आतंकवाद पर भाषण

आतंकवाद पर भाषण : Speech on Terrorism in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘आतंकवाद पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप आतंकवाद पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
आतंकवाद पर भाषण : Speech on Terrorism in Hindi
शुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्रिय साथियों को मेरा प्यारभरा नमस्कार। जैसा कि आप सभी जानते है कि हम सभी आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एकत्रित हुए है।
सबसे पहले आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। आज मैं इस अवसर पर आप सभी के सामने आतंकवाद पर एक छोटा सा भाषण देना चाहता हूँ।
आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आएगा। सर्वप्रथम मैं आप सभी का धन्यवाद करना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर भाषण देने का अवसर प्रदान किया।
आतंकवाद क्या है?
कुछ तत्व अपने गलत कार्यों से समाज में आंतक एवं भय का माहौल बनाने की कोशिश करते है, इसे आतंकवाद कहते है और इसे फैलाने वाले लोगों को आतंकवादी कहा जाता है।
जैसा कि आप सभी जानते है कि आतंकवाद भारत के लिए ही नहीं अपितु पूरी दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बनकर उभरा है।
पूरी दुनिया आतंकवाद से परेशान है। आतंकवाद का एक ही उद्देश्य होता है और वह है हिंसा से लोगों के बीच में डर पैदा करना। आतंकवाद आज मानवता के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बना हुआ है।
एक देश में आतंकवाद बढ़ने के कईं कारण होते है। आतंकवाद के बढ़ने के मुख्य कारण अशिक्षा, गरीबी, बेरोजगारी, देश प्रेम की भावना की कमी, गरीबों का शोषण, धार्मिक कट्टरता और आर्थिक स्थिति है।
इनके अतिरिक्त और भी कईं अन्य कारणों से आतंकवाद बढ़ता है। कभी-कभी जब सरकार जब अपने कार्यों को सही प्रकार पूर्ण नहीं करती है और गरीबों पर अत्याचार करती है, तो सरकार के खिलाफ भी आतंकवाद समूहों का निर्माण होता है।
मुख्य रूप से आतंकवाद दो प्रकार के होते है:- बाह्य एवं आंतरिक आतंकवाद। बाह्य आतंकवाद वह होते है, जो देश के बाहर से देश के खिलाफ काम करते है।
लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है जो देश के अंदर ही रहकर उसी के खिलाफ़ कार्य कर रहे होते है, यही आंतरिक आतंकवाद होता है।
एक देश बाहरी समस्या से तो लड़ सकता है, लेकिन जो लोग अंदर से देश के खिलाफ कार्य कर रहे है उनके खिलाफ देश के लिए लड़ना काफी मुश्किल हो जाता है।
आज सरकार आतंकवाद को लेकर जागरूक हो गई है। अब देश इसे एक समस्या मानकर इसके समाधान के लिए उपाय खोज रही है।
आज हमारा देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व मिलकर आंतकवाद को समाप्त करने के उपाय खोज रहा है। देश की सरकार इस आंतकवाद को ख़त्म करने के लिए ढेर सारे पैसे खर्च कर रही है।
इसे रोकने के लिए हमारी सेना व पुलिस लगातार कार्य कर रही है। हम सभी को भी इसके प्रति जागरूक होना होगा। हमारे समाज को शिक्षित करना बहुत जरुरी है।
यदि लोग शिक्षित और जागरूक होंगे तो हमारा देश किसी भी समस्या से लड़ सकता है। देश के लोगों में देश प्रेम की भावना को भी बढ़ावा देना होगा।
यदि लोगों में देश प्रेम की भावना होगी, तो कोई भी व्यक्ति आतंकवाद में शामिल नहीं होगा। सरकार को देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ाने होंगे।
बेरोजगारी भी आतंकवाद का एक मुख्य कारण है। आतंकवाद के मुद्दों को भारत ने विश्व के सामने कईं बार रखा है। अब पूरी दुनिया भी इसे रोकने के लिए लगातार कार्य कर रही है।
इस समस्या को खत्म करने के लिए पूरी दुनिया को एक पटल पर आना होगा और इसके लिए जरुरी कदम उठाने होंगे। एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए आंतकवाद को रोकना बेहद आवश्यक है।
इतना कहकर मैं अपने शब्दों को विराम देना चाहता हूँ। आप सभी का मुझे सुनने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।