विराम चिह्न की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

विराम चिह्न की परिभाषा : Viram Chinh in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘विराम चिह्न’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप विराम चिह्न से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
विराम चिह्न की परिभाषा : Viram Chinh in Hindi
विराम शब्द (वि + रम् + घं) से मिलकर बना है और इसका मूल अर्थ ‘ठहराव’ अथवा ‘रुकना’ होता है। भाषा के लिखित रूप में वाक्यों में विराम लगाने अथवा रोकने के लिए जिन संकेत चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें ‘विराम चिह्न’ कहते है।
अन्य शब्दों में, किसी भी वाक्य को लिखते समय कुछ समय के ठहराव के लिए जिन संकेत चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें ‘विराम चिह्न’ कहते है। विराम चिह्नों के प्रयोग से वाक्य का अर्थ ही बदल जाता है। विराम चिह्न के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
मोहन विद्यालय जा रहा है। | सामान्य सूचना |
ताजमहल का निर्माण किसने करवाया? | प्रश्नवाचक |
सोहन आता है! | आश्चर्य का भाव |
यदि किसी वाक्य में विराम चिह्न का प्रयोग सही प्रकार से नही किया जाए, तो वाक्य अर्थहीन हो जाता है या फिर एक-दूसरे के विपरीत हो जाता है। इसलिए वाक्य में विराम चिह्न का प्रयोग करना अत्यंत आवश्यक होता है।
- “रोको मत जाने दो।” इस वाक्य का अर्थ स्पष्ट नहीं है।
- “रोको मत, जाने दो।” इस वाक्य में “रोको मत” के बाद विराम चिह्न का प्रयोग किया गया है, जिससे इस वाक्य के अर्थ में सामने वाले को जाने से रोकने के लिए मना किया गया है।
- “रोको, मत जाने दो।” इस वाक्य में “रोको” शब्द के बाद विराम चिह्न का प्रयोग किया गया है, जिससे इसके अर्थ में सामने वाले को रोकने के लिए कहा गया है।
ऊपर दिए गए तीनों वाक्यों को देखकर आप समझ गए होंगे कि वाक्य तो सिर्फ एक ही है लेकिन विराम चिह्न के प्रयोग के कारण प्रत्येक बार इस वाक्य के अर्थ परिवर्तित हो रहे है।
इस प्रकार से हम विराम चिह्न के महत्व को पूरी तरह समझ सकते है। इसके प्रयोग से हम वाक्य के अर्थ को परिवर्तित कर सकते है। इसलिए विराम चिह्नों का सही उपयोग होना अत्यंत आवश्यक है।
विराम चिह्न के प्रकार
हिंदी में विराम चिह्न कुल 18 प्रकार के होते है, जो कि निम्न प्रकार है:-
विराम चिह्न के नाम | विराम चिह्न |
---|---|
अल्प विराम (Comma) | , |
अर्द्ध विराम (Semi Colon) | ; |
पूर्ण विराम (Full Stop) | । |
उप विराम (Colon) | : |
प्रश्नवाचक चिह्न (Question Mark) | ? |
योजक चिह्न (Hyphen) | – |
कोष्ठक चिह्न (Bracket) | [{()}] |
अवतरण या उदहारण चिह्न (Inverted Comma) | “…” |
विस्मयादिबोदक चिह्न (Sign of Exclamation) | ! |
लाघव चिह्न/संक्षेपसूचक (Abbreviation Sign) | ० अथवा . |
निर्देशक चिह्न (Sign of Dash) | — |
विवरण चिह्न (Sign of Following) | :- |
विस्मरण चिह्न या त्रुटिपूरक चिह्न/हंसपद (Oblivion Sign ) | ^ |
पदलोप चिह्न (Footprint Mark) | (…) |
रेखांकन चिह्न (Underline) | ( _ ) |
पुनरुक्ति सूचक चिह्न (Repetition Indicator) | (,,) |
दीर्घ उच्चारण चिह्न (Long Accent) | (S) |
समानता सूचक चिह्न (Equality Indicator) | = |
1. अल्प विराम (,)
किसी भी वाक्य को लिखते समय जहाँ थोड़ी सी देर रुकना पड़े, वहाँ अल्प विराम चिह्न (,) का प्रयोग किया जाता है।
अन्य शब्दों में, अल्प विराम का अर्थ ‘न्यून’ अथवा ‘ठहराव’ होता है। वाक्य में जहाँ पर काफी कम ठहराव होता है, वहाँ पर अल्प विराम चिह्न का प्रयोग किया जाता है। हिंदी भाषा में अल्प विराम चिह्न का प्रयोग सबसे अधिक किया जाता है।
अल्प विराम को (,) चिह्न से प्रदर्शित किया जाता है। अल्प विराम को अंग्रेजी में ‘Comma’ कहा जाता है। अल्प विराम के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
