लड़कियों की शिक्षा पर भाषण

लड़कियों की शिक्षा पर भाषण : Speech on Girl Education in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘लड़कियों की शिक्षा पर भाषण’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
यदि आप लड़कियों की शिक्षा पर भाषण से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-
लड़कियों की शिक्षा पर भाषण : Speech on Girl Education in Hindi
सुप्रभात, आदरणीय प्रधानाचार्य जी, माननीय शिक्षकगण एवं मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को मेरा प्यारभरा नमस्कार।
मेरा नाम — है। मैं — कक्षा में पढ़ता हूँ। सबसे पहले मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आपने मुझे इस मंच पर कुछ शब्द कहने का अवसर प्रदान किया।
आज मैं आप सभी के सामने लड़कियों की शिक्षा पर भाषण देना चाहता हूँ। यह एक बहुत ही गंभीर विषय है। जिस पर चर्चा करना अतिआवश्यक है।
यदि मुझसे कोई गलती हो जाए, तो मुझे क्षमा करें। किसी समाज को आगे बढ़ने के लिए उसके हर पहलु का मजबूत होना अतिआवश्यक है।
इस समाज के दो पहलु है:- पुरुष और स्त्री। इन दोनों का साथ में आगे बढ़ना अतिआवश्यक है। किसी भी इंसान को आज के समय मे तरक्की करने के लिए शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है।
हमारें समाज में पुरुष की शिक्षा को काफी महत्व दिया जाता है। लेकिन, स्त्री की शिक्षा को महत्व नहीं दिया जाता है।
सभी लोग यह सोचते है कि बेटी पराया धन होती है। इसे पढ़ा-लिखाकर क्या फायदा होगा? इसे तो एक दिन दूसरे के घर ही जाना है और वहाँ जाकर भी घर का ही काम संभालना है।
उसे घर की चारदीवारी में ही रखा जाता था। जैसा कि हम सभी जानते है कि आज जीवन में शिक्षा का क्या महत्व है।
शिक्षा हमें हमारें अस्तित्व से जोड़ती है। शिक्षा हर मनुष्य का अधिकार है। लेकिन, आज भी कईं जगह लड़कियों को शिक्षा से दूर रखा जाता है और उन्हें पुरुष के समान नहीं समझा जाता है।
आज भारत में महिलाओं की शिक्षा दर 65.46 प्रतिशत है, जो कि बहुत ही कम है। शिक्षा हर मनुष्य के लिए आवश्यक है, चाहे वह लड़का हो या फ़िर लड़की।
प्राचीन समय में लड़कियों की शिक्षा का विरोध किया जाता था और लड़कियों को शिक्षा से दूर रखा जाता था। लेकिन, समय बदलने के साथ-साथ समाज भी लड़कियों की शिक्षा के प्रति जागरूक हो गया है।
आज लड़कियों को लड़कों के समान ही शिक्षा प्रदान की जाती है। लेकिन, आज भी कईं दूर-दराज के गाँवों में लड़कियों को शिक्षा प्राप्त नहीं हो पाती है।
एक परिवार में लड़की की शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व है। एक लड़का केवल अपने तक ही शिक्षा को सिमित रखता है। लेकिन, एक लड़की दो परिवारों को ही नहीं अपितु पूरे समाज को शिक्षित करती है।
यदि एक स्त्री पढ़ी लिखी होगी, तो वह अपने बच्चों को भी अच्छी शिक्षा प्रदान करेगी। एक लड़की के पढ़े-लिखे होने से ही इस समाज एवं देश का विकास होगा।
आज लड़कियां शिक्षा के क्षेत्र में लड़कों को भी पीछे छोड़ चुकी है। आज लड़कियां डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक और भी कईं क्षेत्रों में आगे बढ़ रही है।
शिक्षा से एक महिला आत्मनिर्भर बनती है और उसकी सोच का दायरा भी बढ़ता है। जिससे समाज की सोच का दायरा भी बढ़ता है।
आज सरकार भी लड़कियों की शिक्षा के प्रति जागरूक हो गई है। सरकार लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं भी ला रही है।
जिनसे लड़कियों को शिक्षा प्राप्त हो रही है। अब लड़कियों की शिक्षा को महत्व दिया जा रहा है। इसके लिए बहुत अधिक प्रयास किये जा रहे है।
गाँव-गाँव जाकर लोगों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है। आज विद्यालयों मे भी लड़कियों के लिए उचित सुविधाएँ मुहैया करवाई जाती है।
उन्हें शिक्षा प्रदान करने के लिए उन्हें छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है। जिससे उन्हें आर्थिक रूप से किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
जिससे भविष्य में महिलाओं की शिक्षा दर मे भी काफी सुधार होगा। अंत में मैं एक कथन के साथ अपना भाषण खत्म करना चाहूंगा।
माने कोई या ना माने,
मैं उसी रास्ते पर जाऊँगी।
किसी सहारे की जरुरत नहीं मुझे,
खुद ही गुरु मैं खुद बन जाउँगी।
धन्यवाद!
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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नमस्कार, मेरा नाम सूरज सिंह रावत है। मैं जयपुर, राजस्थान में रहता हूँ। मैंने बी.ए. में स्न्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा मैं एक सर्वर विशेषज्ञ हूँ। मुझे लिखने का बहुत शौक है। इसलिए, मैंने सोचदुनिया पर लिखना शुरू किया। आशा करता हूँ कि आपको भी मेरे लेख जरुर पसंद आएंगे।