खेलकूद पर भाषण

खेलकूद पर भाषण : Speech on Sports and Games in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘खेलकूद पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप खेलकूद पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
खेलकूद पर भाषण : Speech on Sports and Games in Hindi
नमस्कार, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार।
मेरा नाम —— है और मैं इस विद्यालय में 11वीं कक्षा का छात्र हूँ। सबसे पहले मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर खड़े होने का अवसर प्रदान किया।
आज मैं खेलकूद जैसे विषय पर भाषण प्रस्तुत करने जा रहा हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरा यह भाषण पसंद आएगा।
खेल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कईं बार हम खेलों को इतना अधिक महत्व नहीं देते है। वर्तमान समय में जहाँ लोगों की जीवनशैली बहुत तेज़ हो गई है।
जहाँ लोगों के पास अपने स्वास्थ्य के लिए भी समय नहीं है। यदि बच्चों की बात की जाए, तो पहले बच्चे जहाँ अपना ज्यादातर समय खेलकूद व व्यायाम में व्यतीत किया करते थे।
लेकिन, आजकल बच्चों के ऊपर पढ़ाई का इतना बड़ा बोझ होता है, जिससे उन्हें शेष सभी कार्यों के लिए उचित समय नहीं मिल पाता है।
इसके साथ-साथ बच्चें अपना शेष बचा हुआ समय मोबाइल व कंप्यूटर पर खर्च कर देते है। इससे बच्चों में शारीरिक व मानसिक कईं प्रकार की कमजोरियां हो जाती है।
जिससे उन्हें कईं प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ-साथ कईं बार उन्हें छोटी उम्र में ही तनाव जैसी गंभीर समस्या का सामना करना पडता है।
इससे कईं बार आपने बच्चों को आत्महत्या जैसे काम करते जरूर सुना होगा। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते है, उन्हें पढ़ाई में भी भिन्न-भिन्न प्रकार की समस्याएँ आने लगती है।
स्वामी विवेकानंदजी ने एक बड़ी ही कमाल की बात कही है। उनका कहना था कि “स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है”।
खेल खेलने से बच्चों का शारीरिक व मानसिक विकास तेज़ी से होता है और उन्हें इससे बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है।
विभिन्न प्रकार अनुसंधानों में यह पाया गया है कि खेलने से बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है और खेल-खेल में बच्चों को अधिक तेज़ी से सिखाया जा सकता है।
खेल खेलने से हर उम्र के लोगों को शारीरिक व मानसिक दोनों प्रकार के फायदे होते है। खेलने से मनुष्य के शरीर को काफी फायदा होता है और उन्हें विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाया जा सकता है।
वर्तमान समय में कईं लोग अपने जीवन में विभिन्न प्रकार के तनावों का सामना करते है। खेल के माध्यम से आप इस प्रकार के तनावों से बाहर निकल सकते है।
विभिन्न प्रकार के अनुसंधानों और शोधों में यह प्रमाणित हुआ है कि यदि आपको बहुत तनाव है, तो आपका थोड़ी देर खेल खेलने से सारा तनाव दूर हो जाएगा।
क्रिकेट व टेनिस के माध्यम से हम अपनी श्वास की क्षमता को 2 से 3 गुना तक बढ़ा सकते है। इसके साथ-साथ हमारें शरीर के रक्तचाप को भी सही कर देता है।
कई खेलों में हमे दौड़ने की जरुरत पड़ती है, जिससे हमारे पूरे शरीर का व्यायाम हो जाता है। खेलों से बच्चों के मन में एक-दूसरे के प्रति विश्वास की भावना आती है।
इसके साथ-साथ टीम के साथ खेलने की भावना भी विकसित होती है, जिससे बच्चे टीम के हर साथी के महत्व को समझते है।
हमें बच्चों को खेलो के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। ताकि, वें इससे अपने मनोरंजन के साथ-साथ खेलों में अपना करियर भी बना सकते है। जिससे उसके साथ-साथ देश को भी सम्मान मिलेगा।
इसके साथ मैं अपने भाषण को समाप्त करने जा रहा हूँ। आशा करता हूँ कि आपको यह भाषण पसंद आया होगा। मेरा पूरा भाषण सुनने के लिए आप सभी का धन्यवाद।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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