परिमाणवाचक विशेषण की परिभाषा, भेद और उदाहरण

परिमाणवाचक विशेषण की परिभाषा : Parimanvachak Visheshan in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘परिमाणवाचक विशेषण की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप परिमाणवाचक विशेषण की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
वह विशेषण शब्द, जिनसे किसी वस्तु की नाप-तौल का बोध होता है, उसे ‘परिमाणवाचक विशेषण’ कहते है।
परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण |
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मुझे एक मीटर धागा दो। |
उसे एक लीटर दूध चाहिए। |
एक मरीज को थोड़ा पानी देना चाहिए। |
उपरोक्त वाक्यों में एक मीटर, एक लीटर और थोड़ा पानी शब्द ‘परिमाणबोधक विशेषण’ है।
परिमाणवाचक विशेषण के कुल 2 भेद है, जो कि निम्नलिखित है:-
परिमाणवाचक विशेषण के भेद |
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निश्चित परिमाणवाचक विशेषण |
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण |
परिमाणवाचक विशेषण का वह रूप, जिसमें निश्चित मात्रा का बोध होता है, उसे ‘निश्चित परिमाणवाचक विशेषण’ कहते है। जैसे:- दो सेर गेहूँ, पाँच मीटर कपड़ा, एक लीटर दूध, आदि।
निश्चित परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
निश्चित परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण |
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आज रोटियां बनाने में दो किलोग्राम आटा लगेगा। |
आज हमें एक किलोग्राम चावल बनाने होंगे। |
आज मुझे एक किलोग्राम मेदा लेना है। |
कल हम पाँच किलोग्राम तेल लाये थे। |
मेरे पास सिर्फ एक किलोग्राम गेहूँ है। |
परिमाणवाचक विशेषण का वह रूप, जिसमें निश्चित मात्रा का नहीं बोध होता है, उसे ‘अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण’ कहते है। जैसे:- थोड़ा पानी, अधिक काम, कुछ परिश्रम, आदि।
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण निम्न प्रकार है:-
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण |
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लाल किला देखने बहुत लोग जाते है। |
अंग्रेजी भाषा बहुत लोग बोलते है। |
मोबाइल फ़ोन बहुत से लोगों के पास नहीं है। |
विदेश में लोग काफी व्यापार करते है। |
खेल बहुत लोग खेलते है। |
परिमाणवाचक विशेषण अधिकतर भाववाचक, द्रव्यवाचक और समूहवाचक संज्ञाओं के साथ आते है।
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वह विशेषण शब्द, जिनसे किसी वस्तु की नाप-तौल का बोध होता है, उसे ‘परिमाणवाचक विशेषण’ कहते है।
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संख्यावाचक विशेषण के कुल 2 भेद है, जो कि निम्नलिखित है:-
1. निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
2. अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण -
परिमाणवाचक विशेषण का वह रूप, जिसमें निश्चित मात्रा का बोध होता है, उसे ‘निश्चित परिमाणवाचक विशेषण’ कहते है। जैसे:- दो सेर गेहूँ, पाँच मीटर कपड़ा, एक लीटर दूध, आदि।
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परिमाणवाचक विशेषण का वह रूप, जिसमें निश्चित मात्रा का नहीं बोध होता है, उसे ‘अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण’ कहते है। जैसे:- थोड़ा पानी, अधिक काम, कुछ परिश्रम, आदि।
अंतिम शब्द
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।