प्रधानाचार्य के लिये स्वतंत्रता दिवस पर भाषण

प्रधानाचार्य के लिये स्वतंत्रता दिवस पर भाषण : Speech on Independence Day for Principal in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘प्रधानाचार्य के लिये स्वतंत्रता दिवस पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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प्रधानाचार्य के लिये स्वतंत्रता दिवस पर भाषण : Speech on Independence Day for Principal in Hindi
आदरणीय अतिथिगण, सभी अध्यापकगण एवं प्यारे बच्चों, जैसा कि आप सभी जानते है कि आज हम 15 अगस्त के अवसर पर एकत्रित हुए है।
आज ही के दिन भारत को 200 वर्षों बाद अंग्रेजी शासन से आजादी प्राप्त हुई थी। इसलिए आज सम्पूर्ण भारत इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाता है।
आज मुझे बहुत खुशी हो रही है कि हम सभी इस अवसर पर यहां एकत्रित हुए है। आज मैं आप सभी के सामने कुछ शब्द कहना चाहता हूँ। आज मैं आप सभी के सामने अपने विचार रखना चाहता हूँ।
मुझे इस विद्यालय में आए हुए आज 15 वर्ष पूरे हो गए है। हम प्रतिवर्ष बहुत से त्यौहार मनाते है, लेकिन 15 अगस्त के दिन का उत्साह कुछ अलग ही स्तर का होता है। मैंने अपना सम्पूर्ण जीवन इसी विद्यालय को ही समर्पित किया है।
मैं प्रतिवर्ष इस दिन सभी बच्चों में उनके उत्साह को देखता हूँ, जो मुझे बहुत अच्छा लगता है। आप सभी में इस उत्साह को देखकर हम सभी में भी उत्साह भर जाता है।
जब मैं विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों को स्वतंत्रता दिवस मनाते हुए देखता हूँ, तो मुझे इस बात की बहुत खुशी होती है कि बच्चों में भी देश के प्रति देशभक्ति की भावना बढ़ रही है, जो कि बहुत ही खुशी की बात है।
यदि छोटे-छोटे बच्चों में भी देशभक्ति की ऐसी भावना होगी तो आने वाले समय में हमारे देश को दुनिया में आगे बढ़ने से कोई नही रोक पाएगा।
क्योंकि, भविष्य में आप सभी में से ही किसी को डॉक्टर बनना है, किसी को वकील तो किसी को फौजी बनना है।
यदि आज अपने देश के सम्मान की भावना आपके अंदर आ गई, तो आप कोई भी गलत काम करने से पहले सोचेंगे, जिससे देश बहुत जल्द तरक्की करेगा।
आज हम सभी ने तिरंगे को फहराया और राष्ट्रगान गाया। जिसने आज के दिन को और भी अधिक जोशीला बना दिया है।
अंग्रेजों ने हम पर पूरे 200 वर्षों तक शासन किया। इस दौरान उन्होंने भारत के लोगों पर बहुत से अत्याचार किए।
वे पहले भारत में व्यापार करने आए थे, फिर उन्होंने धीरे-धीरे भारत को अंदर से कमजोर किया और फिर सभी को अपना गुलाम बना दिया। उसके पश्चात् उन्होंने भारत में बहुत लूटपाट की।
भारत के बहुत से लोगों ने उनके खिलाफ आवाज उठाई और बड़ी वीरता से लड़े। उन्होंने भारत को जलियावाला बाग हत्याकांड, बंटवारा जैसे बहुत से घांव दिए।
जिससे भारत के लोग आज तक भी बाहर नही आ पाए है। उन्होंने हमारे देश को पहले लूटा, फिर राज किया और जाते-जाते भारत को अंदर से तोड़ दिया।
15 अगस्त 1947 के दिन भारत देश को अंग्रेजी शासन से आजादी प्राप्त हुई थी। उन्होंने भारत से बहुत कुछ लिया, लेकिन जाते-जाते वे भारत को व भारत के लोगों को एक सीख देकर गए।
सीख यह थी कि आपस की लड़ाई में हमेशा तीसरा बाजी मार जाता है। अंग्रेजों ने भी इस नीति से ही भारत के लोगों को आपस में लड़वाया और फिर भारत को लूट लिया।
हमें इससे सीखना चाहिए कि देश में होने वाले मुद्दों को हमें स्वयं ही सुलझा लेना चाहिए। आज हमारा देश लगातार आगे बढ़ रहा है। आज भारत फिर से विश्व गुरु बनने के लिए तैयार है।
आज के दिन हम न केवल इस दिन को मनाएंगे, बल्कि इसके साथ-साथ हम उन सभी क्रांतिकारियों को भी याद करेंगे।
जिन्होंने अपना पूरा जीवन भारत की आजादी में लगा दिया और जो अभी भी देश के लिए कहीं न कहीं काम कर रहे है। अंत में मैं जय हिंद कहकर अपना भाषण समाप्त करता हूँ।
धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।