वाहन प्रदूषण पर निबंध

वाहन प्रदूषण पर निबंध : Essay on Vehicle Pollution in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘वाहन प्रदूषण पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप वाहन प्रदूषण पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
वाहन प्रदूषण पर निबंध : Essay on Vehicle Pollution in Hindi
प्रस्तावना:-
आज मनुष्य द्वारा कईं ऐसी सुविधाएँ उपयोग में ली जा रही है, जिनसे इस प्रकृति को काफी नुकसान होता है। उन्हीं सुविधाओं में से एक है:- वाहन।
वर्तमान समय में प्रत्येक देश में वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज बहुत से लोगों के घर में एक से अधिक वाहन है, जो इस प्रकृति को काफी प्रदूषित कर रहे है।
आज दिन-प्रतिदिन जनसंख्या बढ़ती जा रही है, जिससे वाहनों का उपयोग भी लगातार बढ़ रहा है। लोग थोड़ी दूर जाने के लिए भी वाहनों का ही उपयोग कर रहे है। इससे वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है।
वाहन प्रदूषण के कारण:-
वाहन प्रदूषण का मुख्य कारण है:- बढ़ती जनसंख्या। आज दुनिया में जनसंख्या लगातार बढ़ती ही चली जा रही है। जिससे बढ़ती जनसंख्या के साथ-साथ वाहनों का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
आज हर कोई सुविधाएँ चाहता है, चाहे वह छोटे शहर से हो या फिर बड़े शहरों से, सभी लोग वाहनों का उपयोग करते है।
इसका दूसरा सबसे बड़ा कारण है:- लोगों की महत्वाकांशा या शौक।
जैसे-जैसे मनुष्य का विकास हो रहा है, उसकी महत्वकांशा भी बढ़ती जा रही है। उसे महंगी गाड़ियों का शौक बढ़ रहा है। जिससे एक ही व्यक्ति के पास एक से अधिक महंगी गाड़िया है।
जिनमें पेट्रोल की खपत बहुत अधिक होती है और प्रदूषण भी फैलता है। इन्हीं कारणों के चलते मनुष्य इस प्रकृति के बारे में भूल गया है।
वाहन प्रदूषण के प्रभाव:-
वाहनों के प्रदूषण से इस प्रकृति पर काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इससे पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता ही चला जा रहा है।
- वायु प्रदूषण:- वाहनों के उपयोग से वायु प्रदूषण काफी बढ़ गया है। हवा इतनी अधिक प्रदूषित हो गई है कि उसमें साँस लेना भी काफी मुश्किल हो गया है। वाहनों से काफी धुँआ भी फैलता है। जिससे विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्या पैदा होती है।
- ग्लोबल वार्मिंग:- वाहन प्रदूषण से ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रहा है। ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने से ओजोन परत में छेद हो रहा है। ओजोन परत में छेद होने के कारण सूर्य से निकली हानिकारक किरणें सीधे ही पृथ्वी पर गिरती है। जो इस प्रकृति के लिए काफी घातक होती है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण तापमान भी लगातार बढ़ रहा है।
- स्वास्थ्य पर प्रभाव:- वाहनों से निकलने वाला धुआँ मनुष्य के लिए काफी हानिकारक होता है। इससे मनुष्य को फेंफड़ों से संबंधित बीमारियाँ एवं साँस की समस्या भी होती है। इससे और भी कईं प्रकार की बीमारियाँ होती है, जैसे:- ह्र्दय रोग, दमा, कैंसर, आदि।
- अम्लीय वर्षा:- वाहनों के धुएँ में नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा होने के कारण जब यह जलवायु में फैल जाता है, इसके पश्चात जब वर्षा होती है, तो यह वर्षा के जल के साथ मिलकर धरती पर बरस जाता है। यह वर्षा का पानी जीव-जन्तुओं और पेड़-पौधों के लिए काफी हानिकारक होता है।
वाहन प्रदूषण को रोकने के उपाय:-
- पर्यावरण के प्रति जागरूक:- आज लोग पर्यावरण को काफी अनदेखा कर रहे है। जिससे कि पर्यावरण प्रदूषण काफी बढ़ गया है। इसलिए लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना काफी आवश्यक हो गया है, जिससे कि इस प्रकृति को बचाया जा सके।
- निजी वाहनों के स्थान पर सार्वजनिक वाहनों का उपयोग:- हमें अपने निजी वाहनों का कम से कम उपयोग करना चाहिए और सार्वजनिक वाहनों का उपयोग अधिक करना चाहिए, इससे प्रदूषण कम मात्रा में होगा।
- वाहनों की समय-समय पर जांच कराना:- हमें अपने वाहनों के प्रदूषण की समय-समय पर जांच करनी चाहिए, जिससे उन वाहनों से ज्यादा प्रदूषण न फैलें।
- वृक्षारोपण करना:- हमें पेड़-पौधों को अधिक से अधिक लगाना चाहिए। पेड़ों द्वारा ही इस प्रकति को बचाया जा सकता है। पेड़ों के बढ़ने से इस पृथ्वी में कार्बनडाईऑक्साइड की मात्रा में भी कमी आएगी।
उपसंहार:-
यह प्रकृति काफी सुंदरता से भरी हुई है और यह प्रकृति ही हम सभी जीव-जन्तुओं को जीवन प्रदान करती है। इसलिए, इसके प्रति हम सभी का फर्ज है कि हम इसका ध्यान रखें और इसकी सुंदरता को बनाए रखें।
लेकिन, आज सभी लोग इसके विपरीत कार्य कर रहे है और इसे प्रदूषित करने के लिए बहुत से कार्य कर रहे है। हमें इसके प्रति जागरूक होना होगा और इस प्रकृति को बचाना होगा।
वाहन प्रदूषण को रोकने के लिए हमें हर सम्भव प्रयास करने चाहिए। हमें अपनी थोड़ी सी सुविधा के लिए आने वाली पीढ़ी के लिए इस प्रकृति को बर्बाद नहीं करना चाहिए।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
अगर इस लेख के द्वारा आपको किसी भी प्रकार की जानकारी पसंद आई हो तो, इस लेख को अपने मित्रों व परिजनों के साथ फेसबुक पर साझा अवश्य करें और हमारे वेबसाइट को सबस्क्राइब कर ले।

नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।