स्वच्छता के महत्व पर भाषण

स्वच्छता के महत्व पर भाषण : Speech on Importance of Cleanliness in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘स्वच्छता के महत्व पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप स्वच्छता के महत्व पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
स्वच्छता के महत्व पर भाषण : Speech on Importance of Cleanliness in Hindi
सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार।
मेरा नाम ——- है और मैं इस विद्यालय में 11वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। आज मैं इस शुभ अवसर पर आप सभी के सामने एक छोटा सा भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूँ, जिसका विषय है:- “स्वच्छता का महत्व”।
यह एक काफी महत्वपूर्ण विषय है। सर्वप्रथम मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान किया।
आज मैं “स्वच्छता के महत्व” विषय पर दो शब्द कहना चाहता हूँ। आशा करता हूँ कि आपको यह पसंद आएगा।
स्वच्छता का हमारें जीवन में काफी अधिक महत्व है। स्वच्छता हमारें चरित्र को प्रदर्शित करती है। किसी स्थान पर जितनी अधिक स्वच्छता होगी, वह स्थान उतना ही अधिक सुंदर दिखाई देगा।
स्वच्छता हमेशा से ही सुंदरता को और अधिक बढ़ाती है। गन्दगी से विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ पैदा होती है। जब हर जगह गंदगी और पानी भरा होता है, तो वहाँ मच्छर और मक्खियाँ पनप जाते है।
जिससे मक्खी उस गंदगी में घूमती रहती है, फिर वह मक्खियाँ गंदगी में घूमकर हमारें घरों में आ जाती है और हमारे खाने पर बैठ जाती है।
जिससे गंदगी के सभी कीटाणु हमारें खाने में आ जाते है और हमें बीमार कर देते है। वर्तमान समय में हमारें आसपास का पानी बहुत अधिक गंदा हो गया है।
जिसमें विभिन्न प्रकार के मच्छर पैदा हो जाते है, जो हमें काटकर बीमार कर देते है। जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बिमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है।
इन बीमारियों से प्रतिवर्ष न जाने कितने लोग अपने जान गँवा देते है। यदि हमारें आसपास स्वच्छता होगी, तो हम कईं बिमारियों से छुटकारा पा सकते है।
गंदगी में विभिन्न प्रकार के जीव पैदा हो जाते है, जो हमारें लिए कई तरह से खतरनाक होते है।
यदि, हमारे आसपास सफाई होगी, तो ऐसे खतरनाक कीटाणु भी पैदा नहीं होंगे और इसके साथसाथ हमारे आसपास सुंदरता भी बनी रहेगी।
स्वच्छता से हमारा पर्यावरण भी सुंदर रहेगा और प्राकृतिक संसाधन भी बने रहेंगे। यदि, हमारा देश स्वच्छ रहेगा तो इससे पर्यटन भी बढ़ेगा और जिससे इस देश की अर्थव्यवस्था का विकास होगा।
यदि, हमें अपने देश को स्वच्छ करना है, तो हमें बच्चों को स्वच्छता का महत्व समझना होगा। हमें सभी को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करना चाहिए।
ताकि, सभी लोग देश की स्वच्छता के लिए आवश्यक कदम उठा सके। हम सभी को स्वच्छता के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है।
हमें अपने आसपास, बाग़-बगीचों और सार्वजानिक स्थलों पर साफ-सफाई रखनी चाहिए। कभी भी सार्वजानिक स्थलों पर कचरा नहीं डालना चाहिए।
कचरे को हमेशा ही कूड़ेदान में डालना चाहिए। गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग कूड़ेदानों में डालना चाहिए, इससे काफी हद तक सफाई रहेगी।
हमे साफ सफाई के साथ-साथ पेड़-पौधे भी लगाने चाहिए। ताकि, हम इस प्रकृति को भी बचा सके। हमें अपने आसपास सफ़ाई रखने के साथ-साथ नदियों, तालाबों व पानी के स्रोतों को भी साफ़ रखना होगा।
अब स्वच्छता के प्रति सरकार भी जागरूक हो गई है। सरकार ने स्वच्छता के लिए स्वच्छ भारत अभियान चलाया है, जिससे सम्पूर्ण देश स्वच्छ हो जाए।
इसके साथ-साथ सरकार ने खुले में शौच बंद करने के लिए गांव में सभी व्यक्तियों के घर में शौचालय भी बनवाए है।
इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करता हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।
धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।