भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर भाषण

भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर भाषण : Speech on Corruption Free India in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर भाषण : Speech on Corruption Free India in Hindi
नमस्कार, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी शिक्षकगण, और सभी साथियों को मेरा प्यारभरा नमस्कार। मेरा नाम —- है और मैं इस विद्यालय में 11वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ।
मैं आप सभी को तहदिल से धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस अवसर पर भाषण प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया।
आज मैं आप सभी के सामने भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। भारत देश एक बहुत बड़ा देश है।
इस देश की आबादी भी बहुत ज्यादा है। इसका कार्यतंत्र बहुत ही विशाल है। इसलिए, यहाँ भ्रष्टाचार बहुत अधिक अंदर तक फैला हुआ है।
भ्रष्टाचार शब्द हिंदी भाषा के सन्धि विच्छेद भ्रष्ट+अचार से बना है। भ्रष्ट का अर्थ बुरा तथा अचार का अर्थ आचरण या चरित्र होता है अर्थात ऐसा चरित्र या आचरण जो बुरा हो।
आज भारत ही नहीं पूरा विश्व भ्रष्टाचार जैसी बीमारी से परेशान है। भ्रष्टाचार मुक्त भारत को देखना शायद आज भारत के हर नागरिक का एक सपना है।
आज आप सभी समाचार पत्रों व टेलीविज़न की माध्यम से हर दिन भ्रष्टाचार की खबरे सुनते रहते होंगे।
आज आप सभी सरकार या निजी किसी भी विभाग से बिना रिस्वत दिए अपना कार्य नहीं करवा सकते है। आज पुलिस प्रशासन का रिस्वत लेना तो एक आम बात है।
जब देश की सुरक्षा करने वाले ही रिस्वत लेंगे तो देश की सुरक्षा बहुत बड़े खतरे में है। देश के नेता व बड़े प्रशासनिक अधिकारी भी कईं मामलों में रिस्वत लेते हुए पकड़े गए है।
ये तो काफी चिंता विषय है। क्योंकि, यदि देश को चलाने वाले व उसके विकास की नींव रखने वाले ही जब घूस लेंगे, तो किस तरह देश तरक्की की राह पर जाएगा।
भ्रष्टाचार किसी भी देश के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा है और भ्रष्टाचार का कीड़ा आज भारत के बड़े नेता से लेकर आम आदमी तक फैल चुका है।
आज हम सभी देखते है कि आम आदमी भी पैसे देकर अपने काम को जल्दी से जल्दी करवाना चाहता है। इस कीड़े को निकालना अब काफी मुश्किल कार्य लगता है।
आज आप चंद पैसों में किसी कानून व नियम को दबा सकते है और नियमों के रास्ते उसी काम को करने में आपको महीनों या वर्षों भी लग सकते है।
हम सभी को अपने भारतीय होने पर गर्व है और मैं आशा करता हूँ कि आप सभी भी मेरी तरह भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त होते हुए देखना चाहते होंगे।
यह कार्य काफी मुश्किल है। लेकिन, यह सोचकर हम भ्रष्टाचार मुक्त भारत की कल्पना या सपना तो नहीं छोड़ सकते है।
हमें इसके लिए लगातार सही दिशा में कार्य करने होंगे। इसके लिए सबसे पहले हमें खुद के आचरण को सुधारना होगा।
इस पूरे तंत्र की सबसे छोटी और सबसे जरुरी कड़ी आम आदमी है। आम आदमी अगर अपने आचरण में सुधार कर ले, तो आधी समस्या तो खुद ही सुलझ जाएगी।
इसके साथ-साथ हमें बच्चों में सबसे पहले निष्ठा व देश-प्रेम की भावना को जगानी होगी। जिससे जब वो इस तंत्र में काम करे, तब वे भ्रष्टाचार के कार्यों से बच सके।
उसके साथ-साथ हमें हमारे देश के कानूनों को और अधिक कठोर करना होगा। भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए सभी संभव कार्यों को ऑनलाइन के माध्यम से किया जाए।
कानून विभाग व न्यायलय के न्याय को और अधिक पारदर्शिता की जरुरत है। देश की सरकार भी इसके लिए कईं कदम उठा रही है, जो की काफी हद तक नाकाफी है।
जब तक कि देश का हर नागरिक इसमें सहयोग न दे। गाँधी जी के अनुसार यदि आप विश्व में परिवर्तन देखना चाहते है तो इसकी शुरुआत स्वयं से करनी होगी।
मैं आशा करता हूँ कि जल्द ही हम सभी भ्रष्टाचार मुक्त भारत को देख पाएंगे। अंत में मैं अपने भाषण को समाप्त करने जा रहा हूँ।
मै आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरा भाषण पसंद आया होगा। आप सभी का मेरा पूरा भाषण सुनने के लिए धन्यवाद।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।