बैंक पर निबंध

Essay on Bank in Hindi

बैंक पर निबंध : Essay on Bank in Hindi:- आज के इस लेख में हमनें ‘बैंक पर निबंध’ से सम्बंधित जानकारी प्रदान की है।

यदि आप बैंक पर निबंध से सम्बंधित जानकारी खोज रहे है? तो इस लेख को शुरुआत से अंत तक अवश्य पढ़े। तो चलिए शुरू करते है:-

बैंक पर निबंध : Essay on Bank in Hindi

प्रस्तावना:-

बैंक वह संस्था होती है, जो जनता के धन को सुरक्षित रखने का कार्य करती है। यह संस्था जनता के पैसे के बदले उसे ब्याज भी प्रदान करती है।

यह पैसे को सुरक्षित रखने के साथ ही इस पैसे को कमाई का जरिया भी बनाती है। यह जनता के जमा धन को उद्योगपतियों या धन की जरूरत रखने वाले व्यक्तियों को उधार देती है, जिसके बदले यह संस्था उनसे ब्याज लेती है।

बैंक एक भरोसेमंद संस्था होती है, तभी तो लोग अपनी कमाई हुई पूंजी बैंकों में रख देते है। कुछ वर्षों में ही इसकी विश्वसनीयता काफी अधिक बढ़ गई है, जिससे इसका विकास भी काफी हो रहा है।

आज प्रत्येक व्यक्ति के पास अपना एक बैंक खाता है। यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी काफी आवश्यक होती है।

बैंक किसे कहते है?

बैंक एक ऐसी संस्था होती है, जो मुख्य रूप से जनता के धन को जमा करती है व उन्हें समय पर ऋण भी प्रदान करती है। इसके लिए वह अपने बैंक में उस व्यक्ति के नाम पर एक खाता खुलवाती है।

जिसके बदले खाताधारक व्यक्ति को एक खाता नंबर दिया जाता है। यह नंबर एक यूनिक नंबर होता है, जो कि सम्पूर्ण बैंक में सिर्फ उसके नाम पर ही दर्ज होता है। इसी नंबर के खाते में उस व्यक्ति का धन जमा होता है।

बैंक का महत्व:-

आज इस आधुनिक समय में बैंक का महत्व काफ़ी अधिक बढ़ गया है। इस समय ज्यादातर धनराशि का आदान-प्रदान ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से ही किया जाता है, जिसके लिए बैंक में खाता होना अनिवार्य है।

आज प्रत्येक व्यक्ति अपने धन को सुरक्षित रखने के लिए बैंकों पर निर्भर है। घर में रखे हुए धन के चोरी होने का डर रहता है।

इसलिए, इस डर से बचने के लिए ही लोग अपने धन को बैंकों में सुरक्षित रखते है। इससे उस धनराशि की सुरक्षा की जिम्मेदारी बैंकों पर हो जाती है।

बैंक व्यापार को भी बढ़ावा देते है:-

यदि वर्तमान समय मे हमें व्यापार करना है, तो हमें इसके लिए धन की आवश्यकता होती है, यह धन हमें बैंक प्रदान करते है। इससे व्यापार में काफी फायदा होता है।

आज प्रत्येक व्यापार धन के लिए बैंकों पर निर्भर रहता है। बैंकों के कारण लेन-देन की प्रक्रिया भी काफी अधिक आसान हो गई है। आजकल नकद काफी कम हो गया है और ऑनलाइन लेन-देन की प्रकिया बढ़ने लगी है।

बैंक धन की बचत को भी प्रोत्साहित करते है। बैंक में रखे हुए धन पर ब्याज भी प्राप्त होता है, जिससे लोग अपने धन को बैंक में रखना फायदेमंद मानते है।

बैंक मनुष्य को स्वरोजगार के लिए भी प्रोत्साहित करता है और कुछ बैंक कृषि को बढ़ावा देने के लिए किसानों को बहुत कम ब्याज दर पर रक़म मुहैया करवाते है।

आज सरकार अपनी विभिन्न प्रकार की योजनाओं के लाभ भी लोगों तक बैंक के माध्यम से ही पहुँचाती है।

