो से सदैव दूर रहना चाहिए
अंजामनतीजाचोरी करने का अंजाम बहुत बुरा होता है
अलंकारआभूषणएक स्त्री को अलंकार बहुत पसंद होता है
आश्र्वासनदिलासा, भरोसाचुनाव आते ही मंत्री ने जनता को आश्र्वासन देना शुरू कर दिया है।
आलिंगनगले लगानाश्रीराम ने भरतजी का आलिंगन था ।
आक्रमणहमलाशेर ने हिरन पर आक्रमण किया।
अविष्कारखोजमाइक्रोसॉफ्ट कंपनी का अविष्कार बिल गेट्स ने किया ।
आखेटशिकारपहले राजा महाराजा आखेट के लिए जंगल जंगल में जाते थे ।
उद्गमआरंभ होने की जगहगंगा का उद्गम स्थल हिमालय है।
उपेक्षाअनदेखीधरती पर बढ़ते प्रदुषण की उपेछा करना भारी पड़ सकता है ।
उल्लासप्रसन्नताशादी में सभी के चेहरे पर उल्लास था।
उत्तरदायित्वजवाबदेहीअगर यह काम नहीं हुआ तो इसके उत्तरदायित्व तुम होगे ।
उत्थानउन्नतिहमें शिक्षा के क्षेत्र में उत्थान करने की जरुरत है।
उपवनबगीचामेरे घर के पीछे बहुत से उपवन है, जिसमे में रंग-बिरंगे फूल खिले हैं।
क्रांतिचमकईमानदार व्यक्ति के मुख पर क्रांति रहती है ।
करहाथ, टैक्सभारत ने भी GST कर (टैक्स) लागु कर दिया है।
कुबेरधन के देवताकुबेर को धन का देवता माना गया है ।
क्लेशकष्टगलत काम करने वाले व्यक्ति सदैव क्लेश में रहते है।
कुलीनअच्छे कुल कारवि का जन्म कुलीन परिवार में हुआ है।
खराठीक, विशुद्धअंकित अपने काम में सदैव खरा उतरता है।
गगनभेदीअकाश को भेदने या चीरनेवालाआजकल की रॉकेट गगनभेदी होते है ।
गतिचालहवाई जहाज की गति बहुत तेज होती है।
गौरवबड़प्पननीरज चोपड़ा का गोल्ड मेडल लाना हमारे लिए गौरव की बात है।
चिरसदाभगवान राम की कथा चिरकाल तक चलती रहेगी ।
जलजकमलजलज हमेशा तालाब में खिलते है ।
तत्परसन्नद्धभारतीय सेना युद्ध में तत्पर रहती है ।
तिरस्कारनिरादरकभी किसी गरीब का तिरस्कार नहीं करना चाहिए ।
दुर्भिक्षअकालसूखे के कारण इस गावं में कई बार दुर्भिक्ष पड़ा है।
अनायासबिना मेहनत केअनायास कोई काम मत करो ।
अकर्मण्यआलसीअकर्मण्य जीवन मृत्यु के समान है।
अनवरतलगातारअनवरत परिश्रम करते रहो।
अतीतबीता हुआ समयअतीत की चिंता मत करो।
अभियानउद्देश्यपूर्ण यात्रासरकार समय समय पर ।
अभिरामसुंदरअभिराम दुल्हे को देखकर दुल्हन मन-ही-मन खुश हो गयीं।
अभिमानगर्वकभी अपने ऊपर अभिमान नही करना चाहिए।
अस्थिहड्डीदुर्घटना के कारण में उसकी अस्थि टूट गयी।
अनुचितबुराछात्रो को कभी अनुचित कार्य नहीं करना चाहिए
अद्वितीयजिसका जोड़ा न होगाँधीजी एक महान अद्वितीय पुरुष थे।
अभिज्ञजाननेवालावह आने वाले खतरों से अभिज्ञ है।
अभिन्नएकरूप, परमकश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं।
अनिलहवाशीतल अनिल चलने से ठण्ड बढ़ रहा है।
अनलआगजंगल में चारो तरफ अनल की ज्वाला फैली है।
अथकनिरंतर, बिना थकेअपने लक्ष्य को पाने के लिए अथक परिश्रम करते रहो।
अमरजो कभी न मरेशरीर मर सकता है लेकिन आत्मा अमर है।
अवधिसमयछुट्टियों की अवधि समाप्त हो गयी।
अगणितजिसकी गिनती न होभारत में बहुत से अगणित महापुरुष हुए हैं।
