वर्णिक वृत्त छंद की परिभाषा, भेद और उदाहरण

वर्णिक वृत्त छंद की परिभाषा : Varnik Vritt Chhand in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘वर्णिक वृत्त छंद की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप वर्णिक वृत्त छंद की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
वर्णिक वृत्त छंद की परिभाषा : Varnik Vritt Chhand in Hindi
‘वर्णिक वृत्त छंद’ वर्णिक छंद का एक रूप है। वर्णिक वृत्त उस सम छंद को कहते है, जिसमें चार समान चरण होते है और प्रत्येक चरण में आने वाले वर्णों का लघु-गुरु क्रम सुनिश्चित रहता है।
वर्णिक वृत्त छंद के उदाहरण
वर्णिक वृत्त छंद के उदाहरण निम्नलिखित है:-
वर्णिक वृत्त छंद के उदाहरण |
---|
इंद्रवज्रा, उपेंद्रवज्रा, मालिनी, मत्तगयंद, द्रुत विलम्बित, आदि। |
जैसे :- 7 भगण और 2 गुरु का ‘मत्तगयन्द सवैया’ इसके उदाहरण है।
भगण भगण भगण भगण
ऽ।। ऽ।। ऽ।। ऽ।।
या लकुटी अरु कामरि या पर भगण भगण भगण गग
ऽ।। ऽ।। ऽ।। ऽऽ
राज तिहूँ पुर को तजि डारौं
कुल 7 भगण + 2 गुरु = 23 वर्ण
‘द्रुत विलम्बित छंद’ और ‘मालिनी छंद’ भी वार्णिक वृत्त छंद के उदाहरण है।
वर्णिक वृत्त छंद से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
-
वर्णिक वृत्त छंद की परिभाषा क्या है?
‘वर्णिक वृत्त छंद’ वर्णिक छंद का एक रूप है। वर्णिक वृत्त उस सम छंद को कहते है, जिसमें चार समान चरण होते है और प्रत्येक चरण में आने वाले वर्णों का लघु-गुरु क्रम सुनिश्चित रहता है।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।