सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा, भेद और उदाहरण

सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा : Sarvanamik Visheshan in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा : Sarvanamik Visheshan in Hindi
वह सर्वनाम शब्द, जो विशेषण के रूप में किसी संज्ञा व सर्वनाम शब्द की विशेषता बताते है, उन्हें ‘सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण
सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण |
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वह व्यक्ति व्यवहार से कुशल है। |
कौन विद्यार्थी मेरा कार्य करेगा? |
उपरोक्त वाक्यों में ‘वह‘ और ‘कौन‘ शब्द सार्वनामिक विशेषण है। पुरूषवाचक सर्वनाम और निजवाचक सर्वनाम के अतिरिक्त शेष सभी सर्वनाम ‘संज्ञा’ के साथ प्रयुक्त होकर ‘सार्वनामिक विशेषण’ बन जाते है।
सार्वनामिक विशेषण के भेद
सार्वनामिक विशेषण के कुल 2 भेद है, जो कि निम्नलिखित है:-
सार्वनामिक विशेषण के भेद |
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मूल सार्वनामिक विशेषण |
यौगिक सार्वनामिक विशेषण |
निश्चय सार्वनामिक विशेषण |
अनिश्चय सार्वनामिक विशेषण |
प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण |
संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण |
1. मूल सार्वनामिक विशेषण
सार्वनामिक विशेषण का वह रूप, जो बिना किसी रूपांतर के विशेषण के रूप में प्रयुक्त होता है, उसे ‘मूल सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
मूल सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण
मूल सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण निम्नलिखित है:-
मूल सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण |
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वह लड़का बाजार जा रहा है। |
कोई लड़की मेरा काम कर दे। |
कुछ विद्यार्थी अनुपस्थित है। |
उपरोक्त वाक्यों में ‘वह‘, ‘कोई‘ और ‘कुछ‘ शब्द मूल सार्वनामिक विशेषण है।
2. यौगिक सार्वनामिक विशेषण
सार्वनामिक विशेषण का वह रूप, जो मूल सर्वनाम में प्रत्यय के जुड़ जाने से विशेषण के रूप में प्रयुक्त होता है, उसे ‘यौगिक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
यौगिक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण
यौगिक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण निम्नलिखित है:-
यौगिक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण |
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ऐसा व्यक्ति कहाँ मिलेगा? |
तुम्हें कितने रूपये चाहिए? |
मुझसे इतना बोझ उठाया नहीं जाता। |
उपरोक्त वाक्यों में ‘ऐसा‘, ‘कितने‘ और ‘इतना‘ शब्द यौगिक सार्वनामिक विशेषण है।
यौगिक सार्वनामिक विशेषण का निर्माण
यौगिक सार्वनामिक विशेषण निम्नलिखित सार्वनामिक विशेषणों से बनते है:-
(i). ‘यह’ से यौगिक सार्वनामिक विशेषण का निर्माण
इतना |
इतने |
इतनी |
ऐसा |
ऐसी |
ऐसे |
(ii). ‘वह’ से यौगिक सार्वनामिक विशेषण का निर्माण
उतना |
उतने |
उतनी |
वैसा |
वैसी |
वैसे |
(iii). ‘जो’ से यौगिक सार्वनामिक विशेषण का निर्माण
जितना |
जितनी |
जितने |
जैसा |
जैसी |
जैसे |
(iv). ‘कौन’ से यौगिक सार्वनामिक विशेषण का निर्माण
कितना |
कितनी |
कितने |
कैसा |
कैसी |
कैसे |
वह विशेषण, जो संकेत द्वारा संज्ञा व सर्वनाम की विशेषता बताते है, उन्हें ‘संकेतवाचक विशेषण’ कहते है।
नोट:- संकेतवाचक विशेषण ‘सर्वनाम शब्दों’ से बनते है। अतः संकेतवाचक विशेषण को सार्वनामिक विशेषण भी कहा जाता है। इन्हें निर्देशक भी कहते है।
3. निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘यह‘ अथवा ‘वह‘ सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण
निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण |
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यह कार मेरी है। |
वह पुस्तक मुझे पसंद है। |
4. अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘कोई‘ अथवा ‘कुछ‘ सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण
अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण |
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मुझे कुछ मिठाई खानी है। |
मैं कुछ खरीद के लाया हूँ। |
आप मेरे कोई नहीं है। |
मैं कुछ आम लाया हूँ। |
तुम मेरे लिए कुछ लाये हो या नहीं। |
यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘कौन‘, ‘क्या‘, ‘कब‘ व ‘कैसे‘ सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
अन्य शब्दों में, यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले प्रश्नवाचक सर्वनाम शब्द जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण |
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क्या राम जयपुर जाएगा? |
क्या तुम थे? |
क्या आप पूरी रात नहीं सोये है? |
आप कौन है? |
आप अभी कैसे है? |
आप क्या करते है? |
6. संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण
यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले संबंधवाचक सर्वनाम शब्द जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण
संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण के उदाहरण |
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मेरे पास दो आम है। |
वो उसका मित्र है। |
जिसका होगा, वो ले जाएगा। |
तुम्हारा कौन है? |
मेरी चाबी है। |
सार्वनामिक विशेषण से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
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सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा क्या है?
वह सर्वनाम शब्द, जो विशेषण के रूप में किसी संज्ञा व सर्वनाम शब्द की विशेषता बताते है, उन्हें ‘सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
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सार्वनामिक विशेषण के कितने भेद है?
संख्यावाचक विशेषण के कुल 6 भेद है, जो कि निम्नलिखित है:-
1. मूल सार्वनामिक विशेषण
2. यौगिक सार्वनामिक विशेषण
3. निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
4. अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण
5. प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण
6. संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण -
मूल सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा क्या है?
सार्वनामिक विशेषण का वह रूप, जो बिना किसी रूपांतर के विशेषण के रूप में प्रयुक्त होता है, उसे ‘मूल सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
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यौगिक सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा क्या है?
सार्वनामिक विशेषण का वह रूप, जो मूल सर्वनाम में प्रत्यय के जुड़ जाने से विशेषण के रूप में प्रयुक्त होता है, उसे ‘यौगिक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
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निश्चय सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा क्या है?
यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘यह‘ अथवा ‘वह‘ सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
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अनिश्चय सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा क्या है?
यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘कोई‘ अथवा ‘कुछ‘ सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘अनिश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
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यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले ‘कौन‘, ‘क्या‘, ‘कब‘ व ‘कैसे‘ सर्वनाम जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
अन्य शब्दों में, यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले प्रश्नवाचक सर्वनाम शब्द जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘प्रश्नवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है। -
संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण की परिभाषा क्या है?
यदि किसी वाक्य में संज्ञा से पहले संबंधवाचक सर्वनाम शब्द जुड़कर संज्ञा की विशेषता बताए, तो उन्हें ‘संबंधवाचक सार्वनामिक विशेषण’ कहते है।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।