सड़क सुरक्षा पर भाषण

सड़क सुरक्षा पर भाषण : Speech on Road Safety in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘सड़क सुरक्षा पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप सड़क सुरक्षा पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
सड़क सुरक्षा पर भाषण : Speech on Road Safety in Hindi
सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार।
मेरा नाम —– है और मैं इस विधालय में 11वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ। आज मैं इस शुभ अवसर पर आप सभी के सामने एक छोटा सा भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूँ, जिसका विषय है:- सड़क सुरक्षा।
यह एक काफी महत्वपूर्ण विषय है। सर्वप्रथम मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर दो शब्द कहने का अवसर प्रदान किया।
आज मैं सड़क सुरक्षा पर दो शब्द कहना चाहता हूँ और आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह छोटा सा भाषण पसंद आएगा।
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा जनसंख्या वाला देश है। जिसके कारण यहाँ सड़कों पर काफी अधिक भीड़-भाड़ रहती है।
भारत की सड़कों पर भीड-भाड़ होना काफी आम बात है। लेकिन, कईं बार सड़क पर दुर्घटनाएं हो जाती है। जिससे कईं लोगों की जान भी चली जाती है या गंभीर चोटें लग जाती है।
इसीलिए इन सभी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क पर सुरक्षा के लिए यातायात नियम बनाए गए है। सड़कों पर दुर्घटना होने के कईं कारण होते है।
कईं लोग शराब पीकर वाहन चलाते है। यातायात के नियमों का पालन नहीं करते है। तेज रफ़्तार में वाहन चलाते है।
कईं बार वाहन चलाने वाला ज्यादा समय तक वाहन चलाने की वजह से थक जाता है। जिसके कारण उन्हें नींद आ जाती है और इससे कईं बार बड़े हादसे हो जाते है।
कईं बार सड़क हादसे सड़कों की ख़राब दशा के कारण भी हो जाते है और कभी-कभी सड़कों पर पानी भरे होने के कारण भी कईं हादसे हो जाते है।
सड़कों में हादसों के कारण मृत्यु दर काफी अधिक बढ़ गई है। कईं लोग तो कम उम्र में ही दुघर्टना के कारण अपने शरीर का कोई अंग खो देते है।
जिसके कारण उन्हें जीवनभर परेशानी उठानी पड़ती है। इन सड़क दुर्घटनाओं के कारण कईं परिवार ख़त्म हो जाते है।
कईं बच्चे अनाथ हो जाते है और कईं बूढ़े माँ-बाप अपने बच्चों को खो देते है। जिससे इन सभी का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है और उन्हें अपने जीवन में बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
हमें इन सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जागरूक होना होगा। सरकार भी सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक हो रही है।
जिसके चलते सरकार ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कईं नियम-क़ानून बनाए है। केवल सरकार के प्रयासों से ही कुछ नहीं होगा, हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा, तभी यह संभव होगा।
हमें सड़क पर चलते हुए यातायात के सभी नियमों का पालन करना चाहिए। दो पहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनना चाहिए।
हमेशा सीटबेल्ट लगाकर ही चार पहिया वाहन चलाना चाहिए। हमेशा वाहन को धीमी गति पर चलाना चाहिए। हमेशा सड़क पर लाल बत्ती होने पर रुक जाना चाहिए और हरी बत्ती होने पर ही आगे बढ़ना चाहिए।
जेब्राक्रोसिंग से ही पैदल यात्रियों को सड़क पार करनी चाहिए। हमारें यह छोटे-छोटे प्रयास ही इस समस्या को कम कर पाएंगे।
इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करने जा रहा हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरा यह छोटा सा भाषण पसंद आया होगा।
धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।
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