ख़ुशी पर भाषण

ख़ुशी पर भाषण : Speech on Happiness in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘ख़ुशी पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप ख़ुशी पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
ख़ुशी पर भाषण : Speech on Happiness in Hindi
सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी अध्यापकगण एवं प्यारे बच्चों, आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मेरा नाम —— है और मैं इस विद्यालय में 12वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ।
सबसे पहले मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान दिया।
खुशी क्या है?
खुशी, मन की एक अवस्था है। यह अवस्था मुख्य रूप से मनुष्य के मन में उस समय उत्पन्न होती है, जब उसके मन में खुशी के हार्मोन्स स्रावित होते है।
इन हार्मोन्स को स्रावित करने के लिए हमारे साथ कुछ न कुछ अच्छा होना चाहिए। खुशी से मनुष्य पूर्ण रूप से स्वस्थ व निरोगी रहता है।
यदि कोई व्यक्ति दुखी रहता है, तो उसे कुछ समय पश्चात बीमार महसूस होने लगता है। इसलिए कहा जाता है कि मनुष्य को हमेशा खुश रहना चाहिए।
इससे यदि आप बीमार भी होंगे, तो आप जल्द ही ठीक हो जायेंगे। ऐसा पहले बहुत से मामलों में देखा भी गया है कि खुश रहने से रोगी की बीमारी में बहुत जल्दी सुधार हुआ है।
खुश रहने से मनुष्य का रक्तचाप सामान्य बना रहता है और बहुत सी बीमारियाँ ठीक भी हो जाती है। आज के समय में हर इंसान कुछ न कुछ करना चहता है।
उसके लिए उसे हर समय काम करना पड़ता है। लगातार काम करने के लिए उसे मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ होना बहुत आवश्यक है।
इसके लिए उस व्यक्ति का खुश रहना बहुत जरूरी है। क्योंकि, यदि वह खुश नही रहेगा तो वह अपना पूरा ध्यान अपने काम पर नही लगा पाएगा। जिससे उसे अच्छे परिणाम नही मिल पाएंगे।
आज के समय में ज्यादातर लोगों को तनाव जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि, लोगों के पास इतना समय नहीं है कि वह समझ सके कि उन्हें क्या चाहिए।
उन्हें मात्र अपने लिए छोटी-छोटी खुशियाँ ढूँढने की जरूरत है। आज के समय में लोग बड़ी-बड़ी खुशियाँ ढूँढने में लगे रहते है।
इसलिए वह उन छोटी-छोटी खुशियों को खो देते है, जो उन्हें आसानी से मिल जाती है।
इसलिए मनुष्य को हर छोटी-छोटी खुशियों में खुश होना चाहिए और अपने आसपास छोटी-छोटी खुशियाँ ढूंढ लेनी चाहिए।
क्योंकि, बड़ी खुशी तो एक ही बार आएगी और क्या पता वह न आए। इससे अच्छा है कि हम छोटी-छोटी खुशियों में खुश रहे व उनका आनंद ले।
इससे हम उस बड़ी खुशी के लिए भी काम कर सकते है। हर इंसान को अलग-अलग तरीके से खुशी मिलती है।
कोई खेलखुद में खुश रहता है, तो कोई परिवार के साथ, कोई अपने जीवनसाथी के साथ, तो कोई अपने मित्र को मिलने से खुश रहता है।
जीवन लगातार आपके सामने मुश्किल व परेशानी लाता रहेगा। लेकिन, आपको इन सभी के बावजूद भी खुश रहना है। क्योंकि, परेशानी तो आज नही कल चली ही जाएगी।
इसलिए दुखी होकर सब खराब करने के बजाय खुशी से सब कुछ ठीक करने के बारे में सोचें। मनुष्य को हमेशा खुश रहना चाहिए। उसे अपने चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान रखनी चाहिए।
इससे आपका बहुत ही प्रभावशाली व्यक्तित्व लगता है। माना जाता है कि यदि आप खुश रहेंगे तो आपके आसपास के लोग भी अपने आप ही खुश हो जाएंगे।
आप उनके अंदर भी खुशियाँ भर देंगे। लोग ऐसे लोगों के साथ जुड़ना बहुत पसंद करते है, जो हमेशा खुश रहते है।
मनुष्य को अपने जीवन के हर पल को आनंद के साथ जीना चाहिए। क्योंकि, हमारा कौनसा पल आख़िरी हो, यह किसी को नही पता होता है। इसलिए खुशी से अपना जीवन जीना चाहिए।
इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करता हूँ और आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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