भूकंप पर भाषण

Speech on Earthquake in Hindi

भूकंप पर भाषण : Speech on Earthquake in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘भूकंप पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप भूकंप पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

भूकंप पर भाषण : Speech on Earthquake in Hindi

नमस्कार, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार।

मेरा नाम —— है और मैं इस विद्यालय में 11वीं कक्षा में पढ़ता हूँ। सबसे पहले मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर खड़े होने का मौका दिया।

आज मै ‘भूकंप’ जैसे महत्वपूर्ण विषय पर भाषण प्रस्तुत करना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरा यह भाषण पसंद आयेगा।

आपने कईं बार अपने आसपास की भूमि, ईमारत और अपने आसपास की सभी वस्तुओं को अचानक हिलते हुए देखा होगा।

कभी बहुत धीरे तो कभी बहुत तेज़, आपके आसपास के लोगों ने आपको कईं बार कहा होगा कि भूकंप आया है।

सबसे पहले हम यह जान लेते है कि भूकंप क्या है? भूकंप कैसे आता है?:- भूकंप पूर्ण रूप से एक प्राकृतिक घटना है।

भूकंप ऐसी प्राकृतिक घटना है, जो स्थलमण्डल में उत्पन्न होने वाली ऊर्जा के बाहर निकलने से भूपटल में होने वाले तरंगों के कम्पन से आता है।

यह भूपटल में प्लेटों के आपस में टकराव से उत्पन होता है। कहा जाता है कि हमारी पृथ्वी में लगातार प्लेटों में टकराव होता रहता है। इन्हीं कारणों की वजह से आज महाद्वीपों, पर्वतों व नदियों का निर्माण हुआ है।

जिस स्थान पर भूकंप की शुरुआत होती है, उस स्थान पर आसपास की वस्तुएँ अचानक जोर-जोर से हिलने लगती है। इससे कईं बड़ी-बड़ी इमारतें तुरंत ध्वस्त हो जाती है। बहुत सी जान-माल की हानि भी होती है।

भूकंप होने के बहुत से कारण हो सकते है, जैसे:- भू पटल में भृंश, भूपटल का सिकुड़ना, भू-संतुलन का अव्यवस्थित होना, ज्वालामुखी क्रियाएँ, जलीय भार, प्लेटों में विवर्तिनीकी और गैसों का फैलाव, आदि।

भूकंप से बहुत से नुकसान होते है, जैसे:- जमीन में दरारों का आना, इसकी वजह से दलदली जमीन का निर्माण होता है। इससे उपजाऊ भूमि काफी हद तक नष्ट हो जाती है।

इससे आसपास काफी दूर तक इमारतें, सड़कें, भवन, इत्यादि सब टूट जाते है और बहुत अधिक नुकसान हो जाता है।

इससे नदियों में भी उफान आ जाता है। कईं बार उनके रास्ते अवरुद्ध हो जाते है। इससे इतनी अधिक हानि हो सकती है कि उसे ठीक होने में काफ़ी अधिक समय लग सकता है।

भूकंप के कुछ फायदें भी है, जैसे:- खनिज पदार्थों का धरातल पर आ जाना। कईं बार इससे भूमि उपजाऊ भी हो जाती है। इससे जमीन में कईं दरारें बन जाती है, जिससे नदियों व झरनों का निर्माण होता है।

इससे बच पाना तो काफी मुश्किल है, लेकिन अगर यह आ जाए तो आप इससे अपने आपको बचाने के लिए कुछ तरीके अपना सकते है, जैसे भूकंप आते समय आप सभी सीढ़ियों के सहारे इमारतों से बाहर आ जाए।

यदि ऐसा मुमकिन न हो, तो अपने आसपास किसी वस्तु के नीचे चले जाए और अपने सर को अच्छी तरह से ढक लें व उस वस्तु को जोर से पकड़ ले, जहाँ भूकंप ज्यादा आते है या जहाँ आने की सम्भावना है।

व इमारतों का निर्माण न करें, यदि कभी भूकंप आ जाता है तो सभी को आवश्यक दवाइयां सुविधा व आर्थिक सहायता देने का काम सबसे महत्वपूर्ण है।

सरकार ने इस क्षेत्र में कईं कदम उठाए है। सरकार ने सभी को जागरूक करने के लिए लगातार विद्यालयों व लोगों के बीच में काम किया है।

सरकार ने ईमारत निर्माण के लिए कुछ नियम निर्धारित किए है, जिनका पालन करना बहुत जरुरी है। इसके साथ-साथ सरकार ने भारतीय सेना में एक नई टुकड़ी को सम्मिलित किया है, जिसका नाम NDRF है।

इस सेना को ऐसी स्थिति के लिए तैयार किया जाता है। उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएँ प्रदान की जाती है, जिससे वें जान-माल की हानि को कम से कम कर सके।

जिस स्थान पर भूकंप आता है, उसे भूकंप का केंद्र कहा जाता है और इसे रिक्टर पैमाने से मापा जाता है।

इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करने जा रहा हूँ। आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।

धन्यवाद!

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

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