मोहन, जरा रसोईघर से खाना ले आना। |
रोहन, मोहन और सोहन साथ में विद्यालय जाते है। |
इस प्रकृति के लिए पहाड़, झरनें, नदियाँ, खेतों, आदि का काफ़ी अधिक महत्व है। |
भारत में गेंहू, जौ, बाजरा, चना, मक्का, आदि बहुत सी फसलें उगाई जाती है। |
अल्प विराम चिह्न का प्रयोग निम्नलिखित परिस्थितियों में होता है:-
- जब किसी वाक्य में एक प्रकार के कईं शब्द, वाक्य व वाक्यांश एक साथ हो, तो उनके बीच अल्प विराम चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
अजय, विजय, संजय, चुन्नी, मुन्नी और डोली अपनी गर्मियों की छुट्टी बिताने जम्मू-कश्मीर गए। |
- जब किसी वाक्य में शब्दों की पुनरावृत्ति होती है, तो वहाँ पर अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
जरा सुनो, सुनो, ध्यान से सुनो, वहाँ पर कोई व्यक्ति रो रहा है। |
- जब किसी वाक्य में सम्बोधन के समय जिसे सम्बोधित किया जाता है, उसके बाद अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
रोहित जी, आप यहाँ बैठ सकते है। |
- जब किसी वाक्य में ‘हाँ’ अथवा ‘नहीं’ को शेष वाक्य से पृथक किया जाता है, तो उसके बाद अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
नहीं, मैं नहीं जाऊंगा। |
- जब किसी वाक्य में ‘पर, परन्तु, इसलिए, अत:, क्योंकि, बल्कि, तथापि, जिससे,’ आदि होता है, तो उसके पूर्व अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
आज मैं विद्यालय नहीं जा सका, क्योंकि मुझे बुखार था। |
- किसी वाक्य में उद्धरण से पूर्व अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
सीता ने गीता से कहा, घर का काम करो। |
- किसी वाक्य में ‘यह, वह, तब, तो, और, अब,’ आदि के लोप होने पर उस वाक्य में अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
जब आपको जाना ही है, तो जाओ। |
- जब कोई वाक्य ‘बस, वस्तुतः, अच्छा, वास्तव में,’ आदि से आरम्भ होता है, तो इनके पश्चात अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
वास्तव में, मेहनत ही सफलता की कुंजी हैं। |
- किसी वाक्य में दिनांक के साथ माह का नाम लिखने के बाद तथा सन्, संवत् के पूर्व अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
15 अगस्त, सन् 1947 ई. को भारत देश अंग्रेजी शासन से आजाद हुआ था। |
- किसी वाक्य में अंकों को लिखते समय भी अल्प विराम का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
5, 10, 20, 30, 40, 50, 60, 70, 80, 90, 100, 1000 आदि। |
2. अर्द्ध विराम (;)
किसी भी वाक्य में पूर्ण विराम से कुछ देर कम, अल्पविराम से अधिक देर तक रुकने के लिए अर्द्ध विराम चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
अन्य शब्दों में, एक वाक्य व वाक्यांश के साथ किसी अन्य वाक्य अथवा वाक्यांश का संबंध बताना होता है, तो वहाँ पर अर्द्ध विराम चिह्न (;) का प्रयोग किया जाता है। अर्द्ध विराम चिह्न के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
मुझे यहाँ से जाना है; फिर घर जाना है। |
सूर्योदय हो गया; चिड़िया चहकने लगी है। |
जो मेहनत करता है; वह फल भी प्राप्त करता है। |
3. पूर्ण विराम (।)
जब कोई वाक्य समाप्त हो जाता है, तो वाक्य के अंत में पूर्ण विराम चिह्न लगाया जाता है। प्रश्नसूचक और विस्मयादिसूचक वाक्यों को अलावा शेष सभी प्रकार के वाक्यों के अंत में पूर्ण विराम चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
पूर्ण विराम को (।) चिह्न से प्रदर्शित किया जाता है। पूर्ण विराम को अंग्रेजी भाषा में ‘Full Stop’ कहते है। पूर्ण विराम चिह्न के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
राम खाना खा रहा है। |
वह घर जा रहा है। |
वह घूमने जाता है। |
श्याम घर जाएगा। |
मेरा प्रिय मित्र सूरज है। |
4. उप विराम (:)
