अंग दान पर भाषण

Speech on Organ Donation in Hindi

अंग दान पर भाषण : Speech on Organ Donation in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘अंग दान पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप अंग दान पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

अंग दान पर भाषण : Speech on Organ Donation in Hindi

नमस्कार, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी शिक्षकगण, और मेरे सभी साथियों को मेरा प्यारभरा नमस्कार। मेरा नाम —- है।

मैं इस विद्यालय में 10वीं कक्षा का छात्र हूँ। सबसे पहले मैं आप सभी को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान किया।

आज मैं आप सभी के सामने अंग दान पर भाषण देना चाहता हूँ। यह एक काफी गंभीर विषय है, जिसके बारे में जागरूक होना सभी लोगों बहुत जरुरी है।

इसी मुद्दे को देखते हुए हमारे विद्यालय ने एक छोटे से कार्यक्रम का आयोजन किया है।

अंगदान का अर्थ होता है:- अपने शरीर के अंगो को दान करना अर्थात आपकी मृत्यु के पश्चात आपके शरीर के अंगों को किसी जरूरतमंद इंसान को दान कर दिया जाए।

अंग दान करके आप किसी भी व्यक्ति को नया जीवन प्रदान कर सकते है। जैसा कि आप सभी जानते है कि भारत जनसंख्या की दृष्टि से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्र है।

कुछ ही समय भारत जल्द ही पहले नंबर पर भी आने वाला है। सड़कों पर भीड़-भाड़ से यहाँ पर रोज दुर्घटनाएं होती रहती है और कईं बार इसमें लोग अपने शरीर के अंगों को खो देते है।

इसके साथ-साथ कईं बार लोग बीमारियों या जन्मजात के कारण भी अपने शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को खो देते है।

आज तकनीकी विज्ञान ने इतनी अधिक तरक्की प्राप्त कर ली है कि आज हम इसके माध्यम से अंगों को एक शरीर से दूसरे शरीर में स्थानांतरित कर सकते है।

जब किसी व्यक्ति के शरीर का कोई अंग किसी भी कारण की वजह से ख़राब हो जाता है, तो उसके लिए जीवनयापन करना काफी मुश्किल हो जाता है।

ऐसी स्थिति में कईं बार उसके जीवन पर भी खतरा बना जाता है। अंग दान के द्वारा इस समस्या को काफी हद कम कर दिया गया है।

जैसा कि आप सभी जानते है कि एक मनुष्य एक किडनी के सहारे भी जीवित रह सकता है। आजकल आपने देखा होगा कि माँ अपने बच्चे को, बेटा अपने पिता को और भाई अपनी बहन को किडनी दान कर रहे है।

जब एक इंसान की मृत्यु हो जाती है, तो उसे आग के हवाले कर दिया जाता है। जिससे उसका शरीर ख़त्म हो जाता है और वह किसी के काम भी नहीं आ पाता है।

इसीलिए यह बहुत जरूरी है कि ये अंग किसी ऐसे इंसान के काम आए, जिसे इसकी जरूरत हो। मृत्यु के पश्चात भी इंसान के शरीर के कुछ अंग कुछ समय तक काम कर सकते है।

इसी समय में यदि चिकित्सक, शल्यचिकित्सा के माध्यम से मृत व्यक्ति के अंगों को किसी जरूरतमंद के शरीर में स्थानांतरित कर देते है, तो उसे एक नया जीवन मिल जाता है।

पहले यह तकनीक केवल विदेशों में ही थी। लेकिन, अब यह तकनीक भारत में भी आ गई है। इसके जरिए कईं लोगों को फायदा मिला है और आगे भी मिलता रहेगा।

आज कईं लोग जिन्हें अंग दान किया गया है वह अपना जीवन सुखी से जी रहे है। आप भी अंग दान करके किसी के जीवन में रौशनी ला सकते है।

अंग दान एक सबसे बड़ा निस्वार्थ दान माना जाता है। इससे बड़ा कोई दान नहीं हो सकता है।

आज सरकार भी इसके लिए जागरूक हो गई है और टेलीविज़न और समाचारपत्रों के माध्यम से लोगों को भी जागरूक कर रही है।

सरकार के साथ-साथ हमें भी लोगों को जागरूक करना चाहिए और अपना योगदान देना चाहिए। इसके लिए कईं एनजीओ एवं कईं बड़े संस्थान काम कर रहे है और सभी को जागरूक कर रहे है।

आजकल अस्पतालों के द्वारा भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है और अंग दान के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त कर रहा हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।

धन्यवाद!

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

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