स्वच्छता भक्ति से बढ़कर है पर निबंध

स्वच्छता भक्ति से बढ़कर है पर निबंध : Cleanliness is Next to Godliness Essay in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘स्वच्छता भक्ति से बढ़कर है पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।
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स्वच्छता भक्ति से बढ़कर है पर निबंध : Cleanliness is Next to Godliness Essay in Hindi
प्रस्तावना:-
‘स्वच्छता भक्ति से बढ़कर है’ यह कहावत पूरी तरह सत्य है। स्वच्छता हमेशा आपको शांति के पास लाती है। स्वच्छता एक अच्छी आदत है, जो हम सभी के लिए काफी आवश्यक है।
स्वच्छता को भक्ति के समान ही समझा जाता है, इसके बिना आप भगवान को प्राप्त नहीं कर सकते है। माना जाता है कि जहाँ स्वच्छता होती है, वहीं पर भगवान भी निवास करते है।
स्वच्छता का सीधा सा अर्थ स्वयं व अपने आसपास साफ-सफाई रखना है। इससे हम बीमारियों से भी दूर रहते है।
स्वच्छता के लाभ:-
जीवन में स्वच्छता को अपनाने से विभिन्न प्रकार के लाभ होते है, जो कि निम्न प्रकार से है:-
- जो व्यक्ति स्वच्छ रहता है, उसे बीमारियाँ भी जल्दी से नहीं होती है, क्योंकि गंदगी से कईं बीमारियाँ पैदा होती है।
- स्वच्छता से व्यक्ति शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है।
- स्वच्छता से वातावरण भी शुद्ध रहता है।
- स्वच्छता से पर्यावरण की सुंदरता भी बनी रहती है।
- स्वच्छता से महामारियां भी कम ही फैलती है।
स्वच्छता का महत्व:-
स्वच्छता हम सभी के लिए काफी महत्व रखती है। आज गंदगी से कितनी खतरनाक जानलेवा बीमारियाँ हो रही है। इससे कईं लोग मर जाते है।
गंदगी व रुके हुए पानी में मक्खी-मच्छर पैदा हो जाते है, जो हमारे खाने पर बैठकर उसे दूषित कर देते है, जिससे हम बीमार हो जाते है।
यदि हमें स्वस्थ शरीर व मस्तिस्क चाहिए, तो हमें स्वच्छता बनाए रखनी होगी। गंदगी व प्रदूषण इस प्रकृति को काफी नुकसान पहुंचाते है। जब हम कचरे को ऐसे ही खुले स्थान पर फेंक देते है, तो इससे हमारा वातवरण प्रदूषित होता है।
स्वच्छता कैसे बनाएं?:-
हमें स्वच्छता बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है। हमें अपने घरों का कचरा हमेशा कूड़ेदान में ही डालना चाहिए।
कभी कचरे को सड़कों या किसी भी अन्य जगह पर नहीं फेंकना चाहिए। हमें हमेशा नदियों को साफ-सुथरा रखना चाहिए और उनकी समय-समय पर सफाई करनी चाहिए।
हमें प्लास्टिक की थेलियों का उपयोग कम से कम करना चाहिए, क्योंकि यह प्रकृति को प्रदूषित करती है। कूड़ेदान में भी हमेशा एक ढक्कन होना चाहिए, जिससे कूड़े पर मक्खियाँ न बैठे।
हमें अपने घरों को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। घरों में धूल नहीं जमने देनी चाहिए, इससे श्वसन से संबंधी परेशानी होती है।
हमें शौच हमेशा शौचालय में ही करना चाहिए और शौचालय को समय-समय साफ करते रहना चाहिए। हमें भी रोजाना स्वयं को साफ करना चाहिए। हमें रोजाना स्नान करना और अपने नाखूनों व बालों को भी समय-समय पर साफ करना चाहिए।
उपसंहार:-
स्वच्छता का होना काफी आवश्यक है, तभी हम बीमारियों से बच पाएंगे। यदि हम स्वच्छता को अपने जीवन में नहीं अपनाएंगे तो हम बीमारियों का शिकार हो जायेंगे।
इसलिए, हमें अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाना चाहिए और अपने आसपास व सार्वजनिक जगहों को साफ-सुथरा रखना चाहिए।
अंतिम शब्द
अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।
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