स्वच्छता पर निबंध

स्वच्छता पर निबंध : Essay on Cleanliness in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘स्वच्छता पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप स्वच्छता पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
स्वच्छता पर निबंध : Essay on Cleanliness in Hindi
प्रस्तावना:-
एक व्यक्ति का अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाना अत्यंत आवश्यक है। यह एक अच्छी आदत है।
जिस प्रकार हम अपने शरीर को स्वच्छ रखते है, ठीक उसी प्रकार हमें अपने आसपास की जगहों को भी स्वच्छ रखना चाहिए, क्योंकि इससे न सिर्फ वातावरण स्वच्छ रहता है, बल्कि बीमारियाँ भी कम होती है।
हमारे आसपास स्वच्छता होने से न सिर्फ हम शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते है, बल्कि हम मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहते है।
हमारे आसपास गंदगी होने से कईं खतरनाक बीमारियाँ हो सकती है, जो कि जानलेवा भी साबित हो सकती है। यदि हम स्वस्थ जीवनशैली जीना चाहते है, तो हमें स्वच्छता को अपनी आदत बनाना होगा।
स्वच्छता न होने के नुकसान:-
स्वच्छता के नहीं होने से कईं प्रकार की बीमारियाँ होती है, जैसे:- पीलिया, टाइफाइड, आदि।
जहाँ गंदगी होती है, वहाँ कई प्रकार के खतरनाक जीव पैदा हो जाते है और ऐसे ही इकठ्ठा हुए पानी में मच्छर भी पैदा होते है, जो कि बीमारियों को पैदा करते है। मच्छरों के काटने से मलेरिया व डेंगू भी हो जाता है।
जब हम अपने घरों का कचरा नदियों में डाल देते है, तो इससे जल प्रदूषण होता है और उन नदियों में रहने वाले जीवों की मृत्यु होने लगती है और जब वह पानी मनुष्य पीता है, तो वह भी बीमारी का शिकार होकर मृत्यु को प्राप्त हो जाता है।
खुले में फेंकी गई प्लास्टिक की थैलियों को जलाने से वायु प्रदूषण होता है और कभी-कभी गायें भी भूख के कारण इन थैलियों को खा जाती है, जिससे उनकी भी मृत्यु हो जाती है।
गंदगी में मक्खियाँ भी घूमती रहती है और बाद में यहीं मक्खियाँ हमारे खाने पर जाकर बैठ जाती है और खाने को दूषित कर देती है, जो कि मनुष्य के लिए काफी खतरनाक है।
स्वच्छता के फायदें:-
स्वच्छता के होने से कईं फायदें होते है। इससे हमारा वातावरण भी शुद्ध रहता है और हमें शुद्ध वायु प्राप्त होती है। यदि हमारे आसपास गंदगी नहीं होगी तो उसमें पैदा होने वाले जीव-जन्तुओं का भी हमें कोई भी खतरा नहीं होगा।
हमारे आसपास मक्खी-मच्छर भी पैदा नहीं होंगे और हम सभी खतरनाक बीमारियों से दूर रहेंगे। स्वच्छता रहने से वायु प्रदूषण व जल प्रदूषण भी कम होगा।
इससे हमारी प्रकृति भी प्रदूषण मुक्त हो पाएगी। इसके होने से हम सभी अधिक स्वस्थ रहेंगे। इसलिए, हमें आज ही अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाना होगा, तभी भविष्य में हम सभी एक स्वस्थ जीवन जी पाएंगे।
स्वच्छ भारत अभियान:-
भारत को एक स्वच्छ देश बनाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी जी के जन्मदिवस 2 अक्टूबर 2014 को ‘स्वच्छ भारत अभियान’ शुरू किया।
इस अभियान में प्रधानमंत्री ने राजपथ पर बहुत बड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए उनसे इस अभियान को सफल बनाने के लिए उनका योगदान मांगा।
इस योजना के तहत भारत सरकार द्वारा गाँवों में 11 करोड़ 11 लाख शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौच के खिलाफ एक कदम बढ़ाया जायेगा।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत को एक स्वच्छ देश की सूची में लाना है और महात्मा गांधी का स्वच्छ भारत का सपना पूरा करना है। इस अभियान के तहत भारत को स्वच्छ बनाने के लिए कईं कदम उठाए गए।
उपसंहार:-
स्वच्छता के प्रति अभी भी लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है, तभी जाकर हमारा पूरा देश स्वच्छ होगा। जिस प्रकार हम स्वयं को स्वच्छ रखते है, ठीक उसी प्रकार हमें अपनी आसपास की जगहों को भी साफ रखना चाहिए।
हमें कभी भी कचरे को सड़क पर या कहीं भी खुले में नहीं फेकना चाहिए, बल्कि कचरे को कूड़ेदान में ही डालना चाहिए।
हमें अपने आसपास कहीं पर भी पानी को इकठ्ठा नहीं होने देना चाहिए, ऐसे पानी में मच्छर पैदा हो सकते है। हमें सार्वजनिक जगहों को भी साफ रखना चाहिए और नदियों व तालाबों में भी गंदगी नहीं करनी चाहिए।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।