वर्षा जल संचयन पर भाषण

Speech on Rainwater Harvesting in Hindi

वर्षा जल संचयन पर भाषण : Speech on Rainwater Harvesting in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘वर्षा जल संचयन पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप वर्षा जल संचयन पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

वर्षा जल संचयन पर भाषण : Speech on Rainwater Harvesting in Hindi

सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी अध्यापकगण एवं प्यारे बच्चों, आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मेरा नाम ——- है और मैं इस विद्यालय में 12वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ।

सबसे पहले मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान दिया।

प्रकृति ने हमें बहुत कुछ प्रदान किया है। इस पुरे ब्रह्माण्ड में एकमात्र हमारी पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है, जहाँ पर जीवन संभव है।

इसका प्रमुख कारण है:- हमारा वातावरण, क्योंकि, हमारें वातावरण में जीवन जीने के लिए सभी आवश्यक प्रदार्थ उपलब्ध है, जैसे:- हवा, पानी, पेड़-पौधे और बहुत सी आवश्यक वस्तुएँ।

इसलिए, हमारे जीवन के लिए ये सभी वस्तुएँ बहुत आवश्यक है। जल हमारे लिए ही नही बल्कि इस पूरी दुनिया में रहने वाले जीवित प्राणियों के लिए बहुत आवश्यक है।

हमारी पृथ्वी के 70 प्रतिशत से भी अधिक भू-भाग में जल उपस्थित है। जिनमें से अधिकांश जल समुद्र में पाया जाता है।

हमारी पृथ्वी पर 5 महासागर उपस्थित है, लेकिन इनमें से मात्र 3 प्रतिशत पानी ही पीने योग्य है। जिसमें से भी 2.5 पानी ग्लेशियर के रूप में है।

केवल 0.6 प्रतिशत पानी ही पीने योग्य है, जो नदियों के रूप में उपलब्ध है। जिसे सम्पूर्ण पृथ्वी के प्राणी अपने जीवनयापन में उपयोग लेते है। वर्षा के माध्यम से ही जल चक्र चलता रहता है।

पानी मनुष्य के लिए बहुत आवश्यक है। पानी मनुष्य की प्यास बुझाता है। उसे आवश्यक लवण उपलब्ध करवाता है।

पेड़ों को खाना बनाने में भी पानी उपयोग में लिया जाता है। पारिस्थितिकीतंत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए पानी अतिआवश्यक होता है।

आज पानी लगातर प्रदूषित हो रहा है। जिससे पीने योग्य पानी की मात्रा लगातार कम होती जा रही है। आज नदियों में कारखानों के माध्यम से खतरनाक रसायन मिलाए जा रहे है।

जिससे जल के प्राणियों को भी बहुत नुकसान हो रहा है। पेड़-पौधों को भी पानी बहुत कम मात्रा में मिल रहा है, जिससे पेड़-पौधे जल्दी ही सुख जाते है।

पर्यावरण में लगातर तापमान परिवर्तन जैसी समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। आज के समय में सुखा पड़ना एक आम बात सी लगती है।

हमारी प्रकृति में एक जल चक्र है, जिसके माध्यम से जल शुद्ध हो जाता है और इससे ही वर्षा होती है। वर्षा एकमात्र माध्यम है जिससे जल प्राकृतिक रूप से शुद्ध हो सकता है।

वर्षा जल सबसे शुद्ध जल माना जाता है। सूखे की समस्या को सुलझाने के लिए जल का संरक्षण करना अतिआवश्यक है। वर्षा जल संग्रहण एक बहुत अच्छी विधि है, जिससे जल संग्रहण किया जा सकता है।

वर्षा जल को संग्रहित करने के लिए वर्षा के समय एक कुआँ बनाकर उसमें जल को एकत्रित किया जा सकता है और उसे शुद्ध करके लंबे समय तक उपयोग में लाया जा सकता है।

इसमें अपने घर की छत के पानी को भी संग्रहित किया जा सकता है, इसलिए यह बहुत आसान है। इस पानी को शुद्ध करके दैनिक जीवन के कार्यों में भी उपयोग किया जा सकता है।

हम गड्ढे या गर्तिका बनाकर, खाइयाँ बनाकर, कुओं का उपयोग करके, हैंडपम्प का उपयोग करके वर्षा जल को एकत्रित कर सकते है व इनकी मदद से ही जल का उपयोग भी कर सकते है।

आज के समय में जब भू-जल भी खत्म होता जा रहा है, पानी की मात्रा लगातर कम हो रही है, जब बड़े-बड़े शहरों को सूखे की समस्या का सामना करना पड रहा है।

ऐसे समय में वर्षा जल संग्रहण से बहुत सी समस्याओं को सुलझाया जा सकता है। इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करता हूँ और आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।

धन्यवाद!

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

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