विश्व पर्यावरण दिवस पर भाषण

World Environment Day Speech in Hindi

विश्व पर्यावरण दिवस पर भाषण : World Environment Day Speech in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘विश्व पर्यावरण दिवस पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप विश्व पर्यावरण दिवस पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

विश्व पर्यावरण दिवस पर भाषण : World Environment Day Speech in Hindi

आदरणीय प्रधानाचार्य जी, यहाँ उपस्थित सभी अतिथिगण, शिक्षकगण और मेरे सभी साथियों, आप सभी को मेरी तरफ से विश्व पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।

मेरा नाम —– है। मैं इस विद्यालय में 12वीं विज्ञान वर्ग का छात्र हूँ। जैसा कि आप सभी जानते है कि आज हम सभी यहाँ विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एकत्रित हुए है।

आप सभी ने मुझे इस विषय पर भाषण देने का अवसर प्रदान किया। जिसके लिए मैं आप सभी का शुक्रगुजार हूँ।

मैं आपके सामने विश्व पर्यावरण दिवस के बारे में कुछ शब्द कहने जा रहा हूँ। यदि मुझसे किसी प्रकार की कोई भूल हो जाए, तो मुझे इसके लिए क्षमा कीजिएगा।

पर्यावरण सभी भौतिक, रासायनिक व जैविक कारकों का एक समावेश होता है। जो किसी प्राणी या परितंत्रीय आबादी को प्रभावित करता है।

पर्यावरण सीधा सभी प्राणियों से जुड़ा हुआ है। प्रत्येक समय पर्यावरण हमारें चारों तरफ विद्यमान रहता है। हमारें भौतिक जीवन में इसका बहुत ही बड़ा महत्व होता है।

पर्यावरण एक प्राणी को पीने के लिए जल, सांस लेने के लिए हवा, खाने के लिए भोजन व इसके साथ-साथ प्राकृतिक संसाधन भी उपलब्ध करवाता है।

पहले मनुष्य पर्यावरण से जुड़ा हुआ था। लेकिन, वर्तमान में शहरीकरण के बढ़ने से मनुष्य पर्यावरण से धीरे-धीरे दूर होता जा रहा है।

शहरीकरण के बढ़ने से न सिर्फ इंसान के आस-पास का पर्यावरण बल्कि सम्पूर्ण पृथ्वी का पर्यावरण भी बहुत काफ़ी अधिक मात्रा में प्रदूषित हो गया है।

वर्तमान में सभी जगह पर्यावरण प्रदुषण लगातार बढ़ता जा रहा है। आज न तो हमारें आस-पास की हवा साफ़ है और न ही पानी।

यहाँ तक कि वर्तमान में खाद्य पदार्थों में भी रासायनिक उर्वरकों का उपयोग किया जा रहा है। जिससे बीमारियाँ बढ़ रही है व इसके साथ-साथ धरती का उपजाऊपन भी लगातार खत्म हो रहा है।

वर्तमान में पर्यावरण का स्तर लगातार गिरता ही जा रहा है। वर्तमान समय में तापमान में होते परिवर्तन को साफ़ देखा जा सकता है।

जहाँ अंटार्कटिका महाद्वीप व हिमालय की बर्फ लगातार पिघल रही है। जो आने वाले समय के लिए अच्छे संकेत नहीं है।

इससे पूरी दुनिया का जल स्तर लगातर बढ़ रहा है। वन लगातार कट रहे है। बीते दिनों में अमेज़न व ऑस्टेलिया के जंगलो में एक भीषण आग लग गई थी।

जिससे पर्यावरण को काफी अधिक नुकसान हुआ था। आजकल प्लास्टिक का उपयोग भी काफ़ी बढ़ गया है। जिससे और अधिक प्रदुषण बढ रहा है।

इन सभी समस्याओं को देखकर संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा सन 1973 में 5 जून के दिन को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में घोषित किया।

इसे सन 1972 में ही पारित कर दिया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व का ध्यान पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं की तरफ खींचना था।

इसलिए 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह पर्यावरण से जुड़ा सबसे बड़ा वार्षिक आयोजन होता है।

इस दिन सभी पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर बात करते है और इसकी समस्याओं को समझते है और इससे जुड़े उपायों पर बात करते है।

इस दिन सभी पर्यावरण में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाले उद्देश्यों पर बात करते है। जिससे हम पृथ्वी पर मौजूद प्रकृति की हर संभव रक्षा कर सकते है।

आज हम सभी को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरुरत है। आज हमारे पास मौका है कि हम इस पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचा सके।

अन्यथा यदि यह समय हमारें हाथ से चला गया तो फिर हमारे पास पछताने के अलावा और कोई चारा नहीं रहेगा।

इस पूरे सौरमंडल में हमारी पृथ्वी के अलावा और कोई भी ग्रह मनुष्य के जीवनयापन करने योग्य अनुकूल नहीं है।

पृथ्वी ही एकमात्र ऐसी जगह है, जहाँ पर जीवनयापन संभव है और हम मनुष्य अपने थोड़े से फायदे के लिए इस पूरी प्रकृति को बर्बाद करने में लगे है।

हमने अपने साथ-साथ शेष सभी प्राणियों का जीवन भी संकट में डाल दिया है। बात और अधिक बिगड़े, इससे पहले हमें इसके प्रति और अधिक जागरूक होना होगा।

आज सरकार इसके लिए बहुत से कदम उठा रही है। जैसे:- पेड़ो को उगाया जा रहा है। जंगलो को और अधिक सुरक्षित किया जा रहा है।

कारखानों को नदियों व जंगलों से और अधिक दूर किया जा रहा है। लेकिन इस लड़ाई में ये कदम काफ़ी नहीं है।

सरकार अकेले इस समस्या से नहीं लड़ सकती है। इसके लिए उन्हें सभी आम जनता की भी आवश्यकता होगी।

तो आज हम विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रण लेते है कि हम अपने इस पर्यावरण की पूरी तरह से रक्षा करेंगे। इसकी रक्षा के लिए जो भी आवश्यक कदम है, वह जरूर उठाएंगे।

आज हमारे विद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस पर एक आयोजन किया गया है। जिसमें बच्चों ने अपने आस-पास के क्षेत्रों में साफ़-सफाई की।

लोगों को जागरूक करने के लिए नारों का उपयोग किया। हमारे विद्यालय द्वारा वृक्षारोपण का आयोजन किया गया है।

जहाँ पर बहुत से लोगों ने वृक्ष लगाए। उन सभी का मैं तहे दिल से धन्यवाद देता हूँ। अब मैं अपने भाषण को एक कथन के साथ समाप्त कर रहा हूँ। मेरा भाषण सुनने के लिए आप सभी का धन्यवाद!

पर्यावरण को स्वच्छ बनायें, आओ पेड़ पौधे लगायें।
बोलेगी चिड़िया डाली-डाली, पहले फैलाओ हरियाली।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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