उप विराम को अपूर्ण विराम भी कहा जाता है। जब किसी वाक्य को अलग दिखाना होता है, तब उप विराम का प्रयोग किया जाता है। उप विराम का चिह्न (:) होता है। इसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
प्रदूषण : एक अभिशाप। |
विज्ञान : वरदान या अभिशाप। |
प्रश्नवाचक वाक्य के अंत में ‘प्रश्नवाचक चिह्न’ (?) का प्रयोग किया जाता है अर्थात जब किसी वाक्य में किसी प्रश्न (सवाल) के पूछे जाने का भाव उत्पन्न हो, उस वाक्य के अंत में प्रश्नवाचक चिह्न (?) का प्रयोग किया जाता है।
प्रश्नवाचक को (?) चिह्न से प्रदर्शित किया जाता है। प्रश्नवाचक चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Question Mark’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
आप क्या कर रहे है? |
भैया घर कब आएगा? |
पिताजी बाजार क्यों गए है? |
भगवान राम वनवास क्यों गए थे? |
तुम पढ़ाई क्यों नहीं करते हो? |
प्रश्नवाचक चिह्न का प्रयोग निम्नलिखित परिस्थितियों में होता है:-
- जिस वाक्य में कोई प्रश्न पुछा जाता है, उस वाक्य के अंत में प्रश्नवाचक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
भारत कब आजाद हुआ था? |
- जिस वाक्य में अनिश्चय की स्थिति उत्पन्न होती है, उस वाक्य में प्रश्नवाचक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
आप सम्भवत: पुलिस अधिकारी है? |
- जिस वाक्य में व्यंग्य करने की स्थिति उत्पन्न होती है, उस वाक्य में भी प्रश्नवाचक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
आपका नाम राम है, है न? |
- जिस वाक्य में शुद्ध-अशुद्ध का संदेह उत्पन्न होता है, तो उस पर या उसके बगल में कोष्ठक लगाकर उसके अन्तर्गत प्रश्नवाचक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
हिन्दी की पहली कहानी ‘ग्यारह वर्ष का समय’ (?) मानी जाती हैं। |
6. योजक चिह्न (–)
किसी वाक्य में दो शब्दों के बीच परस्पर संबंध स्पष्ट करने व उन्हें जोड़कर लिखने के लिए योजक चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
योजक चिह्न को (–) चिह्न से प्रदर्शित किया जाता है। योजक चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Hypen’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
एक बच्चे के लिए उसके माता-पिता ही भगवान होते है। |
व्यापार में लाभ-हानि होना आम बात है। |
परिश्रमी व्यक्ति रात-दिन मेहनत कर सफलता प्राप्त करता है। |
सुख-दुःख जीवन के दो पहलू है। |
सैनिक अपने तन-मन से हमारे देश की रक्षा करते है। |
- सार्थक-निरर्थक शब्दों के बीच में भी योजक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
खाना-वाना |
- तुलना सूचक ‘सा/सी/से’ के पहले योजक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
कौन-सा |
तुम-सा |
- एक अर्थ वाले सहचर शब्दों के बीच में भी योजक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
मान-मर्यादा |
7. कोष्ठक चिह्न [{()}]
वाक्य में किसी शब्द को स्पष्ट करने अथवा कुछ अधिक जानकारी बताने के लिए कोष्ठक चिह्न ‘[{()}]’ का प्रयोग किया जाता है। किसी भी वाक्य के बीच में आए शब्दों अथवा पदों का अर्थ स्पष्ट करने के लिए कोष्ठक चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
अन्य शब्दों में, किसी शब्द के अर्थ को और अधिक स्पष्ट करने के लिए उस शब्द अथवा वाक्यांश को कोष्ठक के अन्दर लिखकर कोष्ठक चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
कोष्ठक चिह्न के प्रकार | चिह्न |
---|---|
लघु कोष्ठक (Parentheses) | () |
मझला कोष्ठक (Braces) | {} |
दीर्ध कोष्ठक (Square brackets) | [] |
कोष्ठक चिह्न के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
लता मंगेशकर भारत की कोकिला (मीठा गाने वाली) है। |
दशानन (दस सिर वाले) रावण का वध होने की ख़ुशी में दशहरा मनाया जाता है। |