आभाचमकमहान पुरुष के मुख पर आभा रहती है।
आशंकाभयमुझे फ़ैल होने की आशंका है।
आजीवनजीवनभरहमें अपने सपनो के लिए आजीवन प्रयास करना चाहिए
विनाशबरबादीजिसने भी घमण्ड किया उसका विनाश हो गया।
विमानहवाई जहाजमैंने कभी विमान से यात्रा नहीं किया ।
विख्यातमशहूरगंगा नदी संसार में विख्यात है।
व्यथादुःखकिसान व्यथा से सो नहीं पा रहा था।
शिखरपहाड़ की चोटीपुरे साल हिमालय के शिखर पर बर्फ जमी रहती है ।
शिविरखेमा, पड़ावआज रात हम शिविर में ही रुकेंगे है।
शुल्कफीसस्कूल का शुल्क दिन पर दिन बढ़ता चला जा रहा है ।
सरोवरतालाबसरोवर में रंग-विरंगे कमल खिले हैं।
संतानबाल-बच्चाराजा को कोई संतान नहीं है ।
सतर्कसावधानसड़क पर चलते समय सतर्क रहना चाहिए हैं।
प्रतिष्ठाइज्जतहमें अपनी प्रतिष्ठा खोनी नहीं चाहिए ।
प्रलोभनलालचबहुत से लोग आपको गलत कामों के लिए प्रलोभन भी देंगे ।
पुरस्कारइनामClass में प्रथम आने पर अविनाश को पुरस्कार मिलेगा।
प्रत्यंचाधनुष की डोरीस्वम्बर में राम ने धनुष की प्रत्यंचा खींची।
प्रभाकरसूर्यसुबह सुबह प्रभाकर की किरणें लाल होती है ।
मितव्ययीकम खर्च करनेवालाआजकल मितव्ययी मित्र बहुत ही कम मिलते है।
बहुधाप्रायःबहुधा बहुत से छात्रों अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते है।
रिक्तखालीरिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये ।
लोलचंचलसागर में लोल लहरें उठ रही है।
वरुणजल के देवताहर जगह वरुण देव की पूजा होती है।
वसनकपड़ाराजा ने प्रजा को दान में वसन दिये।
वसुधाधरतीयुद्ध में वसुधा रक्त से लाल हो जाती है ।
विज्ञापनप्रचारमूलक सुचनाविज्ञापन करने के उत्पाद के बिक्री बढ़ जाती है ।
विहानसबेरा उठो,किसान विहान होते ही खेतो में चला जाता है ।
निर्भीकनिडरबहादुर व्यक्ति हमेशा निर्भीक होता है ।
नास्तिकईश्र्वर या वेद को न माननेवालादुनिया में दो प्रकार के लोग होते है आस्तिक और नास्तिक हैं।
पर्याप्तकाफीव्यक्ति को सदैव पर्याप्त भोजन ही करना चाहिए ।
परामर्शरायहमें उसी व्यक्ति से परामर्श लेना चाहिए जो उस काम के बारे में जानता हो ।
परंपरापुराने समय सेअतिथि देव भव की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
पुनरावृतिदोहरानापरीक्षा के पूर्ण हमें प्रश्नों का पुनरावृत्ति कर लेना चाहिए ।
प्रगतिविकासभारत प्रगति की ओर बढ़ रहा है।
प्रतिकूलउल्टामेरा जीवन मेरी इच्छा के प्रतिकूल है।

शब्द से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

  1. शब्दार्थ की परिभाषा क्या है?

    शब्दार्थ शब्द का मतलब ‘शब्द का अर्थ’ होता है। यहाँ शब्दार्थ का सीधा संबंध ‘शब्द के भाव’ से होता है। किसी शब्द का समानार्थक शब्द, जो शब्द भाव को दर्शाता है, उसे ‘शब्दार्थ’ कहते है।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

5/5 - (1 vote)

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *