“ज्ञान ही शक्ति है” पर भाषण

ज्ञान ही शक्ति है पर भाषण : Speech on Knowledge is Power in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘ज्ञान ही शक्ति है पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप ज्ञान ही शक्ति है पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
ज्ञान ही शक्ति है पर भाषण : Speech on Knowledge is Power in Hindi
सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार।
मेरा नाम —— है और मैं इस विद्यालय में 11वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। आज मैं इस शुभ अवसर पर आप सभी के सामने एक छोटा सा भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूँ, जिसका विषय है:- ज्ञान ही शक्ति है।
यह एक काफी महत्वपूर्ण विषय है। सर्वप्रथम, मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान किया।
आज मैं “ज्ञान ही शक्ति है” विषय पर दो शब्द कहना चाहता हूँ। आशा करता हूँ कि आपको यह भाषाण पसंद आएगा।
किसी भी इंसान के लिए अपना जीवन जीने के लिए व उसे सुचारु रूप से चलाने के लिए हमेशा से ही बहुत सी वस्तुओं की आवश्यकता होती है।
जिनमें से ज्ञान बहुत ही महत्वपूर्ण है। ज्ञान मनुष्य के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वर्तमान समय में इसके बिना किसी भी मनुष्य का जीवन सम्भव नहीं है।
ज्ञान शब्द संस्कृत के “ज्ञ” धातु से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है:- अनुभव। जानना व किसी भी चीज़ का बोध करना होता है।
यदि आसान शब्दों में समझाया जाए तो ज्ञान का अर्थ होता है कि किसी भी चीज़ के बारे में पूर्ण व सही जानकारी होना व उससे जुड़े सभी प्रकार के तथ्यों की सही व सटीक जानकारी होना।
ज्ञान का प्रकाश अज्ञानता के अंधकार को खत्म कर देता है। ज्ञान के मिलने के बाद मनुष्य का जीवन पूरी तरह से बदल जाता है।
यदि एक अज्ञानी इंसान के पास सब कुछ है तो भी वह अपनी अज्ञानता के कारण उसे पूरी तरह से नष्ट कर देगा। जबकि, एक ज्ञानी पुरुष के पास अगर कुछ भी नहीं है, तब भी वह सब कुछ प्राप्त कर लेगा।
एक ज्ञानी पुरुष विपरीत परिस्थिति में भी अपने ज्ञान के सहारे हर मुश्किल परिस्थिति से निकल जाएगा।
एक मनुष्य अपने जीवन की शुरुआत में अज्ञानता में भटकता रहता है। जिसके बाद वह एक गुरु को चुनता है और गुरु के द्वारा दिए गए ज्ञान से वह अज्ञानता से बाहर आ जाता है और ज्ञानी बन जाता है।
कहा जाता है कि यदि आपके पास धन-दौलत और हथियार है। लेकिन आपके पास उचित ज्ञान नहीं है, तो आप एक शक्तिशाली इंसान नहीं कहलाएंगे।
यदि आपके पास ये सभी वस्तुएँ नहीं है और सिर्फ ज्ञान है, तब भी आप पूरी दुनिया के सबसे शक्तिशाली इंसान बन जायेंगे।
ज्ञान हमें सोचने की स्वतंत्रता प्रदान करता है। ज्ञान के माध्यम से हम अपने अधिकारों को जान सकते है और अधिकार न मिलने पर उनके लिए लड़ भी सकते है।
आपको हर वस्तु के बारे में पूर्ण जानकारी होगी। जिससे कोई भी आपका शोषण नहीं कर पाएगा। एक ज्ञानी व्यक्ति सिर्फ अपनी नहीं अपितु, अपने अलावा अन्य बहुत से लोगों के जीवन में प्रकाश ला सकता है।
एक ज्ञानी व्यक्ति समाज में फैली बुराइयों व कुरूतियों को समझकर उन्हें सुधारने के लिए लगातार प्रयत्न कर सकता है और लोगों को भी इसके लिए जागरूक कर सकता है।
ज्ञान के माध्यम से आप अपनी हर मुश्किल को एक नए तरीके से देख सकते है। ज्ञान आपको हर परिस्थिति को देखने का अलग नजरिया प्रदान करता है।
जिसके बाद उन मुश्किल परिस्थितियों से निकलने के लिए आप नए रास्तों की खोज करते है, जो अन्य लोगों के लिए एक उदाहरण बन जाता है।
इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करने जा रहा हूँ। आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।
धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।