7x + 5[9x + 1x{6x – 8x(5x + 3x)}] |
अध्यापक (क्रोधित होते हुए) निकल जाओ मेरी कक्षा से। |
भगवान परशुराम (क्रोध में काँपते हुए) ठहर जा। |
8. अवतरण या उदाहरण चिह्न (‘ ‘) (” “)
किसी महापुरुष की बातों को या फिर किसी खास बात को जोर देकर कहने के लिए अवतरण या उदाहरण चिह्न का प्रयोग किया जाता है। अवतरण या उदाहरण चिह्न को (‘ ‘) (” “) से प्रदर्शित किया जाता है।
अवतरण या उदाहरण चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Inverted Comma’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
तुलसीदास ने सत्य कहा है:- “पराधीन सपनेहु सुख नाहीं।” |
जयशंकर प्रसाद ने कहा है:- “जीवन विश्व की सम्पत्ति है।” |
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा है:- “महान सपने देखने वालो के महान सपने हमेशा पूरे होते है।” |
बिल गेट्स ने कहा है:- “सफलता एक घटिया शिक्षक है। यह लोगों में यह सोच विकसित कर देता है कि वह असफल नहीं हो सकते।” |
बेंजामिन फ्रैंकलिन ने कहा है:- “अज्ञानी होना उतनी शर्म की बात नहीं है, जितना कि सीखने की इच्छा ना रखना है।” |
9. विस्मयादिबोधक चिह्न (!)
किसी वाक्य में ‘हर्ष, विवाद, विस्मय, घृणा, आश्रर्य, करुणा, भय,’ आदि का बोध कराने के लिए विस्मयादिबोधक चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
अन्य शब्दों में, अव्यय शब्द से पहले विस्मयादिबोधक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। विस्मयादिबोधक चिह्न को (!) से प्रदर्शित किया जाता है। विस्मयादिबोधक को अंग्रेजी भाषा में ‘Interjection’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
हे भगवान! ऐसा कैसे हो गया। |
अरे! यह कब हुआ। |
हाय! वह टक्कर मार दिया। |
वाह! कितना सुंदर पक्षी है। |
वाह! कितना सुहावना मौसम है। |
संबोधनसूचक शब्दों के बाद भी विस्मयादिबोधक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसके उदाहरण निम्नलिखित है:-
मित्रो! आपका स्वागत है। |
भाई और बहनो! मैं आपके लिए एक संदेश लाया हूँ। |
10. लाघव चिह्न/संक्षेपसूचक (०)
किसी बड़े शब्द अथवा प्रसिद्ध शब्द को संक्षेप में लिखने के लिए उस शब्द का पहला अक्षर लिखकर उसके आगे शून्य लगा देते है। यह शून्य ही लाघव चिह्न कहलाता है।
लाघव चिह्न को (०) अथवा (.) से प्रदर्शित किया जाता है। लाघव चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Abbreviation’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
शब्द | लाघव चिह्न |
---|---|
डॉंक़्टर के लिए | डॉ० |
पंडित के लिए | पं० |
इंजिनियर के लिए | इंजी० |
प्रोफेसर के लिए | प्रो० |
उत्तर प्रदेश के लिए | उ० प्र० |
11. निर्देशक चिह्न (—)
निर्देशक चिह्न का प्रयोग विषय, विवाद, सम्बन्धी, प्रत्येक शीर्षक के आगे, उदाहरण के पश्चात, कथोपकथन के नाम के आगे किया जाता है।
निर्देशक को (―) चिह्न के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। निर्देशक चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Dash’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
राम — तुम यहाँ क्यों आये हो। |
जैसे ― फल, सब्जी, मसालें, आदि। |
- कहना, बोलना, लिखना, बताना, आदि शब्दों के बाद इस निर्देशक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
सुभाष चंद्र बॉस ने कहा — ”तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा।” |
- किसी सूची से पहले निर्देशक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसका उदाहरण निम्नलिखित है:-
छात्रों की सूची — राम, श्याम, कबीर, मोहन |
12. विवरण चिह्न (:-)
किसी वाक्यांश के विषयों में कुछ सूचक निर्देश देने के लिए विवरण चिह्न का प्रयोग किया जाता है अर्थात किसी भी विषय अथवा कथन को विस्तार से समझने के लिए विवरण चिह्न का प्रयोग किया जाता है। जिसके उदाहरण निम्नलिखित है:-
