दादी पर भाषण

दादी पर भाषण : Speech on Grandmother in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘दादी पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप दादी पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
दादी पर भाषण : Speech on Grandmother in Hindi
सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे साथियों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार।
मेरा नाम —— है और इस विद्यालय में 11वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। आज मैं एक छोटा सा भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरा यह भाषण पसंद आएगा।
सबसे पहले मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान किया। आज मैं “दादी” विषय पर दो शब्द कहने जा रहा हूँ।
दादी हमारे परिवार की महत्वपूर्ण सदस्य होती है। दादी हमें बहुत प्यार देती है। वह हमारी हर इच्छा को पूरा करने का प्रयास करती है।
उनके बिना घर बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता है। वह बहुत ही मेहनती है और अनुशासित है। दादी मेरे जीवन की पहली गुरु है। जिन्होंने मुझे सर्वप्रथम शिक्षा प्रदान की। मैं उनसे बहुत प्यार करता हूँ।
दादी सुबह जल्दी उठ जाती है और हमें भी जगाती है। फिर वह स्नान करके पूजा करती है। वह हमें विद्यालय के लिए भी तैयार करती है और हमें विद्यालय छोड़कर भी आती है।
दादी माँ ने बचपन से ही मेरा लालन-पालन किया है। मुझे दादी माँ से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वह जीवन के हर कदम में हमारे साथ खड़ी होती है। वह हमें बहुत कुछ सिखाती है।
वह हर रोज एक नई कहानी सुनाती है और उस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है यह भी समझाती है। दादी हमें कहानियों के साथ-साथ गीत और भजन भी सिखाती है।
मेरी दादी बहुत ही स्वादिस्ट भोजन बनाती है। मुझे उनके हाथ की खीर बहुत पसंद है। वह बहुत ही विनम्र व सक्रीय है। जो किसी भी स्थिति को शांत होकर संभाल लेती है।
प्रतिवर्ष मेरे जन्मदिवस पर दादी मुझे सबसे पहले शुभकामना देती है और मेरे लिए प्रार्थना करती है कि हम समझदार और कामयाब बने। वह हमें मेहनत करने के लिए भी प्रेरित करती है।
वह कोई भी समस्या का समाधान बड़ी ही सरलता से निकाल लेती है। दादी एक महान गुरु है। उनकी शिक्षा हमारे लिए बहुत ही मूल्यवान है।
उनकी शिक्षा से ही हमने बहुत अच्छा आचरण प्राप्त किया है। वह बहुत ही सही इंसान है। वह हमारा बहुत ख्याल रखती है।
मेरी दादी बहुत ही खुशमिजाज और एक आदर्श महिला है। वह नियमों की बहुत ही प्रबल है। उन्हें समय पर किया गया कार्य बेहद पसंद है। वह बहुत ही दयालु और विचारशील है।
वह अपने जीवन का एक पल भी बर्बाद नहीं करती है। वह हर समय किसी न किसी कार्य में व्यस्त रहती है। मेरी दादी बहुत ही अच्छी है। मेरे मित्र भी उन्हें बहुत पसंद करते है।
मेरी दादी मेरे जीवन की पहली गुरु होने के साथ-साथ मेरी पहली मित्र भी है। मुझे उनके साथ समय बिताना, उनके साथ रहना और खेलना बहुत पसंद है।
उनके साथ बहुत सी चीज़े सीखने को मिलती है। पोता-पोती और दादी के बीच का रिश्ता बहुत ही गहरा होता है। वह एक दूसरे से बेहद प्यार करते है।
इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करता हूँ और आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।
धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।