हिंदी दिवस पर भाषण

हिंदी दिवस पर भाषण : Speech on Hindi Diwas in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘हिंदी दिवस पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप हिंदी दिवस पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
हिंदी दिवस पर भाषण : Speech on Hindi Diwas in Hindi
सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी अध्यापकगण एवं प्यारे बच्चों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार। मेरा नाम ——- है और मैं इस विद्यालय में 12वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ।
सबसे पहले मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मुझे इस मंच पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान दिया।
भाषा वह माध्यम होता है, जिससे मनुष्य आपस में अपने मन के विचार साझा करते है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, वह कभी भी अकेला नही रह सकता है।
वह केवल समाज में ही रहा सकता है। इसलिए, उसे भाषा की सबसे अधिक जरूरत पड़ती है। प्राचीन समय के लोग इशारों में बाते किया करते थे।
कईं बार चित्र बनाकर अपनी बातें कहा करते थे। धीरे-धीरे मनुष्य ने अपनी भाषा का विकास किया और धीरे-धीरे उसने शब्दों का अविष्कार कर लिया।
उसके पश्चात इस भाषा का नवीनीकरण हुआ और उसका विकास हुआ। इसी विकास से अलग-अलग देशों व समुदायों में अलग-अलग भाषाओं का विकास हुआ।
इन्हीं में से एक भाषा है:- हिंदी भाषा, भारत व इसके आसपास के इलाकों में इस भाषा का विकास हुआ। पूरे विश्व में सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषाओं में से हिंदी भाषा चौथे स्थान पर आती है।
भारत में बहुत समय तक अंग्रेजों का शासन रहा, जिस कारण उस समय की अधिकांश वस्तुएँ अंग्रेजी भाषा में थी।
जैसे ही भारत को आजादी मिली, हिंदी भाषा पर ध्यान दिया जाने लगा। क्योंकि, भारत के अधिकांश लोग हिंदी भाषा का उपयोग करते थे।
कहीं हिंदी भाषा का पतन न हो जाए, इसलिए 14 सितंबर 1949 के दिन को हिंदी दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया और स्वीकार भी कर लिया गया।
तब से ही प्रतिवर्ष 14 सितंबर के दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरकार के हर कार्यालय में हिंदी विभाग बनाया गया है।
इसका काम हिंदी भाषा का विकास करना है। सरकार के अधिकांश काम हिंदी में ही किया जाते है। गाँधीजी ने सबसे पहले सन 1918 में हिंदी को राजभाषा बनाने की बात कही।
पूरे विचार-विमर्श करने के पश्चात् सन 1949 में इसे राजभाषा के रूप में भारत के संविधान में जोड़ दिया गया। लेकिन, भारत में बहुत से राज्यों में अलग-अलग भाषाएँ उपयोग में आती है।
जिसकी वजह से उन्होंने इसका विरोध किया। इस कारण इसे हटा दिया गया। भारत के संविधान को भी हिंदी भाषा व अंग्रेजी भाषा में लिखा गया है।
इस पूरे हफ्ते को हिंदी पखवाड़ा के रूप में मनाया जाता है। हिंदी भाषा को जीवित रखने के लिए व इसका विकास करने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है।
इस दिन हिंदी की संस्कृति को पूरी दुनिया में बढ़ावा देने व उसका उत्थान करने के लिए ही इस दिवस को मनाया जाता है।
आज हिंदी भाषा लगातार गायब हो रही है। वर्तमान समय में हर क्षेत्र में अंग्रेजी भाषा की जरूरत बढ़ती जा रही है। यदि, आप हिंदी भाषा में बात करते है तो आपको मुर्ख समझा जाता है।
इसलिए हिंदी भाषा को संरक्षण की आवश्यकता है। इसलिए, इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
इसलिए, प्रतिवर्ष इसे मनाना चाहिए और बच्चों को भी इसके लिए जागरूक करना चाहिए, ताकि आगे चलकर उन्हें इस भाषा का महत्व पता हो।
इस दिन हिंदी के क्षेत्र में अच्छा करने वाले लोगों को पुरुष्कार से सम्मानित किया जाता है। इसे विद्यालय व कईं बड़े कर्यालयों में मनाया जाता है।
इस दिन हिंदी की कविताओं को मंच पर सुनाया जाता है। आप सभी को मेरी तरफ से हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
इतना कहकर मैं अपने भाषण को समाप्त करता हूँ और आशा करता हूँ कि आपको मेरा यह भाषण पसंद आया होगा।
धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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