नीम के निम्न फायदे है:- |
भाषा के मुख्य तीन भेद होते है:- |
संज्ञा के मुख्य पांच भेद है:- |
कृपया निम्नलिखित नियमों का पालन करे:- |
13. विस्मरण चिह्न या त्रुटिपूरक चिह्न/हंसपद – (^)
जब किसी शब्द, वाक्य व वाक्यांश में कोई शब्द अथवा अक्षर लिखने में छूट जाता है, तो उस छूटे हुए वाक्य के नीचे हंसपद चिह्न (^) का प्रयोग किया जाता है।
अन्य शब्दों में, यदि हम कोई वाक्य लिखते समय किसी शब्द को भूल जाते है, तो ऐसी स्थिति में विस्मरण चिह्न (^) का प्रयोग किया जाता है।
विस्मरण चिह्न या त्रुटिपूरक चिह्न (^) से प्रदर्शित किया जाता है। विस्मरण चिह्न या त्रुटिपूरक चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Oblivion Sign’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
राम ^ जाएगा। (विद्यालय) |
सूरज ^ में रहता है। (जयपुर) |
अजय एक ^ छात्र है। (मेधावी) |
मैंने तुम्हें वह बात ^ थी। (बताई) |
14. पदलोप चिह्न (…)
जब वाक्य अथवा अनुच्छेद में कुछ अंश छोड़कर लिखना होता है, तो पदलोप चिह्न (…) का प्रयोग किया जाता है।
पदलोप चिह्न को (…) चिह्न से प्रदर्शित किया जाता है। पदलोप चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Omission’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
अजय ने विजय को गाली दी… |
मैं चला जाऊंगा पर… |
मैं तुम्हारे साथ अवश्य चलूंगा… पर कल |
15. रेखांकन चिह्न (_)
किसी वाक्य में महत्त्वपूर्ण शब्द, पद व वाक्य को रेखांकित करने के लिए रेखांकन चिह्न (_) का प्रयोग किया जाता है।
रेखांकन को (_) चिह्न से प्रदर्शित किया जाता है। रेखांकन चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Underline’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
हरियाणा और उत्तर प्रदेश को यमुना नदी विभाजित करती है। |
मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित सर्वश्रेष्ठ कृति गोदान उपन्यास है। |
श्री कृष्ण ने बरगद के वृक्ष के नीचे उपदेश दिया था। |
16. पुनरुक्ति सूचक चिह्न (,,)
ऊपर लिखे किसी वाक्य के अंश को दोबारा लिखने से बचने के लिए पुनरुक्ति सूचक चिह्न (,,) का प्रयोग किया जाता है। पुनरुक्ति सूचक को (,,) चिह्न के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
पुनरुक्ति सूचक चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Repeat Pointer Symbol’ कहते है। जिसके उदाहरण सारणीबद्ध रूप से निम्न प्रकार है:-
क्रमांक संख्या | दानकर्ता का नाम | दान राशि |
---|---|---|
1. | विजय | 200 रुपये |
2. | अशोक | ,, |
3. | अजय | ,, |
4. | मोहन | ,, |
5. | मोनू | 200 रुपये |
17. दीर्घ उच्चारण चिह्न (S)
किसी वाक्य में जब किसी शब्द विशेष के उच्चारण में अन्य शब्दों की अपेक्षा अधिक समय लगता है, तो वहां पर दीर्घ उच्चारण चिह्न (S) का प्रयोग किया जाता है।
अन्य शब्दों में, छंद में दीर्घ मात्रा (का, की, कू, के, कै, को, कौ) और लघु मात्रा (क, कि, कु, र्क) को दर्शाने के लिए दीर्घ उच्चारण चिह्न का प्रयोग किया जाता है। दीर्घ उच्चारण चिह्न को ‘S’ चिह्न के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
देखत भृगुपति वेषु कराला। |
।S।। ।।।। S। ।SS |
18. तुल्यता सूचक चिह्न (=)
किसी शब्द अथवा गणित के अंकों के मध्य की तुल्यता को दर्शाने के लिए तुल्यता सूचक (=) चिह्न का प्रयोग किया जाता है।
अन्य शब्दों में, किसी वाक्य में दो शब्दों की तुलना, समानता व बराबरी करने में तुल्यता सूचक चिह्न का प्रयोग किया जाता है। तुल्यता सूचक को (=) चिह्न के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
तुल्यता सूचक चिह्न को अंग्रेजी भाषा में ‘Equivalence Indicator’ कहते है। जिसके उदाहरण निम्न प्रकार है:-
5 : 10 |
A = B |
अ = ब |
अच्छाई = बुराई |
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।