बैंक के कार्य:-

बैंक के सभी कार्य विस्तारपूर्ण रूप से निम्नलिखित है:-

  • धनराशि जमा करना:- बैंक का मुख्य कार्य जनता की धनराशि को जमा करना होता है। यह खाताधारकों के धन को सुरक्षित रखने का कार्य भी करता है। बैंक के मुख्य खाता प्रकार निम्नलिखित है:-
  1. बचत खाता:- यह खाता धनराशि को सुरक्षित रखने के लिए खोला जाता है। यह खाता सामान्य नौकरी करने वाले लोगों के द्वारा ही खोला जाता है। इसमें उन्हें ब्याज भी दिया जाता है। इसमें हम एक दिन में सीमित संख्या में ही धनराशि निकाल सकते है।
  2. चालू खाता:- इसे ज्यादातर व्यापारियों द्वारा ही खोला जाता है। वें इसमें दिन में बिना किसी सीमा के अनेकों समय धनराशि निकाल सकते है। इसमें खाताधारकों को ब्याज नहीं मिलता है बल्कि, इसमें उन्हें एक निश्चित राशि बैंक को देनी पड़ती है।
  3. सावधि जमा खाता:- यह खाता बचत खाता और चालू खाता दोनों से अलग होता है। इसमें खाताधारकों द्वारा अपने धन को लम्बे समय तक बैंक में जमा किया जाता है। इसे निकालने का समय भी निश्चित ही होता है और इसमें बचत खाता से अधिक ब्याज दिया जाता है।
  • उधार देना:- बैंक लोगों द्वारा जमा किये हुए धन को ऋण में देकर उनसे लाभ कमाते है। यह उद्योगपतियों एवं धन की आवश्यकता रखने वाले लोगों को ब्याज पर पैसे उधार देते है। इससे बैंक अपने पास रखे हुए धन का निवेश कर देता है। बैंक लम्बे समय के लिए उधार देते है और इसे वापस किस्तों के माध्यम से लेते है, जिससे देने वाले पर यह ज्यादा भार न पड़े।
  • ऋण लेना व देना:- बैंक लिए हुए धन व दिए हुए धन दोनों पर ब्याज देती व लेती है। इसी से ही बैंक चलता रहता है और उसे लाभ भी होता है। लेकिन, इसमें ब्याज की दर अलग-अलग होती है।
  • अन्य सुविधाएँ प्रदान करना:- बैंक इसके अलावा भी कईं प्रकार की सुविधाएँ प्रदान करता है। इसमें खाताधारकों को लॉकर की सुविधा भी दी जाती है, जिसमें खाताधारक अपनी आवश्यक वस्तुएँ रख सकते है। बैंक खाते से किसी भी तरह का लेन-देन होने या इससे संबंधित सूचनाएं खाताधारकों को प्रदान करता रहता है। बैंक से खाताधारकों को चेकबुक, एटीएम कार्ड एवं और भी अन्य सुविधाएँ प्रदान करता है।

बैंक खाता खुलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज:- बैंक में खाता खुलवाने के लिए बैंक द्वारा एक आसान प्रक्रिया रखी गई है। जिसमें आपके पास कुछ आवश्यक दस्तावेजों का होना आवश्यक है।

जिसके साथ आपको बैंक द्वारा दिया जाने वाला फॉर्म भरकर बैंक अधिकारी को जमा करवाना होता है। ये सभी आवश्यक दस्तावेजों की सूची निम्नलिखित है:-

  • तीन पासपोर्ट साइज फोटो
  • आधार कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • वोटर आईडी कार्ड
  • बिजली बिल
  • टेलीफोन बिल

बैंक का इतिहास:-

बैंक का इतिहास आज का ही नहीं बल्कि काफी पुराना है। दुनिया का सबसे पहला बैंक इटली में खोला गया था, जिसका नाम सेंट जॉर्ज बैंक था।

तब से ही इस दुनिया में बैंकों का प्रचलन शुरू हुआ था। भारत में यह प्रणाली काफी समय से चल रही है। इसमें जरुरतमंदों को उधार दिया जाता था।

यह काफी पुरानी रीती से चला आ रहा है लेकिन, समय बदलने के साथ बैंकों का विकास होने लगा। भारत में पहला बैंक, बैंक ऑफ़ हिनुस्तान था।

जो सन 1770 में कलकत्ता में स्थापित किया गया था। इसके बाद समय-समय पर अन्य बैंक भी खुलने लगे। जैसे:- बैंक ऑफ़ मद्रास, बैंक ऑफ़ बंबई और बैंक ऑफ़ कलकत्ता, आदि। प्रारम्भ में बैंकों की विश्वसनीयता इतनी अधिक नहीं थी।

लोग इन पर बिलकुल भी विश्वास नहीं करते थे। उन्हें डर था कि कहीं उनके पैसे डूब न जाए। जिस वजह से बैंकों को कठनाईयों का सामना करना पड़ा। लेकिन, धीरे-धीरे समय बदलने के साथ इनकी विश्वसनीयता बढ़ने लगी।

उपसंहार:-

आज बैंक सुविधा से आगे बढ़कर आवश्यकता बन गए है। आजकल ज्यादातर लेन-देन बैंकों के द्वारा ही की जाती है।

लोग नकद का झंझट रखना पसंद नहीं करते है क्योंकि, इसे रखने में भी परेशानी आती है और इसके चोरी होने का डर भी होता है। बैंक में पैसे सुरक्षित रहने के साथ-साथ इससे लाभ भी प्राप्त होता है।

आजकल लोगों की विभिन्न आवश्यकताओं को देखते हुए अलग-अलग बैंक खुल गए है। जो अलग-अलग प्रकार की सुविधाएँ भी प्रदान करते है।

यह देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इन सभी बैंकों पर नियंत्रण रखने के लिए भी एक संस्था होती है।

भारत में बैंकों पर नजर रखने के लिए RBI की स्थापना की गई है। जिससे बैंक अपनी मनमर्जी न कर सके और किसी के साथ भी गलत न हो। इसके साथ ही बैंक के होने से सरकार द्वारा दी गई सुविधा लोगों तक सीधे तौर पर पहुँच पाती है।

अंतिम शब्द

अंत में आशा करता हूँ कि यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको हमारे द्वारा इस लेख में प्रदान की गई अमूल्य जानकारी फायदेमंद साबित हुई होगी।

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