विषम छंद की परिभाषा, भेद और उदाहरण

Visham Chhand Ki Paribhasha in Hindi

विषम छंद की परिभाषा : Visham Chhand in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘विषम छंद की परिभाषा’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप विषम छंद की परिभाषा से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

विषम छंद की परिभाषा : Visham Chhand in Hindi

विषम छंद के प्रथम चरण तथा तृतीय चरण में 12 और द्वितीय चरण तथा चतुर्थ चरण में 7 मात्राएँ होती है। सम चरणों के अंत में जगण और तगण के आने से मिठास बढ़ती है। यति को प्रत्येक चरण के अंत में रखा जाता है।

विषम छंद के उदाहरण

विषम छंद के उदाहरण निम्नलिखित है:-

चम्पक हरवा अंग मिलि अधिक सुहाय।
जानि परै सिय हियरे, जब कुम्हिलाय।

विषम छंद से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

  1. विषम छंद की परिभाषा क्या है?

    विषम छंद के प्रथम चरण तथा तृतीय चरण में 12 और द्वितीय चरण तथा चतुर्थ चरण में 7 मात्राएँ होती है। सम चरणों के अंत में जगण और तगण के आने से मिठास बढ़ती है। यति को प्रत्येक चरण के अंत में रखा जाता है।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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