पीढ़ी के अंतर पर भाषण

Speech on Generation Gap in Hindi

पीढ़ी के अंतर पर भाषण : Speech on Generation Gap in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘पीढ़ी के अंतर पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप पीढ़ी के अंतर पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

पीढ़ी के अंतर पर भाषण : Speech on Generation Gap in Hindi

सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी अध्यापकगण एवं मेरे साथियों, आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मेरा नाम ——– है और मैं इस विद्यालय में 12वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ।

सबसे पहले मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान दिया।

जनरेशन गैप का अर्थ होता है:- एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में समय के साथ होने वाला परिवर्तन। यदि हम जनरेशन गैप की बात करें तो इस परेशानी का सामना लगभग हर किसी को करना पड़ता है।

यदि हम ध्यान दें तो यह कोई परेशानी नही है। यह समय के साथ होने वाला परिवर्तन है, जो कहीं न कहीं आवश्यक भी होता है।

यदि हम पहले वाली पीढ़ी की बात करें तो पहले के समय में लोग संयुक्त परिवार में रहते थे। जिसमें बच्चों का पालन-पोषण सभी के साथ होता था। इससे बच्चों में बहुत से गुणों का विकास होता था।

लेकिन, आज के समय में संयुक्त परिवार लगातार घटते जा रहे है। आज के समय में सभी लोग एकल परिवार में रहना पसंद करते है।

पहले के समय में बच्चे अपने माता-पिता के साथ बैठा करते थे। उनके साथ समय बिताया करते थे। लेकिन, आजकल बच्चे माता-पिता के साथ बैठना पसंद नही करते है।

आज माता-पिता व बच्चों की सोच में बहुत परिवर्तन आ गया है। इसकी वजह से उनकी सोच में टकराव होती रहती है।

आज के समय में सोशल मीडिया व इंटरनेट का युग आने से रोजगार के साधनों में लगातार बढ़ोत्तरी हो गई है। बच्चे नई-नई चीज़ें करना चाहते है।

जबकि, माता-पिता आज भी पुराने तरीके के काम ही करना पसंद करते है। वे मानते है कि पुराने तरीके से ही सुरक्षित काम किया जा सकता है। जबकि, युवा नए-नए काम करने से नही डरते है।

पहले के समय में लोग परिवार के कहने के अनुसार शादी के लिए अपने जीवनसाथी का चुनाव किया करते थे। लेकिन, आजकल के युवा अपनी पसंद से शादी करते है।

इसलिए इसमें कभी-कभी जेनरेशन गैप देखा जा सकता है। यह समस्या केवल इस पीढ़ी के साथ ही नही अपितु हर पीढ़ी के लोगों के साथ होती है।

क्योंकि, हर पीढ़ी में लगभग 20 से 25 वर्ष का समय होता है। उस दौरान समाज में बहुत से परिवर्तन हो जाते है। जिसे कईं बार पुरानी पीढ़ी वाले लोग अपनाना नही चाहते है।

हमारा समाज समय के साथ लगातार परिवर्तित होता रहता है। लोगों के रहन-सहन में बहुत से परिवर्तन आ गए है।

आज लोगों की सोच पहले जैसी नहीं रह गई है। पहले के समय में लोग बच्चों को अपने वश में रखना चाहते थे। वहीं, आज के बच्चे खुले विचारों के होते है।

वे किसी के दबाव में फैसले नही लेना चाहते है। वे स्वतंत्र होकर सोचना व रहना चाहते है। इस सोच व गैप में शिक्षा का भी बहुत बड़ा योगदान है।

पहले के समय में शिक्षा इतनी विकसित नही थी। जबकि, आज के समय में शिक्षा का स्तर लगातार सुधरता जा रहा है। शिक्षा के बढ़ने से लोगों के काम व उनकी सोच में लगातर परिवर्तन होते जा रहे है।

इस समस्या का कोई सीधा उपाय नही है। क्योंकि, इसमें किसी की भी गलती नही है। जहाँ बच्चे आज के समय के साथ नई-नई सूचनाओं को लेकर आगे बढ़ रहे है।

जबकि, माता-पिता की भी कोई गलती नही है। क्योंकि, जिस सोच को वे पिछले 20 वर्षों से सही मानकर बैठे है। उस सोच से इतनी जल्दी अलग हो पाना उनके लिए भी आसान नही है।

इसलिए इसका सबसे अच्छा उपाय है कि दोनों एक-दूसरे को समझे और आपस में मिलकर सही फैसला लें।

इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करता हूँ और आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।

धन्यवाद!

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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