अध्यापक के लिए विदाई भाषण

अध्यापक के लिए विदाई भाषण : Teacher Farewell Speech in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘अध्यापक के लिए विदाई भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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अध्यापक के लिए विदाई भाषण : Teacher Farewell Speech in Hindi
शिक्षक की विदाई पर छात्रों द्वारा भाषण
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, अध्यापक व अध्यापिका जी, सहायक कर्मचारी एवं मेरे सभी साथियो, आपको मेरा नम्र नमस्कार, मेरा नाम —- है। मैं कक्षा —- में पढ़ता हूँ।
आपको यह पता तो होगा ही कि हम सब यहाँ अपने प्रिय अध्यापक महोदय श्री —- के विदाई समारोह पर एकत्रित हुए है।
मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि मुझे आपके बारे में दो शब्द कहने का अवसर प्राप्त हुआ, यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आपके सामने कुछ शब्द कहने जा रहा हूँ।
आज मुझे आपके प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का मौका मिला। विद्यालय के प्रथम दिन से ही आप मेरे सबसे अधिक प्रिय शिक्षक रहे है।
मेरा मानना तो यह है कि आप मेरे ही नहीं बल्कि पूरे विद्यालय के ही प्रिय रहे होंगे। कहते है कि विद्यार्थी जीवन एक कोमल टहनी की भांति होता है, जिसे जिस तरह मोड़ दिया जाए, वह उस तरफ मुड़ जाता है।
सिर्फ शिक्षक ही होते है जो केवल विधार्थी को सीधे एवं सही रास्ते की तरफ मोड़ते है, ताकि वह अपने लक्ष्य तक बिना किसी समस्या के पहुंच सके।
शिक्षक उस माली की तरह होता है, जो कि अपने बाग में लगे पौधों की सभी प्रकार से रक्षा करता है। यह हमारा सौभाग्य था कि आप हमारे विद्यालय के शिक्षक रहे है।
आपने हमारें विद्यालय के शिक्षण एवं रचनात्मक क्षेत्र में भी काफ़ी अधिक योगदान दिया है। हमें आज बहुत दुःख भी है, लेकिन ख़ुशी भी है।
दुःख इसलिए है कि आप जैसे शिक्षक हमारे विद्यालय से जा रहे है। लेकिन, ख़ुशी इस बात की है कि आपने हमें इस काबिल बना दिया है कि हम अपने लक्ष्य तक आसानी से पहुंच सके।
आप हमारे जीवन में उस मोमबत्ती की तरह आए जो खुद तो जल जाती है, लेकिन पुरे कमरें में रौशनी कर देती है।
आप हमारे सबसे ज्यादा आत्मसमर्पित शिक्षक है, जिन्होनें हमें हमेशा अनुसाशन एवं नियमो का पालन करना सिखाया।
आप हमारे सबसे प्रिय शिक्षक रहे है और साथ ही हमेशा हमारे दिल में रहेंगे। आपके साथ रहकर हमनें नई-नई चीजें सीखी है।
आपने अपने जीवनभर का ज्ञान हमें प्रदान किया। हम यह समझते है कि आपके द्वारा प्रदान किये गए ज्ञान से हम हमारे जीवन में आने वाली हर मुश्किल समस्या का दृढ़ता के साथ सामना करेंगे।
आपने इस विद्यालय के लिए काफ़ी कुछ किया है। आपने हमारी कठिन समय में सहायता की और हमें इस योग्य बनाया की हम हर कठनाई का सामना कर सके।
आप इतने वर्षों में सबसे अधिक जिम्मेदार शिक्षक रहे है और आप हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत रहे है।
आपके शिक्षण समय के दौरान आपके द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियां यह विद्यालय कभी नहीं भूल पाएगा। आपके प्यार और सहयोग के लिए हम सभी छात्र एवं छात्राएं हमेशा आपके ऋणी रहेंगे।
आपकी लगन और मेहनत ने ही इस विद्यालय को नई पहचान प्रदान की है। आपने विद्यालय व छात्रों के बुरे समय में जो भी सुझाव दिए है, वह सभी बहुत ही उपयोगी साबित हुए है।
आपने हमेशा एक कुशल शिक्षक की भूमिका निभाई है। आपने इस विद्यालय को घर और हमें हमेशा परिवार की भांति रखा।
आपके जैसे शिक्षक की विदाई करना हम सभी के लिए काफ़ी कठिन है। हम ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि आपके जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य हमेशा बना रहे।
हम सभी लोग आपके हमेशा शुक्रगुजार रहेंगे। आपने हमारे लिए जो भी किया है, उसे हम कभी नहीं भूल पाएंगे।
इस समारोह में उपस्थित हम सभी लोग आपको तहे दिल से धन्यवाद करते है और आशा करते है कि आपका आगामी जीवन भी इस सुखी और स्वस्थ रूप से बीते।
हम यह भी जानते है कि भविष्य में आपसे जो भी जुड़ेगा, वह बहुत ही लाभकारी जानकारी प्राप्त करेगा।
इसके साथ-साथ में अपने इस भाषण को समाप्ति की और ले जा रहा हूँ और अंत मे मैं आपको व सभी को नमस्कार करता हूँ।
प्राचार्य के द्वारा अध्यापक की विदाई पर भाषण
नमस्कार मेरे सभी साथी गण, अध्यापक, अध्यापिका व मेरे प्यारे बच्चों, आप सब जानते है कि आज हम यहाँ श्रीमान —– के विदाई समारोह मे शामिल हुए है।
आज हमने आपकी विदाई पर एक छोटा सा समारोह का आयोजन किया है। आशा करता हूँ कि आपको हमारा यह छोटा सा प्रयास अवश्य पसंद आएगा।
इस विद्यालय का प्रधानाचार्य होने के नाते मैं आप सभी के समक्ष श्रीमान —- के बारे में कुछ शब्द कहने जा रहा हूँ।
बच्चों के जीवन मे शिक्षक का मूल्य अतुल्य है और जब शिक्षक श्रीमान —– जैसे हो, तो सोने पर सुहागा हो जाता है।
जब वह पहली बार विद्यालय मे आये थे और मुझसे मिले तो उन्होंने बड़े ही अच्छे ढंग से अपना परिचय दिया। जिससे मैं काफी अधिक प्रभावित हुआ।
आप काफ़ी समय से हमारे विद्यालय के सबसे जिम्मेदार शिक्षकों मे से एक रहे है। आपके अंदर शिक्षक होने के सभी गुण मौजूद है।
आप विद्यालय के अधिकांश विधार्थियों के पसंदीदा अध्यापक रहे है। आपने अपने सभी कर्तव्यों का पालन किया है।
आप विज्ञान विषय के अध्यापक है। आपने विज्ञान जैसे कठिन विषय को भी बच्चों को बड़ी आसानी से समझाया। आपने नए-नए तरीकों से बच्चों को पढ़ाया।
आपने विज्ञान को व्यावहारिक तरीके से समझाया। जिससे उन्हें विज्ञान के सभी नियम अच्छी तरह से समझ आये।
आपके द्वारा पढ़ाएं गए बच्चे आज काफी उन्नति कर रहे है। शिक्षक का कर्त्तव्य है कि वह होशियार बच्चों के साथ-साथ कमजोर बच्चों पर भी ध्यान दे।
ताकि वे भी अपने जीवन में कुछ अच्छा मुकाम हासिल कर सके। आज के समय में बच्चों पर पढ़ाई का बोझ इतना है कि बच्चों के पास सफल होने के अलावा और कोई चारा नहीं होता।
यदि किसी गलती के कारण विद्यार्थी फेल (असफल) हो जाये, तो यह समाज उन्हें जीने नहीं देता।
ऐसे मुश्किल समय मे बच्चों के पास एक ऐसा इंसान होना चाहिए जो उन्हें सही रास्ता दिखा सके और आपने ये काम हमारे विद्यालय मे भली-भांति किया है।
जब-जब बच्चों को किसी ऐसे इंसान की जरुरत थी, तब-तब आप उनके साथ मौजूद थे। आपने बच्चों को समझाया कि असफलता सिर्फ एक सीढ़ी है सफलता के लिए, इससे अधिक कुछ नहीं।
यदि आप इस सीढ़ी को पार कर गए तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। अध्यापक बच्चों का वह साथी होता है, जो उन्हें सफलता तक ले जाता है।
बच्चे हमेशा अपने शिक्षक से कुछ न कुछ सीखते है। आज मैं यहाँ उपस्थित सभी बच्चों को यह बताऊंगा कि उन्हें आप से क्या-क्या सीखना चाहिए?
आप अपने काम को लेकर काफी गंभीर रहते है। आप अपने काम को सही समय पर पूरा करते है। आप समय के बहुत पाबंद है। आप विद्यालय समय पर आ जाते है। साथ ही अपने समय पर ही घर चले जाते है।
यदि बच्चे आप से कक्षा के बाहर भी कुछ पूछते है, तो आप पूरी तरह से उनका सहयोग करते है। आप हमेशा साफ़ और लहजे वाले कपड़े पहन कर आते है।
आप बहुत ही अनुशासन मे रहते है व विद्यालय को भी अनुशासन मे रखते है। जब-जब विद्यालय की मीटिंग होती थी, तब-तब आपने विद्यालय के लिए काफी अच्छे सुझाव दिए।
आपसे बच्चों को आत्मनिर्भर रहना सीखना चाहिए। आपका स्वभाव अत्यंत शांत है। आप विद्यालय के प्रशासन के साथ-साथ अपने साथियो व विद्यार्थियों के साथ भी काफी अच्छा व्यवहार करते है।
पूरा विद्यालय आपके स्वाभाव की तारीफ करता है। कोई भी आप से कुछ कहने मे हिचकिचाता नहीं है। आपकी कक्षा मे विद्यार्थी पूरी गंभीरता के साथ पढ़ाई करते है व आप उन्हें मनोरंजन के साथ पढ़ाते है।
आपने इस विद्यालय को अपने जीवन का बहुमूल्य समय दिया है। आपने हमेशा इस विद्यालय को अपने परिवार की भांति रखा है।
मुझे आप जैसे शिक्षक को विदाई देकर बहुत दुःख महसूस हो रहा है। लेकिन मैं काफी खुश भी हूँ कि आप कहीं अन्य स्थान पर अपना ज्ञान प्रसारित करेंगे।
इसके साथ मैं अपने शब्दो को लगाम देता हूँ और आपकी अच्छी सेहत और तरक्की की कामना करता हूँ।
यह विद्यालय तथा मैं आपके द्वारा किये गए सभी कार्यो की सराहना करते है और हम इसके लिए हमेशा आपके आभारी रहेंगे।
धन्यवाद।
शिक्षक के द्वारा सहयोगी शिक्षक की विदाई पर भाषण
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी शिक्षक एवं प्रिय विद्यार्थियों को मेरा सुभप्रभात। मेरा नाम —– है और मैं आपके विद्यालय में हिंदी विषय का शिक्षक हूँ।
जैसा कि आप सभी जानते है कि आज हम सभी यहाँ पर हमारे सहयोगी शिक्षक श्रीमान —- को विदाई देने के लिए एकत्रित हुए है।
जो कि विज्ञान विषय के शिक्षक है। मैं आपके बारे में कुछ शब्द कहने जा रहा हूँ। उम्मीद करता हूँ कि आपको अच्छा लगेगा। आपका स्वभाव अत्यंत शांत है और आपने अपने शालीन स्वभाव का परिचय दिया है।
आपको अनुशासन में रहना बहुत पसंद है और आपने सदैव विद्यार्थियों को भी अनुशासन में रहना सिखाया है।
आपने हमेशा विद्यार्थियों को नए-नए तरीकों से पढ़ाया है। जिससे उन्हें पढ़ने में आसानी हो। बच्चे आपकी कक्षा में मन लगा कर पढ़ते है और आप उन्हें मन लगा कर पढ़ाते है।
आप सदैव ही बच्चों के सबसे प्रिय अध्यापक रहे है। आप अपने कार्य को समय पर पूरा करते है आप समय के बड़े ही पाबंद है।
आपने हमेशा अपने सहकर्मियों के साथ भी अच्छा व्यवहार किया है और सभी की हमेशा सहायता की है। आप के साथ रहकर हमने कई नई-नई चीजें सीखी है।
आप विज्ञान जैसे विषय को बड़े ही आसान तरीके से समझाते है। आपका व्यवहार पूरे विद्यालय में तारीफ के योग्य है।
आपने समय-समय पर अपने से छोटे सहकर्मियों की सहायता की है व जब भी हमें कोई परेशानी का सामना करना पड़ता था तो हम हमेशा आपके पास मदद लेने आते थे और आपने भी हमेशा हमारी मदद की।
आपने हमें हर मुश्किल स्थिति में रास्ता दिखाया है। आप हम सभी शिक्षकों के लिए भी प्रेणा स्रोत रहे है। हम सभी को भी आपसे बहुत कुछ सीखने को मिला है।
जैसे:- बच्चों को कैसे पढ़ाया जाता है? किस तरह से बच्चों को नई-नई चीज़े सिखाई जाती है? किस तरह से कमजोर बच्चों पर ध्यान दिया जाता है? बच्चों को कैसे प्रेरित किया जाता है? आदि।
हम सभी को आपसे आपके सभी अच्छे गुण लेने चाहिए। जिस प्रकार एक बरगद का वृक्ष सभी को छाया देता है।
उसी प्रकार एक शिक्षक सभी को ज्ञान देता है। चाहे वो बच्चे हो या हम जैसे नए शिक्षक। सभी को आपसे कुछ न कुछ सीखना चाहिए।
आपके काम करते करते हमने भी बहुत कुछ सीखा और उससे आपने जीवन में उतारा। जिसके हमे बहुत फायदे हुए।
यह कहते हुए मुझे बड़ा ही दुःख हो रहा है कि सभी विद्यार्थियों व हमारे प्रिय शिक्षक को आज हमें विदाई देनी पड़ रही है।
लेकिन यह कहते हुए भी मुझे बड़ी ख़ुशी हो रही है कि आप अपने जीवन में आगे बढ़ रहे है और दूसरे विद्यार्थियों को भी अपना ज्ञान देंगे।
आपके साथ हमने काफी अच्छा समय बिताया है। आज हमारे विद्यालय ने आपकी विदाई के उपलक्ष में एक छोटे से समारोह का आयोजन किया है।
मैं आशा करता हूँ कि आपको यह आयोजन बहुत पसंद आया होगा और आपने जरूर इसका आनंद लिया होगा।
इस विद्यालय की प्रगति में आपका बहुत बड़ा योगदान है। आपने इस विद्यालय के लिए बहुत से कार्य किये। जिसके लिए यह विद्यालय आपको सदैव याद रखेगा।
आपने बच्चो के साथ-साथ उनके माता पिता को भी शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया। आपके साथ बिताये वक्त को भूल पाना हमारे लिए आसान नहीं होगा।
अब मैं अपने शब्दो को विराम देता हूँ और आपकी सेहत व तरक्की के लिए भगवन से प्रार्थना करता हूँ।
धन्यवाद!
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अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।